
अप्रैल फूल डे (April Fools Day) हर साल 1 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन लोग मजाक करने, दूसरों को बेवकूफ बनाने और हल्के-फुल्के प्रैंक करने का आनंद लेते हैं। हालांकि, यह एक अनौपचारिक उत्सव है, लेकिन दुनियाभर में इसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। तो चलिए जानते है अप्रैल फूल डे के इतिहास, महत्व और इसकी विभिन्न परंपराओं के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
April Fools Day: अप्रैल फूल डे का इतिहास
इस दिन की शुरुआत का संकेत देने वाला एक और रेफरेंश फ्लेमिश कवि एडुआर्ड डी डेने की 1561 में लिखी एक कविता में मिलता है. इस कविता में एक रईस शख्स के बारे में बताया गया है, जिसने 1 अप्रैल को अपने नौकर को मूर्खतापूर्ण कामों के लिए भेजा था.अप्रैल फूल्स डे की उत्पत्ति का एक सिलसिला मार्च के अंत में मनाए जाने वाले हिलारिया जैसे प्राचीन रोमन त्योहारों और लगभग उसी समय भारत में मनाई जाने वाली होली से भी जुड़ता है. हिलारिया के दौरान भी मौजूदा दौर की तरह ही लोग भेष बदलकर एक-दूसरे का मजाक उड़ाते थे. ऐसे ही होली पर भी हल्की-फुल्की बातचीत, हंसी-मज़ाक और रंग-गुलालों के साथ मौज-मस्ती करने की परंपरा चलती आ रही है.
April Fools Day: अप्रैल फूल डे का महत्व
इन दिन लोग मौज-मस्ती करते हैं। यह केवल चुटकुले शेयर करने और अपने दोस्तों और प्रियजनों को प्रैंक करने के बारे में नहीं है बल्कि खुशियां फैलाना के लिए भी होता है। चुटकुले और हंसी शेयर करने से हर कोई दिल से हंसता है।
April Fools Day: कैसे कैसे मनाया जाता है अप्रैल फूल दे
- अप्रैल फूल डे मनाने के लिए फ्रांस, इटली और बेल्जियम जैसे देशों में कागज की मछलियां लोगों की पीठ पर चिपका कर फिर उनका मजाक उड़ाया जाता है।
- ईरान में 1-2 अप्रैल के दिन को अप्रैल फूल डे के रूप में मनाते हैं और लोग एक-दूसरे पर कटाक्ष करते हैं।
- स्पेन में 28 दिसंबर के दिन को अप्रैल फूल डे के रूप में मनाया जाता है, जिसे ‘डे ऑफ होली इनोसेंट्स’ कहते हैं।
April Fools Day: अप्रैल फूल से जुड़ी कहानी
वही बता दे कि अप्रैल फूल से जुड़ी कई कहानी भी है एक कहानी यह भी है- इतिहासकारों ने इसे हिलेरिया से भी जोड़ा है। हिलेरिया एक लैटिन शब्द है, जिसका मतलब आनंदित होता है। प्राचीन रोम में एक समुदाय द्वारा एक त्योहार मनाया जाता है, जिसे हिलेरिया कहा जाता है। इस त्योहार में लोग अपना वेश बदलकर लोगों को पागल बनाने की कोशिश करते हैं। ये त्योहार भी मार्च के आखिर में मनाया जाता है। ऐसे में इसे भी अप्रैल फूल से जोड़ा जाता है।
April Fools Day: भारत में कब हुई थी शुरुआत?
दुनियाभर में 1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे मनाने के अलग-अलग तरीके हैं. अगर बात करें ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और अफ्रीकी देशों की, तो वहां अप्रैल फूल डे सिर्फ 12 बजे तक ही मनाया जाता है. वहीं, कनाडा, अमेरिका, रूस और बाकी यूरोपीय देशों में 1 अप्रैल को दिनभर अप्रैल फूल डे मनाया जाता है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में इस दिन की शुरुआत 19वीं सदी में अंग्रेजों ने की थी. आज के समय में भारत में भी लोग इस दिन लोग मस्ती-मजाक करते हैं। अप्रैल फूल डे एक मजेदार और हल्के-फुल्के हंसी-मजाक का दिन है, जिसे दुनिया भर में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है।
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