Timarpur murder case: लिव-इन पार्टनर ने किया कत्ल,और जुनून बन गया मौत की साजिश
Timarpur murder case: दिल्ली के तिमारपुर इलाके से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने हर किसी को हिला कर रख दिया है। यहां यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र रामकेश मीणा (32) की मौत कोई हादसा नहीं, बल्कि एक सोची-समझी हत्या थी। और यह हत्या किसी अनजान अपराधी ने नहीं, बल्कि उसकी लिव-इन पार्टनर अमृता चौहान (21) ने अपने पूर्व प्रेमी के साथ मिलकर की थी।
यह कहानी सिर्फ एक मर्डर केस नहीं, बल्कि उस अंधे रिश्ते की है जहां प्यार, भरोसे और बदले की रेखाएं धुंधली हो गईं।
शुरुआत: लिव-इन रिलेशन जो बना खतरा
मुरादाबाद की रहने वाली अमृता चौहान कुछ महीनों पहले दिल्ली आई थी। यहां उसकी मुलाकात रामकेश मीणा से हुई — जो यूपीएससी की तैयारी कर रहा था और अपने सपनों के साथ संघर्ष कर रहा था। दोनों के बीच नज़दीकियां बढ़ीं और जल्द ही वे लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे।
शुरुआत में सब ठीक था, लेकिन धीरे-धीरे रिश्ते में दरारें आने लगीं। झगड़े बढ़ने लगे, और सबसे बड़ा विवाद था — अमृता के निजी फोटो और वीडियो, जो रामकेश के पास थे।
वो अश्लील वीडियो… जो मौत की वजह बना
अमृता ने कई बार रामकेश से कहा कि वह उसके निजी वीडियो और फोटो डिलीट कर दे, लेकिन वह तैयार नहीं हुआ।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रामकेश कहता था — “ये मेरी यादें हैं, इन्हें नहीं मिटाऊंगा।”
बस यही बात अमृता को अंदर तक तोड़ गई। उसने यह बात अपने पूर्व प्रेमी सुमित कश्यप (27) को बताई, जो मुरादाबाद में गैस सिलिंडर डिस्ट्रीब्यूटर है।
यहीं से साजिश की पटकथा लिखी गई।
सुमित ने अपने दोस्त संदीप कुमार (29) को भी साथ मिला लिया। और फिर तय हुआ — “रामकेश को रास्ते से हटाना ही होगा।”
हत्या की रात – जब सब कुछ खत्म हुआ
5 अक्टूबर की रात तीनों आरोपी तिमारपुर पहुंचे।
पुलिस की जांच के मुताबिक, पहले उन्होंने गला दबाकर रामकेश की हत्या की।
फिर उसे हादसे जैसा दिखाने के लिए पेट्रोल डालकर कमरे में आग लगा दी।
इतना ही नहीं, सुमित ने अपने गैस डिस्ट्रीब्यूशन के अनुभव का इस्तेमाल करते हुए एलपीजी सिलिंडर खोला ताकि विस्फोट से लगे कि आग सिलिंडर से लगी है।
कमरे का सारा सामान, खासकर हार्ड डिस्क जिसमें वीडियो थे — उठा ले गए।
सुबह पड़ोसियों ने धुआं देखा और फायर ब्रिगेड को बुलाया। कमरे में बुरी तरह जला शव मिला।
शुरुआत में पुलिस ने इसे दुर्घटना माना, लेकिन जल्द ही सच्चाई सामने आने लगी।
सुराग जो कातिलों तक पहुंचा
तिमारपुर थाने की पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तो कैमरे में एक युवती और दो युवक रामकेश के कमरे की ओर जाते दिखे।
वहीं से कहानी ने मोड़ लिया।
युवती की पहचान अमृता चौहान के रूप में हुई।
मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करने पर उसकी मौजूदगी वारदात वाली रात उसी इलाके में पाई गई।
पूछताछ में अमृता टूट गई और पूरी साजिश कबूल कर ली।
अमृता ने कबूल किया अपना गुनाह
पुलिस पूछताछ में अमृता ने बताया की “वो मेरे फोटो-वीडियो डिलीट नहीं कर रहा था। मुझे डर था कि वो उन्हें वायरल कर देगा। इसलिए मैंने सुमित से मदद मांगी। हमने उसे खत्म करने की योजना बनाई।”
उसकी यह स्वीकारोक्ति पुलिस के लिए सबूत बन गई।
तीनों आरोपियों — अमृता, सुमित और संदीप — को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस ने हार्ड डिस्क और अन्य सामान भी बरामद कर लिया है।
प्यार, बदला और पछतावा – एक दर्दनाक कहानी
यह केस सिर्फ हत्या नहीं, बल्कि रिश्तों की नाजुकता और डिजिटल युग के खतरों की सच्ची तस्वीर है।
आज रिश्ते चैट और वीडियो तक सीमित हो गए हैं।
जहां भरोसे की जगह रिकॉर्डिंग ने ले ली है, और मोहब्बत अब “प्रूफ” मांगती है।
एक वक्त था जब अमृता और रामकेश एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे,
और अब वही रिश्ता अपराध और राख में बदल गया।
दिल्ली पुलिस की सतर्क जांच
दिल्ली उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त राजा बांठिया ने बताया कि मामला अब पूरी तरह सुलझ चुका है।
सभी आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है और जांच आगे बढ़ रही है।
पुलिस का कहना है कि “किसी भी संबंध में ब्लैकमेलिंग या निजी वीडियो बनाना खतरनाक कदम हो सकता है।”
यह भी पढ़े

