RainAlert: CycloneMontha तो थम गया, लेकिन बारिश का तांडव आने वाला है! अगले 4 दिन भीगेंगे ये राज्य
RainAlert: देश के कई हिस्सों में आसमान फिर से बादलों से घिर चुका है। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले 4 दिन यानी 29 अक्टूबर से 1 नवंबर तक कई राज्यों में मूसलाधार बारिश, तेज हवाओं और गरज-चमक का दौर जारी रहेगा।
कहां-कहां बरसेंगे बादल?
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना:
चक्रवाती CycloneMontha अब गहरे निम्न दबाव में बदल चुका है और फिलहाल आंध्र प्रदेश तट और तेलंगाना के पास सक्रिय है। यहां अगले दो दिन (29-30 अक्टूबर) तक भारी से बेहद भारी बारिश (21 सेमी तक) की संभावना है। कई जगहों पर बिजली गिरने और तेज हवाओं (40-50 किमी/घंटा) का भी खतरा रहेगा।
तमिलनाडु और रायलसीमा में भी गरज के साथ तेज बारिश के आसार हैं।
पश्चिम भारत भी रहेगा भीगा-भीगा
गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ में 29 अक्टूबर से 1 नवंबर तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में अगले दो दिन तक भारी बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी दी गई है।
गुजरात के कुछ तटीय इलाकों में 50 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। किसानों को सलाह दी गई है कि खेतों में पानी भरने से बचाने के लिए निकासी व्यवस्था पहले से कर लें।
पूर्व और मध्य भारत में भी अलर्ट
बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अगले दो दिन (30-31 अक्टूबर) तक भारी बारिश और गरज-चमक का पूर्वानुमान है।
सब-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 31 अक्टूबर को भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
यह बारिश फसलों के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकती है, क्योंकि धान कटाई का मौसम चल रहा है।
उत्तर और पूर्वोत्तर भारत पर भी असर
पूर्वी उत्तर प्रदेश में 30-31 अक्टूबर को जोरदार बारिश और तेज हवाएं चलेंगी।
वहीं, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय में 31 अक्टूबर से 1 नवंबर तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 1 नवंबर को बारिश का दौर देखने को मिल सकता है।
उत्तर-पश्चिम भारत में राहत की खबर
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में इस समय तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि नवंबर की शुरुआत में ठंडक धीरे-धीरे बढ़ने लगेगी, लेकिन फिलहाल बारिश की संभावना यहां नहीं है।
IMD की चेतावनी: सावधानी ही सुरक्षा
IMDUpdate के अनुसार अगले कुछ दिनों तक समुद्र में मछुआरों को न जाने की सलाह दी गई है, खासकर आंध्र तट, ओडिशा, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में।
साथ ही लोगों से अपील की गई है कि
- खुले मैदानों या पेड़ों के नीचे बिजली गिरने के दौरान न जाएं
- मौसम विभाग के अपडेट्स पर ध्यान दें
- फसलों और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें
‘मोंथा’ का असर अभी बाकी है
भले ही ‘मोंथा’ कमजोर पड़ गया हो, लेकिन उसने वायुमंडल में नमी और दबाव में ऐसा बदलाव किया है कि अगले कुछ दिनों तक देशभर में इसका असर देखने को मिलेगा।
आंध्र प्रदेश में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है — लगभग 2 लाख एकड़ खेतों में पानी भर गया है और हजारों किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं।
लोगों के लिए सलाह
- घर से निकलने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें
- कमज़ोर इलाकों में बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहें
- जरूरी सामान (टॉर्च, दवाइयाँ, सूखा भोजन) तैयार रखें
- बारिश के दौरान बच्चों और बुजुर्गों को बाहर जाने से रोकें
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