Baahubali The Epic: राजामौली की फिल्म रचेगी नया इतिहास, 7 प्रीमियम फॉर्मेट्स में होगी रिलीज़
Baahubali The Epic: भारत में जब भी किसी भव्य और ऐतिहासिक फिल्म की बात होती है, तो सबसे पहले नाम आता है—‘बाहुबली’ का। एस.एस. राजामौली द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने भारतीय सिनेमा को एक नया मुकाम दिया था। ‘बाहुबली 1’ और ‘बाहुबली 2’ की कहानी, अभिनय, संगीत और तकनीकी भव्यता ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था। अब दर्शक जिस फिल्म का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं, वह है — ‘बाहुबली: द एपिक’।
यह फिल्म सिर्फ एक री-रिलीज़ नहीं, बल्कि एक नया सिनेमैटिक अनुभव लेकर आ रही है। राजामौली और उनकी टीम ने इसमें कई अनसीन फुटेज जोड़े हैं, जो पहले किसी ने नहीं देखे। साथ ही, इसे ऐसे सात प्रीमियम फॉर्मेट्स में रिलीज़ किया जा रहा है, जिनका भारत में एक साथ इस्तेमाल आज तक किसी भी फिल्म में नहीं हुआ।
क्या हैं ये सात प्रीमियम फॉर्मेट्स?
‘बाहुबली: द एपिक’ को IMAX, Dolby Cinema, 4DX, D-Box, Epic, ICE और PCX जैसे सात हाई-टेक फॉर्मेट्स में रिलीज़ किया जाएगा।
हर फॉर्मेट की अपनी खासियत है —
- IMAX में विशाल स्क्रीन और बारीक डिटेल्स से हर फ्रेम ज़िंदा महसूस होता है।
- Dolby Cinema में साउंड इतना गहरा और रिच होता है कि दर्शक खुद को कहानी के बीच पाते हैं।
- 4DX में सीटें हिलती हैं, हवा और पानी के इफेक्ट्स आते हैं — यानी फिल्म सिर्फ देखी नहीं जाती, महसूस की जाती है।
- D-Box और ICE जैसी तकनीकें हर सीन को रियल-लाइफ एक्सपीरियंस में बदल देती हैं।
- इन सबके बीच राजामौली का निर्देशन, विशाल सेट्स और विज़ुअल ग्रैंडनेस इसे वाकई “एपिक” बना देते हैं।
निर्माता का बयान
फिल्म के निर्माता शोबू यार्लगड्डा ने सोशल मीडिया पर लिखा — “मल्टीपल रिलीज़ फॉर्मेट्स और वर्ल्डवाइड रिलीज़ के साथ वक्त पर प्रोडक्ट डिलीवर करना लॉजिस्टिकली चुनौतीपूर्ण होता है। लेकिन अन्नपूर्णा स्टूडियोज़ के साथ मिलकर हम सारे फॉर्मेट्स और टाइमलाइंस को रिव्यू कर रहे हैं ताकि फिल्म सही वक्त और भव्यता के साथ दर्शकों तक पहुंचे।”
यह बयान बताता है कि टीम सिर्फ फिल्म नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव देने जा रही है जिसे दर्शक ज़िंदगीभर याद रखेंगे।
कब और कहाँ देख पाएंगे?
फिल्म 31 अक्टूबर 2025 को दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी। यह पहली भारतीय फिल्म होगी जो एक साथ इतने फॉर्मेट्स में रिलीज़ की जाएगी। इससे पहले किसी भी बॉलीवुड या साउथ इंडियन फिल्म ने यह प्रयोग नहीं किया था।
‘बाहुबली: द एपिक’ को खास तौर पर पुनः एडिट किया गया है ताकि कहानी की रफ्तार और इमोशन्स और गहराई से महसूस हों। इसमें पुराने दृश्यों के साथ कुछ नए सीन्स भी जोड़े गए हैं, जो दर्शकों को बाहुबली की दुनिया में फिर से ले जाएंगे।
क्यों खास है ‘बाहुबली: द एपिक’?
- नए दृश्य और अनसीन फुटेज
- बेहतर साउंड और विजुअल इफेक्ट्स
- सात प्रीमियम सिनेमैटिक फॉर्मेट्स
- वैश्विक स्तर पर रिलीज़
- राजामौली की नई एडिटिंग दृष्टि
राजामौली हमेशा से तकनीक और कहानी के मेल पर विश्वास रखते हैं। उनके लिए सिनेमा सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक अनुभव (Experience) है। यही कारण है कि वह हर फिल्म के साथ कुछ नया लेकर आते हैं।
बाहुबली का सांस्कृतिक प्रभाव
‘बाहुबली’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक घटना थी। “कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?” जैसे सवाल देश के हर कोने में चर्चा का विषय बने। आज भी ‘बाहुबली’ का नाम सुनते ही दर्शकों में वही उत्साह लौट आता है।
अब ‘बाहुबली: द एपिक’ उस उत्साह को नई ऊर्जा देने जा रही है। यह न सिर्फ युवाओं को, बल्कि हर उम्र के दर्शकों को भारतीय सिनेमा के स्वर्ण युग की याद दिलाएगी।
एक कदम वैश्विक सिनेमा की ओर
‘बाहुबली: द एपिक’ सिर्फ भारतीय दर्शकों के लिए नहीं, बल्कि ग्लोबल ऑडियंस के लिए भी तैयार की जा रही है। IMAX और Dolby Cinema जैसे फॉर्मेट्स दुनिया के कई देशों में पॉपुलर हैं। इस रिलीज़ से भारतीय सिनेमा का मान बढ़ेगा और दुनिया देखेगी कि भारत तकनीक और कहानी, दोनों में किसी से कम नहीं।
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