Rahul Gandhi: राहुल गांधी का ‘हाइड्रोजन बम’, क्या आज होगा वोट चोरी पर बड़ा खुलासा?
Rahul Gandhi: राजनीतिक हलकों में आज हर नजर दिल्ली की ओर टिकी है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज दोपहर 12 बजे दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय (AICC) में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं। माना जा रहा है कि राहुल आज ‘वोट चोरी’ और मतदाता सूची में गड़बड़ियों से जुड़े अपने आरोपों पर बड़ा खुलासा कर सकते हैं — वही खुलासा जिसे उन्होंने पहले “हाइड्रोजन बम” का नाम दिया था।
क्या है Hydrogen Bomb वाला रहस्य
1 सितंबर को राहुल गांधी ने एक सभा में कहा था — “महादेवपुरा सीट का मामला तो बस एक एटम बम था… अब मैं हाइड्रोजन बम फोड़ने वाला हूं।”
उनका इशारा बीजेपी और चुनाव आयोग (ECI) पर लगाए गए वोट चोरी के आरोपों की ओर था। राहुल का दावा है कि देश के कई राज्यों में वोटर लिस्ट से नाम हटाए गए और यह सब एक सुनियोजित तरीके से हुआ। आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर यही कयास लगाए जा रहे हैं कि राहुल इस ‘हाइड्रोजन बम’ के जरिए वो सारे सबूत देश के सामने रख सकते हैं, जिनसे वे बार-बार चुनाव में धांधली के आरोप लगाते रहे हैं।
अब तक राहुल की दो बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस
राहुल गांधी इससे पहले दो बार इस मुद्दे पर मीडिया से मुखातिब हो चुके हैं —
- 7 अगस्त 2025
- 18 सितंबर 2025
दोनों बार उन्होंने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए थे कि मिलकर मतदाता सूची में हेराफेरी की जा रही है।
वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप
7 अगस्त को राहुल ने करीब 1 घंटे 11 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने एक 22 पेज का प्रेजेंटेशन दिखाया और कहा कि कर्नाटक की वोटर लिस्ट में “संदिग्ध नाम” जोड़े गए हैं।
उनका कहना था कि मशीन रीडेबल वोटर लिस्ट न देने के पीछे भी “साजिश” है। “ECI ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव चोरी किया है। महाराष्ट्र के नतीजे देखने के बाद हमारा शक पुख्ता हुआ,”
वोट हटाने का नया खुलासा
18 सितंबर को राहुल गांधी ने फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और एक नागरिक को मंच पर बुलाया, जिसने दावा किया कि उसका नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है।
राहुल ने कहा — “मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार लोकतंत्र को नष्ट करने वालों और वोट चोरों को बचा रहे हैं।”
उन्होंने कर्नाटक की आलंद विधानसभा सीट का उदाहरण देते हुए कहा कि वहाँ कांग्रेस समर्थकों के वोट जानबूझकर डिलीट किए गए। राहुल ने यह भी दावा किया कि जिन लोगों के नाम हटाए गए, उन्हें हटाने के लिए दूसरे राज्यों के मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल हुआ। उनके मुताबिक, यह किसी “लोकल गलती” का मामला नहीं, बल्कि “संगठित साजिश” है।
चुनाव आयोग का पलटवार
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के सभी आरोपों को निराधार बताया।
- 17 अगस्त को, ECI ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राहुल के प्रेजेंटेशन में जो डेटा दिखाया गया, वह उनका नहीं है।
आयोग ने चुनौती दी —“या तो राहुल हलफनामा दें, या देश से माफी माँगें।” - 18 सितंबर को, आयोग ने फिर बयान जारी किया कि किसी का भी वोट नाम ऑनलाइन डिलीट नहीं हो सकता। हर मतदाता को नोटिस और जवाब देने का अवसर दिया जाता है।
राहुल गांधी का तंज: “चुनाव का चौकीदार जागता रहा…”
राहुल गांधी ने 19 सितंबर को एक और ट्वीट कर बीजेपी और ECI पर तंज कसा। उन्होंने X (ट्विटर) पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा —“सुबह 4 बजे उठो, 36 सेकेंड में 2 वोटर मिटाओ, फिर सो जाओ — ऐसे भी हुई वोट चोरी!” उन्होंने कहा, “चुनाव का चौकीदार जागता रहा, चोरी देखता रहा, और चोरों को बचाता रहा।”
यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और उनके समर्थकों ने इसे “लोकतंत्र की आवाज़” बताया, जबकि विपक्षी दलों ने इसे “राजनीतिक नाटक” कहा।
आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस से क्या उम्मीदें
आज राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सभी की नजर है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राहुल आज अपने पुराने आरोपों पर नए दस्तावेज़, डेटा और गवाहों के साथ विस्तार से बात कर सकते हैं।
पार्टी अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि यह खुलासा न सिर्फ कर्नाटक या महाराष्ट्र, बल्कि आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव 2025 और लोकसभा 2029 की रणनीति को भी प्रभावित कर सकता है।
वोटर अधिकार यात्रा और राहुल का अभियान
राहुल गांधी इन दिनों “वोटर अधिकार यात्रा” के अभियान से जुड़े हुए हैं। इस यात्रा के दौरान उन्होंने कहा था —“जिन ताकतों ने महात्मा गांधी की हत्या की, वही ताकतें आज संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रही हैं।”
उन्होंने जनता से अपील की कि हर नागरिक अपने वोट के अधिकार को लेकर जागरूक बने, क्योंकि “लोकतंत्र तभी जिंदा रहेगा जब हर वोट की कीमत बराबर होगी।”
हकीकत या राजनीतिक हथियार
अब सवाल यह है कि राहुल गांधी का यह “हाइड्रोजन बम” सच में लोकतंत्र की रक्षा के लिए है या 2025 के चुनावों से पहले एक राजनीतिक रणनीति?
जो भी हो, इतना तय है कि आज दोपहर की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस राजनीतिक माहौल में एक नया विस्फोट जरूर करेगी। क्या राहुल के सबूत विपक्ष के लिए गेमचेंजर साबित होंगे, या चुनाव आयोग और बीजेपी के जवाब से उनकी कहानी ढह जाएगी — इसका फैसला आने वाले घंटों में हो जाएगा।
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