
UP Conversion Gang ‘कयामत आएगी तो जन्नत नसीब’, निकाह के बाद युवतियों का ब्रेनवॉश कर बनाते थे मुजाहिद
UP Conversion Gang: उत्तर प्रदेश के आगरा में forced religious conversion का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें UP conversion gang की घिनौनी सच्चाई उजागर हुई है। पुलिस ने इस conversion racket के मास्टरमाइंड Abdul Rehman समेत 10 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गैंग युवतियों को सोशल मीडिया के माध्यम से फंसाकर, पहले nikah करता था और फिर उनका religious conversion कर उन्हें कथित “मुजाहिद” बनने के लिए मानसिक रूप से तैयार करता था।
सोशल मीडिया से शुरू होती थी साजिश
जांच में सामने आया है कि गिरोह के सदस्य, खासकर एक युवक Junaid, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर युवतियों से दोस्ती करता था। धीरे-धीरे वह उनके साथ भावनात्मक संबंध बनाता और फिर nikah का प्रस्ताव रखता। खास बात यह थी कि निकाह के बाद वह युवतियों से शारीरिक संबंध नहीं बनाते थे। पूछताछ में बताया गया कि यह रणनीति इसलिए अपनाई जाती थी ताकि युवती खुद को सुरक्षित महसूस करे और आसानी से धर्मांतरण के लिए मानसिक रूप से तैयार हो जाए।
‘निकाह’ और फिर ब्रेनवॉश
हाल ही में Rohtak की एक युवती को Abdul Rehman के घर से छुड़ाया गया। उसने बताया कि कैसे Junaid ने उसे पहले फेसबुक पर फंसाया, फिर निकाह कराया और बाद में उसे दिल्ली के शाहीन बाग में एक गुप्त हॉस्टल में भेज दिया। यहां पहले से ही कई अन्य युवतियां थीं जिन्हें एक-दूसरे से बात करने की अनुमति नहीं थी।
युवती ने बताया कि वहां विशेष धर्म की महिलाएं उन्हें समझाती थीं कि “कयामत आएगी तो जन्नत नसीब होगी“। इस मानसिक ब्रेनवॉश के दौरान उन्हें अपने मूल धर्म से नफरत करना और दूसरे धर्म की बातें स्वीकार करना सिखाया जाता था।
Forced conversion के बाद भेजा जाता था कोलकाता
जांच में यह भी सामने आया है कि धर्म परिवर्तन के बाद अधिकतर लड़कियों को कोलकाता भेजा जाता था, जहां उन्हें और अधिक कट्टर विचारधारा से जोड़ा जाता था। यही नहीं, उन्हें mujaheed की तरह ट्रेनिंग दी जाती थी ताकि वे गैंग के इशारों पर चल सकें।
Abdul Rehman का नेटवर्क और गिरफ्तारी
Agra police ने जब इस केस की तह तक जांच की, तो पता चला कि Abdul Rehman, जो कि Old Mustafabad, Delhi का निवासी है, इस पूरे नेटवर्क का mastermind है। उसके घर से रोहतक की युवती के अलावा कई आपत्तिजनक साहित्य और दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
गौरतलब है कि यह मामला तब उजागर हुआ जब Agra Sadar क्षेत्र की दो सगी बहनों के धर्मांतरण का केस सामने आया था। इस केस की गहराई से जांच करने पर पुलिस को इस पूरे गिरोह का सुराग मिला।
UP Conversion Gang: पीड़िता की आपबीती
पीड़िता ने बताया कि 2018 में उसकी फेसबुक पर जुनैद से दोस्ती हुई थी। कुछ समय बाद वह उससे मिलने आगरा आया और उसे Kalma पढ़वा दिया। 2020 में जब जुनैद ने दूसरी लड़की से निकाह कर लिया तब भी उसका युवती से संपर्क बना रहा। जब युवती की शादी तय हुई, तो उसने उसे भड़का कर घर से भगा लिया।
दिल्ली पहुंचने पर उसे एक खास हॉस्टल में रखा गया जहां उसका संपर्क बाहर की दुनिया से पूरी तरह काट दिया गया। निकाह के बाद भी जुनैद उसे अपने साथ नहीं ले गया, बल्कि Abdul Rehman के घर छोड़ दिया। वहां उसके mental conditioning पर निगरानी रखी जाती थी।
माता-पिता की व्यथा
जब रोहतक की इस युवती की खबर मिली तो उसके माता-पिता सोमवार रात आगरा पहुंचे। बेटी को पाकर वे फूट-फूट कर रोने लगे। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की फेसबुक ID और मोबाइल नंबर बंद हो जाने के कारण वे संपर्क नहीं कर पा रहे थे। पुलिस भी पहले गंभीर नहीं थी। लेकिन अब वे चाहते हैं कि दोषियों को कड़ी सजा मिले।
Police Remand पर आरोपियों से पूछताछ जारी
अब तक इस conversion racket के 10 आरोपी पकड़े जा चुके हैं और सभी 10 दिन की पुलिस रिमांड पर हैं। इनमें गोवा की आयशा उर्फ एसबी कृष्णा भी शामिल है, जो इस नेटवर्क को फंडिंग करती थी। Abdul Rehman का नाम भी उसी की पूछताछ में सामने आया था।
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