
सभापति जगदीप धनखड़
Rana Sanga controversy: राणा सांगा को लेकर आज संसद में संग्राम हुआ। दरअसल रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में राणा सांगा से संबंधित कुछ विवादित बयान दे दिया था जिसके बाद विवाद भड़का हुआ है। आज भी राज्यसभा में हंगामा हुआ है। आज जैसे ही राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई तुरंत हंगामा शुरू हो गया। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। वह रामजीलाल सुमन के बयान के विरोध में लगातार नारेबाजी करने लगे। किरेन रिजिजू ने विपक्ष से इस पर अपना स्टैंड लेने की अपील की और कहा कि मैं नहीं मानता कि यह विचार अकेले रामजीलाल सुमन के हैं।
Rana Sanga controversy: मल्लिकार्जुन खड़गे ने रखा अपना पक्ष
राज्यसभा में किरेन रिजिजू के विपक्ष पर निशाना साधने के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकाअर्जुन खड़गे ने कहा कि हम इस बात से सहमत है कि किसी का अपमान करने वाली टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। लेकिन कानून को अपने हाथ में लेकर इन लोगों ने जो कार्य किया है कि घर पर जाकर तोड़फोड़ किया है ये भी बेहद गलत है। दलितों के खिलाफ अत्याचार हम कभी भी सहन नहीं कर सकते। संविधान कभी भी किसी के घर को जलाने की इजाजत नहीं देता है। आप कानून को हाथ में नहीं ले सकते हैं। बुलडोजर चलाना गलत है।
Rana Sanga controversy: कांग्रेस ने राणा सांगा को कहा हीरो
तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि राणा सांगा इस देश के हीरो थे। उन्होंने सभापति की ओर संबोधित करते हुए कहा कि “आप कहते हैं कि जो बात कार्यवाई से हटा दी गई है उसे दोहराया नहीं जाता है। आज क्या हो रहा है? यही तो दोहराया जा रहा है। हम मानते हैं कि किसी भी जाति/वर्ग के महापुरुष का अपमान किया जाना गलत है। लेकिन इसकी आड़ में आप किसी भी दलित के घर में जाकर तोड़फोड़ नहीं कर सकते, दलित का घर नहीं जला सकते।”
Rana Sanga controversy: भाजपा सांसद के अलग थे तेवर
इन सभी बयानबजियो के बाद भाजपा के सांसद राधा राममोहनलाल अग्रवाल का गुस्सा फूटा। भाजपा के सांसद राधा राममोहन लाल ने आक्रामक तेवर में कहा कि सुमन ने उसी दिन यह कह दिया होता कि गलती से बोल दिया है तो यह मुद्दा समाप्त हो चुका होता। लेकिन उन्होंने कहा कि मर भी जाए तो अपनी बात हम वापस नहीं लेंगे। आज खड़गे जी ने दलित समाज से जोड़कर राजनीतिकरण कर सांगा को अपमानित करने का काम किया है। जब तक रामजीलाल सुमन और कांग्रेस पार्टी दोनों ही एक साथ खड़े होकर माफी नहीं मांग लेते तब तक हम समझौता करने को तैयार नहीं होंगे।
Rana Sanga controversy: सत्ता पक्ष और विपक्ष में हुई तकरार
जैसे ही राधा राम मोहनलाल अपने बात को खत्म करते हैं प्रमोद तिवारी कहते हैं कि “हम राणा सांगा की वीरता का सम्मान करते हैं।” वहीं विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा कि संविधान किसी को भी किसी का घर जला देने, तोड़फोड़ करने, बुलडोजर चलाकर ध्वस्त करने की इजाजत नहीं देता है।” इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा “इस घटना को जाति से जोड़ना उचित नहीं है। रामजीलाल सुमन के साथ ऐसा सिर्फ इसलिए नहीं हुआ कि वह एक दलित नेता है। यह सेंटीमेंट है। यह एक सांसद के बयान का मामला है। इससे दलित होने का कोई संबंध नहीं है।”
Rana Sanga controversy: सभापति को देना पड़ा दखल
पक्ष और विपक्ष की इस तकरार के बीच सभापति जगदीप धनखड़ को दखल देना ही पड़ गया। उन्होंने कहा कि हमने बयान को एक्सपंज कर दिया है। लेकिन सोशल मीडिया पर फिलहाल वायरल हो रहा है। धनखड़ ने कहा कि जो कुछ भी कहा गया उसे हमने एक्सपंज कर दिया लेकिन सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक के इस जमाने में एक्सपंज हमारे रिकॉर्ड तक ही सीमेंट कर रह गया है। वीडियो अभी भी सोशल मीडिया पर वायरल है। सदस्यों को संवेदनशील मुद्दों पर बोलने से पहले सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। कभी जाति/ समाज के महान नेताओं या महापुरुषों का अपमान नहीं करना चाहिए। हर जाति/ वर्ग में आदर्श है। आदिवासी समाज में बिरसा मुंडा है।
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