देश के सबसे बड़े लोकतांत्रिक उत्सव का दूसरा चरण आज शुरू हो गया है
second phase voting: देश के सबसे बड़े लोकतांत्रिक उत्सव का दूसरा चरण आज शुरू हो गया है। बिहार के शहरो में मतदाताओं की लंबी कतारें सुबह से ही मतदान केंद्रों पर देखी जा रही हैं। इस चरण में 122 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है, जिन पर 1,302 उम्मीदवारों की तकदीर ईवीएम में कैद होगी। करीब 3 करोड़ 70 लाख मतदाता आज अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र की दिशा तय करेंगे।
second phase voting: मतदान का परिदृश्य
चुनाव आयोग के अनुसार, मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक चलेगा। इस दौरान ग्रामीण और शहरी इलाकों में अलग-अलग सुरक्षा स्तर तय किए गए हैं। कुल 20 जिलों की सीटें इस चरण में शामिल हैं, जिनमें पटना, भागलपुर, सीतामढ़ी, कटिहार, अररिया, दरभंगा और मधुबनी जैसे अहम जिले शामिल हैं।
राज्य भर में 45,000 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से करीब 20% केंद्र संवेदनशील माने गए हैं, जहां अतिरिक्त केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
second phase voting: सियासी मुकाबले की गर्मी
दूसरे चरण में कई दिग्गज नेताओं की साख दांव पर है। एनडीए और महागठबंधन दोनों ही इस चरण को निर्णायक मान रहे हैं।एनडीए की ओर से जदयू और भाजपा ने संयुक्त मोर्चे के तहत मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं।महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट दलों ने सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश की है।
इस चरण में खासकर सीमांचल और मिथिलांचल क्षेत्र की सीटों पर मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है, जहां मुस्लिम और यादव वोट बैंक की भूमिका अहम है।
second phase voting: मतदाताओं में उत्साह
सुबह से ही कई मतदान केंद्रों पर युवाओं और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी देखी गई। पहली बार वोट देने वाले मतदाता विशेष उत्साह में हैं। चुनाव आयोग ने ‘मतदान मेरा अधिकार’ अभियान के तहत युवाओं और शहरी मतदाताओं को जोड़ने के लिए सोशल मीडिया पर विशेष प्रचार चलाया है।
कई जगहों पर मतदान केंद्रों को सजाया गया है, ताकि मतदाता लोकतंत्र के इस पर्व को उत्सव की तरह मना सकें। विशेष रूप से महिला मतदाताओं के लिए ‘पिंक बूथ’ और दिव्यांग मतदाताओं के लिए सुलभ बूथ की व्यवस्था की गई है।
second phase voting: सुरक्षा और निगरानी
सुरक्षा को लेकर चुनाव आयोग पूरी तरह सतर्क है। लगभग 70,000 पुलिस कर्मियों और केंद्रीय बलों के जवानों को तैनात किया गया है। सभी मतदान केंद्रों पर CCTV कैमरे, वेबकास्टिंग, और माइक्रो ऑब्जर्वर की व्यवस्था की गई है। आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह या भ्रामक संदेश पर ध्यान न दें और निडर होकर वोट डालें।
second phase voting: कौन जीतेगा बाज़ी?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह चरण बिहार के चुनावी समीकरण को गहराई से प्रभावित करेगा। पहले चरण में जहां मतदान प्रतिशत 64% से अधिक रहा, वहीं दूसरे चरण में और अधिक भागीदारी की उम्मीद की जा रही है।
एनडीए के लिए यह चरण अपने शासन पर जनता का भरोसा दोबारा पाने का मौका है, जबकि विपक्षी गठबंधन इसे परिवर्तन का चरण बता रहा है।
आरजेडी और कांग्रेस ने बेरोज़गारी, महंगाई और शिक्षा जैसे मुद्दों को प्रमुखता दी है, जबकि भाजपा और जदयू ने विकास, सुशासन और महिला सशक्तिकरण को अपना चुनावी आधार बनाया है।
second phase voting: आगे क्या?
दूसरे चरण के मतदान के बाद कुल आधे से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। मतगणना 14 नवंबर को होगी, जब यह साफ़ होगा कि किसके पक्ष में जनता ने जनादेश दिया।
राजनीतिक पंडितों के अनुसार, इस चरण के नतीजे न केवल बिहार बल्कि आने वाले राष्ट्रीय समीकरणों पर भी असर डाल सकते हैं।
आज के मतदान के साथ देश फिर एक बार लोकतंत्र के उत्सव को मना रहा है। चाहे वह गांव की चौपाल हो या शहर का कॉलेज परिसर हर जगह सिर्फ एक ही चर्चा है, “किसका राज बनेगा, बिहार का भविष्य कौन तय करेगा?”
लोकतंत्र के इस पर्व में जनता की भागीदारी ही तय करेगी कि आने वाले वर्षों में विकास की दिशा किस ओर जाएगी।
Delhi Red fort blast: लाल किले के पास कार में धमाका, 11 की मौत, NIA करेगी जांच

