बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद Kangana Ranaut एक बार फिर कानूनी विवादों में घिर गई हैं।
बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद Kangana Ranaut एक बार फिर कानूनी विवादों में घिर गई हैं। इस बार मामला किसानों और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति कथित अपमानजनक टिप्पणी से जुड़ा है। आगरा की अदालत में उनके खिलाफ राजद्रोह का केस चलने जा रहा है। बुधवार को आगरा कोर्ट ने कंगना के खिलाफ दायर रिवीजन याचिका को स्वीकार कर लिया।
क्या है पूरा मामला?
यह विवाद 2024 में दिए गए एक इंटरव्यू से शुरू हुआ। आरोप है कि 26 अगस्त 2024 को एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान Kangana Ranaut ने ऐसे बयान दिए, जिनसे किसानों और देशवासियों की भावनाएं आहत हुईं और महात्मा गांधी के प्रति भी अपमानजनक टिप्पणी की गई।
इन बयानों से नाराज़ होकर आगरा के अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने 11 सितंबर 2024 को कोर्ट में वाद दायर किया था।
वादी ने आरोप लगाया कि कंगना के बयान राष्ट्रद्रोह (धारा 124A) के दायरे में आते हैं क्योंकि उन्होंने देश के नागरिकों में असंतोष और विभाजन की भावना भड़काने का प्रयास किया।
वादी के अनुसार, कंगना ने न केवल किसानों का अपमान किया बल्कि देश के संविधान और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों को भी नीचा दिखाने की कोशिश की।
Kangana Ranaut ने क्या कहा था?
बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने अगस्त 2024 में एक इंटरव्यू में कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान रेप और मर्डर हुए और बिल वापसी न होती तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी। इसके बाद वादी अधिवक्ता ने कंगना पर राजद्रोह का आरोप लगाते हुए याचिका दाखिल की। वकील रमाशंकर शर्मा ने बताया कि वे स्वयं किसान परिवार से हैं और 30 साल तक खेती-किसानी में लगे रहे।
कोर्ट की कार्यवाही
यह मामला वर्तमान में स्पेशल जज (अग्नि अपराध) लोकेश कुमार की अदालत में चल रहा है। 12 नवंबर 2025 को हुई सुनवाई में दोनों पक्षों, वादी अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा और Kangana Ranaut की ओर से पेश वकीलों ने अपनी-अपनी दलीलें पेश कीं।
अदालत ने सभी तर्कों को सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है। अब 29 नवंबर 2025 को अगली सुनवाई तय की गई है, जिस दिन अदालत यह तय करेगी कि कंगना रनौत को व्यक्तिगत रूप से तलब (summon) किया जाए या नहीं।
कानूनी सूत्रों के मुताबिक, अगर कोर्ट को वादी के सबूत और तर्क पर्याप्त लगते हैं, तो उस दिन कंगना को व्यक्तिगत पेशी का आदेश भेजा जा सकता है।
Kangana Ranaut की ओर से प्रतिक्रिया
कंगना रनौत ने अब तक इस मामले पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनके करीबियों का कहना है कि अभिनेत्री के बयान को गलत संदर्भ में प्रस्तुत किया गया है।
Kangana Ranaut का दावा है कि उन्होंने अपने इंटरव्यू में सिर्फ देश की मौजूदा राजनीतिक स्थितियों पर टिप्पणी की थी, जिसका उद्देश्य किसी वर्ग या व्यक्ति का अपमान नहीं था। यह पहला मौका नहीं है जब कंगना रनौत अपने बयानों को लेकर विवादों में आई हों।
इससे पहले भी उन्होंने किसान आंदोलन, स्वतंत्रता सेनानियों और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर दिए गए बयानों से राजनीतिक बहसें छेड़ी हैं।
Dharmendra Health Update: धर्मेंद्र की तबीयत पर झूठी खबरें फैलाने वालों पर भड़कीं हेमा मालिनी
