
Vinayaka Chaturthi 2025: आषाढ़ मास में गणपति पूजा की संपूर्ण विधि और शुभ मुहूर्त
Vinayaka Chaturthi 2025: हर महीने विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। आषाढ़ के महीने में आने वाली विनायक चतुर्थी को आषाढ़ विनायक चतुर्थी कहा जाएगा। यह व्रत भगवान गणेश जी को समर्पित है, विनायक चतुर्थी का व्रत संकल्प लेकर अगर कोई व्यक्ति रखे तो भगवान उसके सारे विघ्नों को हर लेते हैं। आईए जानते हैं आषाढ़ के महीने में विनायक चतुर्थी कब है और क्या है पूजा विधि।
विनायक चतुर्थी 2025 कब है?
हर महीने में एक बार विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाता है, आषाढ़ के महीने में आने वाली विनायक चतुर्थी 28 तारीख को होगी, ऐसे में संकल्प लेकर विधि विधान से जो भी व्यक्ति गणपति पापा की पूजा आराधना करता है उसके जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है।
हिंदू पंचांग की माने तो, आषाढ़ विनायक चतुर्थी का व्रत 28 जून को रखा जाएगा।
शुभ मुहूर्त और तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने की तरह आषाढ़ के महीने में भी, आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा।
विनायक चतुर्थी तिथि की शुरुआत 28 जून को सुबह 9:53 से शुरू होगी, और इसका समापन 29 की सुबह 9:14 पर होगा।
पूजा विधि
- सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- घर वह पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
- भगवान गणेश जी का जल अभिषेक करें।
- लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बेचकर गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित करें।
- गणेश भगवान जी को पीले फूल, फल और पीला चंदन लगाए।
- भगवान को तिल के लड्डू या मोदक का भोग लगाना अत्यंत शुभ माना गया है, क्योंकि भगवान गणेश जी को मोदक अत्यंत पसंद है।
- भगवान गणेश जी के मित्रों का जब करें।
- पूरी श्रद्धा के साथ भगवान की आरती उतारे।
- संध्या काल के समय चंद्रमा के दर्शन करके चंद्रमा को जल अर्ध करें।
- इसके बाद व्रत का पारण करें।
- अंत में भगवान से क्षमा याचना करें।
खास उपाय!
- भगवान गणेश जी की विशेष कृपा पाने के लिए यह खास उपाय जरूर करें।
- आषाढ़ महीने की चतुर्थी तिथि के दिन, भगवान गणेश जी को मोदक का भोग लगे और दुर्वा जरुर चढ़ाएं।
- भगवान जी की श्रद्धा पूर्वक वंदना का पाठ करें या आप सुन भी सकते हैं।
- गणेश भगवान जी को लाल रंग का फूल अत्यंत प्रिय है। अगर आप विनायक भगवान जी को लाल गुड़हल का फूल या कोई भी लाल रंग का पुष्प अर्पित करते हैं तो भगवान आपकी मनोकामनाएं जल्दी पूर्ण करते हैं।
- भगवान को शमी का पौधा भी अत्यंत प्रिय है। अगर आप शमी के पेट विनायक जी को अर्पण करते हैं तो आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो जाती है।
- गणेश जी को सिंदूर अर्पित करने से भक्तों की बुद्धि प्रबल होती है।
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