2900 kg explosives: फतेहपुर तगा बना आतंक का अड्डा, डॉ. मुजम्मिल ने ऐसे रची साजिश
2900 kg explosives: दिल्ली बम धमाके के मास्टरमाइंड डॉ. मुजम्मिल की साजिश धीरे-धीरे खुलती जा रही है। पुलिस जांच में अब ये साफ हो गया है कि फरीदाबाद के फतेहपुर तगा गांव में उसने बड़ी चालाकी से 2900 किलो विस्फोटक जमा किया था। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उसने इस विस्फोटक को खाद और बीज के कट्टों में छिपाकर रखा था, ताकि किसी को शक तक न हो सके।
कैसे हुई विस्फोटक की सप्लाई
डॉ. मुजम्मिल, जो दिल्ली बम धमाके का मुख्य साजिशकर्ता डॉ. उमर का करीबी दोस्त बताया जा रहा है, एक पिकअप गाड़ी से बार-बार गांव आता-जाता था।
पड़ोसियों ने बताया कि वह हर बार गाड़ी में खाद के बोरे लेकर आता और कहता, “खेती के लिए खाद रखवा रहा हूं।”
गांव के ज्यादातर लोग खेती-बाड़ी से जुड़े होने के कारण किसी ने उस पर शक नहीं किया।
इमाम का मकान बना आतंक का अड्डा
मुजम्मिल ने फतेहपुर तगा गांव की डेहरा कॉलोनी में इमाम का मकान किराए पर लिया था। उसने वहां दो कमरे लिए और उनमें खाद के कट्टों के नीचे विस्फोटक, डेटोनेटर और अन्य सामान छिपा दिया।
क्योंकि मकान इमाम का था, किसी को शक ही नहीं हुआ। लोगों को लगा कोई धर्मप्रेमी व्यक्ति गांव में रह रहा है।
क्राइम ब्रांच की टीम जब बुधवार को मौके पर पहुंची तो पास के घरों से सीसीटीवी डीवीआर कब्जे में ले लिया गया। हालांकि कुछ स्थानीय लोग जांच के दौरान विरोध में भी उतर आए और बोले — “एक कश्मीरी की वजह से हमें फंसाया जा रहा है।” लेकिन पुलिस ने उन्हें भरोसा दिलाया कि केवल गाड़ी की पहचान के लिए डीवीआर लिया गया है।
पुलिस की जांच — अब तक क्या मिला
क्राइम ब्रांच और दिल्ली पुलिस की टीम ने बताया कि मुजम्मिल अल-फलाह यूनिवर्सिटी के पास बने एक मकान में इमाम के परिवार के साथ रहता था।
जांच में पता चला है कि मुजम्मिल ने दोनों किराए के कमरों में खाद के बोरे रखे, लेकिन असल में उनमें आतंक का सामान था।
डीवीआर फुटेज में भी वह कई बार पिकअप गाड़ी के साथ आता-जाता दिखा है।
साजिश की सोच — क्यों चुना गया खेती वाला इलाका
फतेहपुर तगा और धौज क्षेत्र में करीब 80% लोग किसान हैं।
मुजम्मिल को पता था कि अगर वह वहां खाद के कट्टे रखेगा तो किसी को शक नहीं होगा।
उसने यही चालाकी अपनाई — और आतंक का जखीरा गाँव के बीचोंबीच रख दिया।
धौज और यूनिवर्सिटी कनेक्शन
धौज गांव के पास अल-फलाह यूनिवर्सिटी से भी इस पूरी साजिश का लिंक मिला है।
इसी वजह से पुलिस ने अब धौज से निकलने और अंदर आने वाली हर गाड़ी की चेकिंग शुरू कर दी है।
नाकों पर गाड़ियों के रिकॉर्ड नोट किए जा रहे हैं ताकि कोई सबूत छूट न जाए।
तबलीगी जमात के लोगों से पूछताछ
गांव के लोगों ने बताया कि वहां मेवात से तबलीगी जमात के कुछ लोग धर्म प्रचार के लिए आते-जाते रहते थे।
पुलिस ने उन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि, जांच के बाद उन्हें छोड़ दिया गया, क्योंकि उनका सीधे इस मामले से कोई संबंध नहीं निकला।
आतंक के नेटवर्क की परतें खुलती जा रहीं
दिल्ली बम धमाके की गूंज अब हरियाणा तक पहुंच चुकी है।
फतेहपुर तगा और धौज जैसे छोटे गांव अब पुलिस जांच के केंद्र बन गए हैं।
जांच टीम मान रही है कि डॉ. मुजम्मिल ने यहां विस्फोटक जमा करने के बाद दिल्ली में बड़ा धमाका करने की योजना बनाई थी।
वर्तमान में पुलिस ने इलाके में सख्त चौकसी बढ़ा दी है।
हर आने-जाने वाले व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है और फतेहपुर तगा के आसपास के CCTV फुटेज की बारीकी से जांच जारी है।
स्थानीय लोगों में दहशत
गांव के लोग अब भी हैरान हैं।
एक पड़ोसी ने बताया, “वो बहुत शरीफ लगता था, कभी शक नहीं हुआ कि वो आतंकवादी है। हमेशा नमाज़ पढ़ने जाता था।”
दूसरे ने कहा, “वो कहता था कि खेती के लिए खाद रखवाना है। अब पता चला कि उसमें बारूद था।”
जांच जारी, मुजम्मिल की तलाश तेज
फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने कहा है कि डॉ. मुजम्मिल फिलहाल फरार है, और पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में महाराष्ट्र व उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर रही हैं।
जांच में हर घंटे नए खुलासे हो रहे हैं।
अगर विस्फोटक समय रहते नहीं मिला होता, तो दिल्ली-एनसीआर को एक और बड़ा हादसा झेलना पड़ सकता था।
