Bihar election results: चिराग पासवान की LJP का धमाकेदार प्रदर्शन, 29 में से 23 सीटों पर बढ़त!
Bihar election results: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में इस बार सबसे बड़ा राजनीतिक सरप्राइज अगर किसी पार्टी ने दिया है, तो वह है Chirag Paswan की लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास)। जिस पार्टी को कई राजनीतिक विश्लेषक हल्के में ले रहे थे, वही पार्टी आज के रुझानों में 29 में से 23 सीटों पर बढ़त बनाकर चुनाव का पूरा माहौल बदलती दिख रही है।
2020 में सिर्फ एक सीट, लेकिन 2025 में बड़ा उछाल
यह प्रदर्शन इसलिए भी खास है क्योंकि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में LJP सिर्फ 1 सीट जीत पाई थी। 2015 में उसे दो सीटें मिली थीं और 2010 में तीन। यानी पिछले चार चुनावों में पार्टी कभी भी बड़ा असर नहीं छोड़ पाई थी।
लेकिन 2025 में तस्वीर बिलकुल बदल चुकी है। चिराग पासवान की रणनीति, जनाधार और युवा वोटरों पर पकड़ ने पार्टी को मुख्य लड़ाई में लाकर खड़ा कर दिया है।
लोकसभा 2024 की लहर अब विधानसभा में भी दिखी
लोकसभा चुनाव 2024 में चिराग पासवान ने अपनी ताकत दिखा दी थी—LJP ने 5 में से 5 सीटें जीतकर सबको चौंका दिया था। अब यही लहर विधानसभा चुनाव में भी दिखाई दे रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि चिराग पासवान का साफ-सुथरा, युवा और आक्रामक राजनीतिक स्टाइल खासकर युवाओं को खूब भा रहा है। उन्हें बिहार में “यंग लीडरशिप” का चेहरा भी माना जा रहा है।
किन सीटों पर दिख रहा है LJP का दबदबा?
LJP (राम विलास) कई अहम सीटों पर शानदार बढ़त बनाए हुए है। इनमें शामिल हैं:
- राजौली
- बोधगया
- गोविंदपुर
- शेरघाटी
- ओबरा
- डेहरी
- नाथनगर
- परबत्ता
- बलरामपुर
- कस्बा
- बहादुरगंज
- सिमरी बख्तियारपुर
- दरौली
- सुगौली
इसके अलावा गोविंदगंज, बेलसंड, बोचहां, गरखा, महुआ, फतुहा और बख्तियारपुर जैसी सीटों पर भी LJP ने मजबूत पकड़ बनाई हुई है। यह बढ़त साफ दिखाती है कि चिराग पासवान ने इस चुनाव में जमीन स्तर पर काफी मेहनत की है और उनका संदेश लोगों तक पहुँचा है।
NDA के लिए बन गया नया पावर सेंटर
रुझानों में:
- JDU – 75 सीटों पर आगे
- BJP – 84 सीटों पर आगे
- LJP – 23 सीटों पर आगे
यानी कुल मिलाकर NDA लगभग 180+ सीटों पर आगे चल रही है, जो एकतरफा बहुमत की ओर इशारा करता है। इस लैंडस्लाइड में चिराग पासवान की भूमिका बेहद अहम हो गई है। अगर LJP को सीटें बढ़ाने का मौका मिला होता, तो संभव है कि NDA का स्कोर और भी ज्यादा ऊंचा जाता।
RJD और महागठबंधन पिछड़ते हुए
महागठबंधन का हाल देखें तो:
- RJD सिर्फ 36 सीटों पर आगे
- कांग्रेस 7 सीटों पर
- बाकी सहयोगी दलों का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा है।
महागठबंधन के वोटरों में उत्साह की कमी और आंतरिक मतभेदों का असर साफ देखने को मिल रहा है।
क्या LJP बनेगी NDA की सबसे बड़ी सहयोगी ताकत?
चिराग पासवान ने चुनाव अभियान की शुरुआत में ही साफ कहा था कि वह ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्होंने 40 सीटों की मांग की थी और साथ ही चेतावनी भी दी थी कि जरूरत पड़ी तो वह अकेले भी चुनाव लड़ने से नहीं डरेंगे।
अब जब 29 सीटों में से ही 23 पर LJP बढ़त बनाए हुए है, तो यह सवाल उठना लाजिमी है—
“अगर LJP को 40 सीटें मिलतीं, तो क्या NDA का प्रदर्शन और भी दमदार होता?”
कई विश्लेषकों का मानना है कि चिराग को कम सीटें देना NDA की रणनीति का कमजोर हिस्सा साबित हो सकता था, लेकिन अब परिणाम दिखा रहे हैं कि LJP का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है।
बिहार की राजनीति में चिराग की लंबी छलांग
जो लोग उन्हें सिर्फ “छोटे चेहरे” के रूप में देखते थे, उन्होंने इस बार सबसे बड़ा सबक सीखा है— चिराग पासवान अब बिहार की राजनीति में सबसे मजबूत युवा नेता के तौर पर उभर चुके हैं।
यह बढ़त सिर्फ सीटों की नहीं, बल्कि राजनीतिक भविष्य का संकेत भी है। LJP अब सिर्फ एक छोटी पार्टी नहीं, बल्कि NDA के भीतर एक महत्वपूर्ण शक्ति बनने जा रही है।
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