Rahul Gandhi ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा,“अगर आप कहेंगे कि मोदी जी, मंच पर आ जाइए, हम आपको वोट देंगे, नाचिए, तो वो वोट के लिए मंच पर नाच भी जाएंगे।”
Bihar Assembly Election के बीच राजनीतिक बयानबाजी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। हर पार्टी अपने विपक्ष पर तंज कसने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ऐसा बयान दिया है जिसने पूरे देश की राजनीति को हिला कर रख दिया है।
मुजफ्फरपुर में आयोजित महागठबंधन की जनसभा के दौरान Rahul Gandhi ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा,“अगर आप कहेंगे कि मोदी जी, मंच पर आ जाइए, हम आपको वोट देंगे, नाचिए, तो वो वोट के लिए मंच पर नाच भी जाएंगे।” राहुल गांधी का यह बयान कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और भाजपा नेताओं की कड़ी प्रतिक्रियाएँ आने लगीं।
भाजपा ने बताया ‘प्रधानमंत्री का अपमान’
भाजपा नेताओं ने Rahul Gandhi के इस बयान को लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन बताया। कई वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि कांग्रेस नेता लगातार प्रधानमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले बयान दे रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि “Rahul Gandhi के शब्द उनकी हताशा और निराशा को दिखाते हैं। जनता विकास चाहती है, न कि इस तरह की बयानबाजी।”
वहीं भाजपा आईटी सेल प्रमुख ने सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के वीडियो को साझा करते हुए लिखा — “यह वही कांग्रेस है जो जनता के मतों का मज़ाक उड़ाती है। प्रधानमंत्री का नहीं, देश के हर मतदाता का अपमान हुआ है।”
Rahul Gandhi ने क्या कहा अपने बचाव में
कांग्रेस खेमे की ओर से यह सफाई आई कि Rahul Gandhi ने यह टिप्पणी प्रतीकात्मक तौर पर कही थी। उनका इशारा प्रधानमंत्री की “हर मौके पर राजनीतिक फायदा उठाने की प्रवृत्ति” की ओर था। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि “राहुल जी का मकसद किसी का अपमान करना नहीं था, बल्कि यह बताना था कि सत्ता में बैठे लोग सिर्फ वोट के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।”
बयान के पीछे की राजनीतिक रणनीति
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि Rahul Gandhi का यह बयान Bihar Assembly Election की रणनीति का हिस्सा हो सकता है। बिहार में Bihar Assembly Election के लिए इस समय एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। ऐसे में राहुल गांधी ने जानबूझकर ऐसा बयान दिया जिससे चर्चा का केंद्र प्रधानमंत्री मोदी बन जाए और विपक्ष को मीडिया स्पेस मिल सके।
एक वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक के अनुसार
“Rahul Gandhi का यह बयान आक्रामक प्रचार शैली का उदाहरण है। यह कांग्रेस की उस रणनीति का हिस्सा है जिसमें भाजपा को ‘वोट के लिए कुछ भी करने वाली पार्टी’ के रूप में दिखाने की कोशिश की जा रही है।”
Bihar Assembly Election में बिहार के मतदाताओं पर इसका क्या असर?
बिहार में यह बयान दो तरह की प्रतिक्रियाएँ पैदा कर रहा है। भाजपा समर्थक इसे प्रधानमंत्री का अपमान बता रहे हैं, जबकि महागठबंधन के कुछ समर्थक इसे राहुल गांधी की बेबाकी के रूप में देख रहे हैं।
ग्रामीण इलाकों में लोग इस बयान को लेकर चर्चा करते जरूर दिख रहे हैं, लेकिन कई मतदाता यह भी मानते हैं कि ऐसे बयानों से असल मुद्दे; रोजगार, शिक्षा, महंगाई और भ्रष्टाचार पीछे छूट जाते हैं।
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