
World Drug Day 2025: ड्रग्स नहीं, जीवन चुनो – एक सुरक्षित कल की ओर
World Drug Day 2025: हर साल 26 जून को पूरी दुनिया “नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय दिवस” मनाती है। इस दिन का मक़सद लोगों को नशीली दवाओं के नुक़सान और ग़ैरक़ानूनी तस्करी से जुड़ी समस्याओं के बारे में जागरूक करना, साथ ही रोकथाम और इलाज़ की तरफ़ ध्यान खींचना है।
इतिहास
- 1987 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 26 जून को औपचारिक रूप से इस दिवस के रूप में घोषित किया।
- तारीख़ चुनने का कारण 1839 में चीनी सुधारक लिन ज़े-श्यू द्वारा अफ़ीम के खिलाफ़ किये गए साहसिक कदम को सम्मान देना था।
- 1989 से यह दिवस विश्व भर में मनाया जा रहा है।
क्यों ज़रूरी है यह दिवस?
- बढ़ता ख़तरा – दुनिया भर में करोड़ों लोग नशीली दवाओं के लत और उस से जुड़े रोगों से पीड़ित हैं, मगर हर पाँच में से सिर्फ़ एक व्यक्ति को इलाज मिल पाता है।
- दोगुना संकट– नशा स्वास्थ्य तो ख़राब करता ही है, साथ ही कलंक और भेदभाव का बोझ भी डालता है, जिससे मदद मिलना और मुश्किल हो जाता है।
- समाज पर असर – तस्करी से अपराध, हिंसा और आर्थिक नुक़सान बढ़ता है; ये सब सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को भी पिछे धकेलते हैं।
- नशीली दवाएँ केवल स्वास्थ्य समस्या नहीं हैं; वे परिवार, समाज और अर्थव्यवस्था पर भी प्रहार करती हैं। 2025 की थीम याद दिलाती है कि अगर हम आज रोकथाम पर निवेश करते हैं, तो कल लाखों जीवन और भविष्य सुरक्षित हो सकते हैं। चलिये, हम सब मिल कर इस दिवस को सिर्फ़ “एक और तारीख़” न मानें, बल्कि ड्रग-मुक्त, स्वस्थ और समावेशी समाज की ओर कदम बढ़ाएँ।
2025 की थीम
इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र (UNODC) ने दिवस की थीम घोषित की है—
साक्ष्य स्पष्ट है: रोकथाम में निवेश करें — दुष्चक्र तोड़ें”।
थीम यही संदेश देती है कि ड्रग समस्या से निपटने का सबसे सशक्त तरीक़ा पहले से रोकथाम पर ध्यान देना, समुदायों को सशक्त करना और सुधार के लिये वैज्ञानिक तरीक़ों में निवेश करना है।
पिछले वर्षों की थीम
(थीम हर साल परिस्थितियों के अनुसार बदलती है, मगर मक़सद एक ही रहता है — लोगों की रक्षा।)
- 2024: साक्ष्य स्पष्ट है: रोकथाम में निवेश करें
- 2023: लोग पहले – कलंक रोको, रोकथाम मज़बूत करो
- 2022: स्वास्थ्य और मानवीय संकटों में ड्रग चुनौतिया
- 2021: तथ्य साझा करें, जीवन बचाएँ
- 2020: बेहतर ज्ञान, बेहतर देखभाल
नशीली दवाएँ केवल स्वास्थ्य समस्या नहीं हैं; वे परिवार, समाज और अर्थव्यवस्था पर भी प्रहार करती हैं। 2025 की थीम याद दिलाती है कि अगर हम आज रोकथाम पर निवेश करते हैं, तो कल लाखों जीवन और भविष्य सुरक्षित हो सकते हैं। चलिये, हम सब मिल कर इस दिवस को सिर्फ़ “एक और तारीख़” न मानें, बल्कि ड्रग-मुक्त, स्वस्थ और समावेशी समाज की ओर कदम बढ़ाएँ
विश्व ड्रग रिपोर्ट से मुख्य तथ्य
- कोकी और सिंथेटिक ड्रग्स का वैश्विक उत्पादन इतिहास में सबसे ऊँचे स्तर पर है।
- 15–64 वर्ष आयु के लगभग 5.5 % लोगों ने पिछले साल कम से कम एक बार ड्रग का इस्तेमाल किया।
- 36 मिलियन लोग ड्रग उपयोग जनित विकारों से ग्रस्त हैं।
- छिपी लत की मार महिलाओं पर भी पड़ती है — उपचार ढूँढने में उन्हें ज़्यादा रुकावटें आती हैं।
(ये आँकड़े UNODC द्वारा जारी वार्षिक विश्व ड्रग रिपोर्ट का हिस्सा हैं।)
भारत में स्थिति
- ओपिओइड्स (अफ़ीम से बने दवाइयाँ) का उपयोग उच्च है।
- एम्फिटामिन-टाइप स्टिमुलेंट्स (एटीएस) का बाज़ार लगातार फैल रहा है; मेथाम्फेटामिन एक तेज़ी से उभरता ख़तरा है।
- कई राज्यों में कॉलेज छात्रों और कामकाजी युवा शुरुआत में “परीक्षा का तनाव” या “थकान दूर करने” के लिए टैबलेट और सीरप लेते हैं, जो धीरे-धीरे लत बन जाती है।
क्या किया जा सकता है?
- रोकथाम पहले – स्कूल, कॉलेज, वर्कप्लेस में नशीली दवाओं पर यथार्थपरक शिक्षा।
- दया और सम्मान – लत से जूझ रहे लोगों को अपराधी न मानें; उन्हें इलाज और पुनर्वास की सुविधा दें।
- सबूत-आधारित इलाज – काउंसिलिंग, मेडिकल थेरेपी, और सामाजिक सहयोग को एक साथ जोड़ना।
- समुदाय की भूमिका – माता-पिता, शिक्षक, सामाजिक संस्थाएँ साथ आकर खुले वातावरण में बात करें, ताकि युवा संकोच छोड़ कर मदद माँग सकें क़ानूनी कार्रवाई – तस्करी नेटवर्क और ऑनलाइन ड्रग बिक्री पर सख़्त नज़र और त्वरित कार्रवाई।
कैसे मना सकते हैं World Drug Day?
- स्थानीय रैली, वेबिनार या स्कूल प्रोग्राम करें।
- सोशल मीडिया पर #WorldDrugDay और #StopOrganizedCrime के साथ जानकारी शेयर करें।
- अपने परिवार और मित्रों के साथ खुले मन से ड्रग जोखिम की चर्चा करें।
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