NDA की शानदार जीत के बाद पटना का गांधी मैदान आज एक बार फिर सियासी केंद्र बन गया, जहां मुख्यमंत्री के साथ गठबंधन के 26 मंत्री भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
Bihar cabinet 2025: बिहार की राजनीति ने एक और ऐतिहासिक पल देखा, जब जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार ने लगातार बदलावों, समीकरणों और राजनीतिक उतार-चढ़ाव के बीच दसवीं बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। NDA की शानदार जीत के बाद पटना का गांधी मैदान आज एक बार फिर सियासी केंद्र बन गया, जहां मुख्यमंत्री के साथ गठबंधन के 26 मंत्री भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
रंग-बिरंगे मंच, हजारों लोगों की उपस्थिति और सुरक्षा बलों की मजबूत तैनाती के बीच समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष, कई केंद्रीय मंत्री और NDA के शीर्ष नेता मौजूद रहे। शपथ के बाद नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री से हाथ मिलाया, जिसे ‘डबल इंजन सरकार’ के मजबूत समन्वय का संकेत माना जा रहा है।
Bihar cabinet 2025: NDA का नया मंत्रिमंडल
नीतीश सरकार 10.0 में NDA ने संतुलित और विस्तृत प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है। बीजेपी, जदयू, LJP (रामविलास), HAM (सेक्युलर) और RLM को जगह दी गई है। सबसे अहम यह कि बीजेपी की ओर से सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को एक बार फिर उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
Bihar cabinet 2025: नीचे उन सभी 26 मंत्रियों की सूची दी जा रही है जिन्होंने शपथ ली
पूरी मंत्री सूची (पार्टीवार नहीं, एकीकृत रूप में):
1. सम्राट चौधरी — उपमुख्यमंत्री
2. विजय कुमार सिन्हा — उपमुख्यमंत्री
3. विजय कुमार चौधरी
4. बिजेंद्र प्रसाद यादव
5. श्रवण कुमार
6. मंगल पांडेय
7. डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल
8. अशोक चौधरी
9. लेशी सिंह
10. मदन सहनी
11. नितिन नवीन
12. रामकृपाल यादव
13. संतोष कुमार सुमन
14. सुनील कुमार
15. मोहम्मद जमा खान
16. संजय सिंह ‘टाइगर’
17. अरुण शंकर प्रसाद
18. सुरेंद्र मेहता
19. नारायण प्रसाद
20. रमा निषाद
21. लखेंद्र कुमार रौशन
22. श्रेयसी सिंह
23. प्रमोद कुमार
24. संजय कुमार (LJP-रामविलास)
25. संजय कुमार सिंह (LJP-रामविलास)
26. दीपक प्रकाश (RLM)
यह सूची NDA के सभी घटक दलों को शामिल करती है और गठबंधन में सामंजस्य बनाए रखने का संकेत देती है।
Bihar cabinet 2025: शपथ ग्रहण के सियासी मायने
नीतीश कुमार की 10वीं ताजपोशी सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि उनकी राजनीतिक क्षमता, समय-समय पर गठबंधन प्रबंधन की कुशलता और बिहार की जनता में उनकी मजबूत उपस्थिति का प्रतीक है।
इस कार्यकाल में तीन चीजें साफ दिखती हैं
1. गठबंधन में संतुलन
मंत्रिमंडल में अनुभवी चेहरों को प्राथमिकता दी गई है। BJP और JDU के बीच संतुलित शक्ति-वितरण होने से गठबंधन के भीतर स्थिरता का संदेश गया है।
2. सहयोगी दलों को सम्मानजनक जगह
LJP-रामविलास को दो मंत्रिपद, HAM को एक और RLM को एक जगह देकर NDA ने स्पष्ट कर दिया कि छोटे दल भी सरकार की संरचना का आवश्यक हिस्सा हैं।
3. डबल इंजन की रणनीति
शपथ समारोह में प्रधानमंत्री की मौजूदगी और उनकी बातचीत को आगामी विकास योजनाओं के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
Bihar cabinet 2025: नई सरकार के सामने चुनौतियाँ
1. रोजगार और पलायन
बिहार में बड़े पैमाने पर युवाओं का पलायन लंबे समय से चुनौती रहा है। नीतीश कुमार ने शपथ से पहले ही संकेत दिया था कि अगला कार्यकाल रोजगार-उन्मुख होगा।
2. कानून-व्यवस्था
राज्य में अपराध-नियंत्रण और निचली अदालतों में लंबित मामलों की संख्या घटाना सरकार का बड़ा एजेंडा होगा।
3. शिक्षा और बुनियादी ढाँचा
बेहतर स्कूल, कॉलेज, सड़कें और स्वास्थ्य व्यवस्थाएँ NDA सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल हैं।
4. राजनीतिक संतुलन
दो डिप्टी CM और कई वरिष्ठ मंत्रियों के साथ कामकाज संतुलित रखना मुख्यमंत्री के लिए बड़ी राजनीतिक परीक्षा होगी।
Bihar cabinet 2025: नीतीश कुमार भारत के सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्रियों में शामिल
इस शपथ के साथ नीतीश कुमार भारत के उन नेताओं में शुमार हो गए हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा समय तक किसी राज्य की कमान संभाली है। लंबे अनुभव के साथ उनसे एक बार फिर बेहतर प्रशासन और स्थिर नेतृत्व की उम्मीद की जा रही है।
