
Yak-18T crash: मॉस्को में याक-18टी विमान दुर्घटना, ट्रेनिंग के दौरान हादसा, 4 की मौत!
Yak-18T crash: रूस की राजधानी मॉस्को के कोलोम्ना जिले में शनिवार को एक दर्दनाक हवाई हादसा हुआ, जिसमें एक याक-18टी (Yakovlev Yak-18T) ट्रेनर विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से उसमें सवार चार लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में विमान का चालक और तीन ट्रेनी पायलट शामिल थे। यह हादसा उस समय हुआ जब विमान हवाई करतब (एरोबैटिक्स) की प्रैक्टिस कर रहा था।
इस हादसे ने एक बार फिर एविएशन सुरक्षा, तकनीकी देखरेख और उड़ान पूर्व प्रक्रियाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हादसे की वजह: इंजन फेल होने की आशंका
रूस के आपदा प्रबंधन मंत्रालय के अनुसार, प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि विमान के इंजन में तकनीकी खराबी आ गई थी। इंजन फेल होते ही विमान पायलट के नियंत्रण से बाहर हो गया और तेजी से नीचे गिरते हुए कोलोम्ना जिले के एक खुले खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। टक्कर के तुरंत बाद विमान में आग लग गई, जिससे सभी चारों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
खुशकिस्मती यह रही कि यह हादसा आबादी वाले इलाके में नहीं हुआ, जिससे जमीन पर किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
क्या विमान को उड़ान भरने की अनुमति नहीं थी?
इस हादसे को और गंभीर बनाती हैं वे रिपोर्ट्स, जो दावा करती हैं कि इस विमान को उड़ान भरने की आधिकारिक इजाजत नहीं मिली थी। कुछ स्थानीय मीडिया संस्थानों और अनौपचारिक सूत्रों के अनुसार, यह विमान बिना फ्लाइट परमिशन के उड़ान पर गया था।
अब मॉस्को क्षेत्र के प्रॉसिक्यूटर ऑफिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह देखा जा रहा है कि क्या विमान उड़ाने से पहले जरूरी कागजी कार्रवाई, तकनीकी जांच और सुरक्षा नियमों का पालन किया गया था या नहीं।
जांच के मुख्य बिंदु:
- क्या विमान को उड़ान भरने की अनुमति दी गई थी?
- क्या विमान का तकनीकी निरीक्षण समय पर हुआ था?
- पायलट और ट्रेनी पायलटों को उड़ान के लिए पूरी तैयारी और प्रशिक्षण मिला था या नहीं?
- क्या सुरक्षा मानकों का पालन किया गया?
- क्या विमान में कोई पुराना तकनीकी दोष पहले से था?
यह जांच ना सिर्फ मृतकों के परिवारों को न्याय दिलाने के लिए जरूरी है, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए भी आवश्यक है।
याक-18टी: भरोसेमंद लेकिन पुराना विमान
याक-18टी विमान एक हल्का ट्रेनर विमान है, जिसे सोवियत काल में विकसित किया गया था। यह विमान मुख्य रूप से फ्लाइंग क्लबों, एविएशन स्कूलों और ट्रेनी पायलटों के प्रशिक्षण के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसकी पहचान इसके मजबूत ढांचे, सरल नियंत्रण और कम लागत वाले संचालन के कारण होती है।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के पुराने विमानों के लगातार उपयोग के चलते इनकी तकनीकी स्थिति पर विशेष ध्यान देना जरूरी हो जाता है। यदि नियमित मेंटेनेंस और अपडेटेड टेक्नोलॉजी का ध्यान न रखा जाए, तो ऐसे हादसों की आशंका बनी रहती है।
रूस में छोटे विमान हादसों का इतिहास
रूस में पिछले कुछ वर्षों में छोटे विमान और ट्रेनर एयरक्राफ्ट के हादसे कई बार हो चुके हैं। इनमें से अधिकांश हादसे तकनीकी खराबी, पायलट की गलती या फिर मौसम की खराब स्थिति की वजह से हुए हैं। ऐसे हादसे दर्शाते हैं कि एविएशन सेक्टर में सुरक्षा मानकों को और कड़ा करने की आवश्यकता है, खासकर निजी और ट्रेनिंग उड़ानों के मामले में।
सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस हादसे ने एविएशन से जुड़ी एजेंसियों को झकझोर कर रख दिया है। जहां एक ओर विमान की विश्वसनीयता और तकनीकी गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं, वहीं दूसरी ओर फ्लाइट अनुमति और उड़ान से पहले की तैयारियों को लेकर भी गंभीर शंका जताई जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह साबित हो जाता है कि विमान बिना अनुमति उड़ाया गया, तो यह सिर्फ एक मानवीय भूल नहीं बल्कि एक आपराधिक लापरवाही का मामला हो सकता है।
सबक और सुधार की जरूरत
मॉस्को में हुआ यह हादसा केवल एक दुखद घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है। याक-18टी जैसे पुराने विमानों की तकनीकी स्थिति, पायलट प्रशिक्षण की गुणवत्ता, उड़ान की अनुमति और सुरक्षा उपायों पर कठोर निगरानी जरूरी हो गई है।
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