
धरती हिली, तबाही मची: म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भूकंप, कई देशों तक महसूस हुए झटके!
म्यांमार : यह घटना आज सुबह की ही है, यानी शुक्रवार सुबह 11:50 की, जब म्यांमार में सुबह 11:50 पर 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूकंप की वजह से आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गई, साथ ही इस भूकंप का असर थाईलैंड, बांग्लादेश, भारत और चीन समेत कई अन्य पांच देशों पर भी पड़ा। बताया जा रहा है कि म्यांमार और थाईलैंड में तकरीबन 16 लोगों की जान चली गई है। वही म्यांमार में 13 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 200 लोग घायल हो गए हैं।
जानिए पूरी घटना
म्यांमार में 18 मार्च शुक्रवार के दिन सुबह 11:50 पर 7.7 तीव्रता का भूकंप आया। इस भूकंप का असर भारत के साथ-साथ अन्य पड़ोसी देशों में भी देखने को मिला। म्यांमार में इस भूकंप के कारण 16 लोगों की जान चली गई और 200 लोग बुरी तरीके से घायल है।
बताया जा रहा है कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में एक बिल्डिंग थी जो अभी अंडर कंस्ट्रक्शन ही थी, बताया जा रहा है कि वह बिल्डिंग तकरीबन 30 मंजिल की थी, जो की भूकंप के कारण गिर गई। आपको बता दे इस अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग पर तकरीबन 400 लोग काम कर रहे थे। इमारत के गिरने के बाद 80 लोग लापता है और तीन लोगों की मौत की खबर सामने आई है।
इस भयंकर भूकंप के कारण पांच देशों के अलग-अलग इलाकों में कई लोग डर के मारे अपने घरों और दुकानों से बाहर निकल गए। भूकंप के कारण बहुत जबरदस्त तबाही देखने को मिली। भाई थाईलैंड की प्रधानमंत्री ने देश में इमरजेंसी तक घोषित कर दी।
कहां से आया भूकंप और कहां तक इसका असर रहा?
अमेरिकी भू वैज्ञानिक संरक्षण और जर्मन रिसर्च सेंटर ऑफ़ जिओ साइंस के अनुसार, मध्य में मार में 7.7 त्रिपिटक का भयंकर भूकंप आया था। भूकंप का केंद्र सांगाइग शहर से 16 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई पर था।
आपको बता दे कि मैं मर थाईलैंड, बांग्लादेश और भारत के साथ-साथ दक्षिणी पश्चिमी चीन में भी इसका तगड़ा असर देखने को मिला। इन देशों में भी भूकंप के खतरनाक सको को महसूस किया गया।
वहीं भारतीय एजेंसी के अनुसार, भारत में कोलकाता, इंफाल, मेघालय और ईस्ट कार्गो हिल्स में इसके को को सबसे ज्यादा महसूस किया गया है। वहीं बांग्लादेश की बात करें तो ढाका चटगांव समेत का हिस्सों में 7.3 तीव्रता के झटके महसूस किए गए हैं। वही म्यांमार में 12 घंटे बाद फिर 6. 4 ट्रिब्यूटा का आफ्टर शौक भी दिखा।
अंडर कंस्ट्रक्टेड बिल्डिंग तबाह
आपको बता दे कि मैं मर में इतिहास सिख शाही महल मंडले पैलेस के कुछ हिस्सों में इसका असर साफ देखा गया है। बताया जा रहा है की सगाइंग इलाके मेंसगाइंग टाउनशिप में एक पल भूकंप की वजह से पूरी तरीके से तबाह हो गया है। वहीं राजधानी में पिता के अलावा क्यौकसे, प्यिन ऊ ल्विन , और श्रेबो मैं भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। बताया जा रहा है की शेरों की पापुलेशन 50000 से भी ज्यादा है।
किस वजह से आया भूकंप?
बताया जा रहा है कि म्यांमार धरती की सतह के नीचे की चट्टान में कई सारी डरा रहे हैं, यह दरारें कई देशों के हिस्सों से गुजरती है। यह दरार म्यांमार के मेंसगाइंग शहर के पास से गुजरती है, इसी कारण इसका नाम मेंसगाइंग फॉल्ट पड़ा। यह मैं मर के उत्तर से दक्षिण की तरफ 12000 किलोमीटर तक फैली हुई है।
आपको बता दे कि इसे स्ट्राइक सेल्फ प्लॉट भी कहा गया है। इसका मतलब यह है कि यह दोनों चट्टाने एक दूसरे के बगल से होरिजेंटल दिशा में सकती है, हालांकि अन्य ऊपर नीचे होती है।
यह जो डरा रहे हैं वह अंडमान सागर से लेकर हिमालय की तलहटी तक जाती है और पृथ्वी की टैकटोनिक प्लेट्स के हिले डुलने से बनी है।हालांकि इससे पहले 2012 में 6.8 तीव्रता का भूकंप आ चुका है। इस फाल्ट के आसपास 1930 से लेकर 1956 के बीच में काम से कम सात तीव्रता वाले छे से ज्यादा भूकंप आ चुके हैं।
यह भी पढ़े
Uddhav Thackeray statement: उद्धव ठाकरे का नया बयान बोले ” भाजपा मुसलमानों को जहर देना चाहती है या…”