हाल ही में कृति सेनन का नया गाना ‘Akhiyaan De Kol’ रिलीज़ हुआ है, जो उनके आने वाले नेटफ्लिक्स फिल्म ‘दो पट्टी’ का हिस्सा है। यह गाना शिल्पा राव द्वारा गाया गया है, और इसका संगीत तानिष्क बागची ने दिया है। लेकिन इस गाने ने एक बार फिर से विवाद को जन्म दिया है, क्योंकि यह गाना पाकिस्तानी गायिका रेशमा का एक लोकप्रिय लोक गीत का रीमेक है।
Adnani Siddiqui का कड़ा बयान
पाकिस्तानी अभिनेता Adnani Siddiqui ने इस गाने के निर्माताओं पर निशाना साधते हुए इसे “सॉर्डिड रिफ़ॉप” करार दिया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें कृति सेनन का एक चित्र था। अदनान ने लिखा, “नकल करना कभी-कभी सराहनीय हो सकता है, लेकिन जब यह एक क्लासिक को खत्म करने का कारण बनता है, तो यह अस्वीकार्य है। कृपया रेशमा जी और उनके द्वारा छोड़ी गई धरोहर का सम्मान करें। उनकी संगीत को उस गरिमा के साथ पेश किया जाना चाहिए, जिसके वह हकदार हैं, न कि इसे किसी साधारण रिफ़ॉप में बदल दिया जाए।”
Imitation can be flattering, but not when it means tearing apart a classic by a legend. Please show some respect for Reshma jee and the legacy she left behind. Her music deserves to be treated with the dignity it commands, not reduced to just another sordid ripoff. pic.twitter.com/aNBLHIjGvB
— Adnan Siddiqui (@adnanactor) October 20, 2024
विवाद का बढ़ता माहौल
Adnani Siddiqui के इस बयान ने सोशल मीडिया पर एक गर्मागर्म बहस को जन्म दे दिया है। कई लोग उनके इस विचार से सहमत दिखे और उन्होंने कहा कि यह रेशमा जी को सम्मानित करने का एक बेहुदा तरीका है। एक यूजर ने लिखा, “आपका धन्यवाद। रेशमा जी की महानता को इस तरह से सम्मानित करना सच में शर्मनाक है।” वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, “जो लोग डांस नहीं कर रहे हैं, उनके लिए संगीत कभी नहीं सुना जाएगा।”
इस विवाद में एक और दिलचस्प मोड़ तब आया जब कुछ यूजर्स ने कृति सेनन के डांस मूव्स को ऐश्वर्या राय बच्चन के गाने ‘क्रेजी किया रे’ से मिलाने का आरोप लगाया। सोशल मीडिया पर कृति के हुक स्टेप की तुलना ऐश्वर्या के आइकॉनिक मूव्स से की गई, जिससे यह मामला और भी बढ़ गया।
गाने की जानकारी
‘अखियां दे कोल’ एक रीमेक है जो रेशमा के लोकप्रिय लोक गीत पर आधारित है। रेशमा की आवाज़ और उनके गाने की विशेषता ने इसे आज भी जीवित रखा है। गाने को तानिष्क बागची ने नए रंग-रूप में पेश किया है, लेकिन इसे लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। शिल्पा राव की आवाज़ में इसे पेश किया गया है, लेकिन क्या यह रेशमा की कक्षा को छू पाता है, यह एक बड़ा प्रश्न है।
फिल्म का परिचय
कृति सेनन की यह फिल्म एक रहस्यमय थ्रिलर है, जो देविपुर नामक एक काल्पनिक पहाड़ी शहर में घटित होती है। फिल्म में पुलिस निरीक्षक विद्या ज्योति (काजोल) और साउम्या (कृति सेनन) के बीच जटिल घटनाओं का सिलसिला चलता है। साउम्या का पति ध्रुव सूद (शाहीर शेख) भी इस कहानी का हिस्सा है, और जब साउम्या की जुड़वां बहन शैलेई पहाड़ी इलाके में आती है, तो कहानी में एक नया मोड़ आता है।
यह फिल्म शशांक चतुर्वेदी द्वारा निर्देशित की गई है, जिन्हें आमतौर पर ‘बीओबी’ के नाम से जाना जाता है। इसे एक “कैप्टिवेटिंग मिस्ट्री थ्रिलर” के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। फिल्म 25 अक्टूबर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ होगी।
निष्कर्ष
गाने ‘अखियां दे कोल’ और फिल्म ‘दो पट्टी’ को लेकर चल रही बहस केवल एक गाने या फिल्म तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उस सांस्कृतिक वारिस की भी बात करती है जिसे हम अपनी धरोहर के रूप में देखते हैं। रेशमा जैसे महान कलाकारों की कृति को इस तरह से प्रस्तुत करना न केवल उनके काम के प्रति अनादर है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक गलत संदेश है।
इस तरह के विवाद हमें यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि क्या हम वास्तव में अपने सांस्कृतिक धरोहरों को समझते और सम्मानित करते हैं या फिर उन्हें बस एक म्यूजिकल एंटरटेनमेंट के रूप में देखते हैं। अदनान सिद्धिकी के बयान ने इस बहस को एक नई दिशा दी है और उम्मीद है कि आने वाले समय में निर्माता ऐसे मामलों में अधिक संवेदनशीलता दिखाएंगे।
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