
महाराष्ट्र में सियासी हलचल
महाराष्ट्र में राजनीतिक गतिविधियां एक बार फिर तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की है। यह बैठक मुंबई के दादर स्थित ठाकरे के निवास ‘शिवतीर्थ’ में हुई। इस मुलाकात ने आगामी नगर निगम चुनावों के मद्देनज़र बीजेपी और मनसे के बीच संभावित गठबंधन की अटकलों को हवा दे दी है।
महायुति में नई रणनीति की तैयारी?
इस बैठक को इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि यह 2024 के राज्य विधानसभा चुनावों के बाद पहली बार हुई है। उस चुनाव में महायुति गठबंधन ने विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) पर बड़ी जीत दर्ज की थी। मौजूदा महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (BJP), अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना शामिल हैं।
शिवसेना के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति
सूत्रों की मानें तो अगर BJP और MNS के बीच गठबंधन होता है, तो मुंबई के महापौर पद पर शिवसेना को अपनी दावेदारी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। माना जा रहा है कि यह फैसला नगर निगम चुनावों पर बड़ा असर डाल सकता है।
पुणे-पिंपरी चिंचवड़ में भी बढ़ी खींचतान
पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ नगर निगम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और अजीत पवार की एनसीपी के बीच टकराव की स्थिति बनती दिख रही है। दोनों दल इन महत्वपूर्ण निगमों पर नियंत्रण स्थापित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
MVA के लिए बढ़ी मुश्किलें
उधर, विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) को एक और झटका तब लगा जब उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इस कदम से विपक्षी गठबंधन के कमजोर होने की आशंका बढ़ गई है।
क्या बोले प्रसाद लाड?
बीजेपी एमएलसी प्रसाद लाड ने जानकारी दी कि राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री फडणवीस को अपने आवास पर आमंत्रित किया था। हालांकि इस मुलाकात को लेकर उन्होंने अधिक जानकारी नहीं दी।
निगम चुनावों पर बड़ा असर संभव
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बीजेपी-मनसे गठबंधन होता है, तो नगर निगम चुनावों की तस्वीर बदल सकती है। बीजेपी अपनी 100 प्रतिशत जीत की रणनीति पर काम कर रही है और इसी कारण छोटे दलों को जोड़ने की कोशिश कर रही है।
महाराष्ट्र की सियासत में इस मुलाकात ने नए समीकरणों की संभावना पैदा कर दी है। आने वाले दिनों में महापौर पद और नगर निगम चुनावों को लेकर क्या नई तस्वीर सामने आएगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
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