India security alert: सिडनी हमले के बाद भारत में अलर्ट, यहूदी नागरिकों और इलाकों की सुरक्षा बढ़ाई गई
India security alert: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। एजेंसियों को आशंका है कि आतंकी संगठन भारत में यहूदी नागरिकों और उनसे जुड़े ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश कर सकते हैं। इसी को देखते हुए देश के कई बड़े शहरों में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
यह चेतावनी रविवार को ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच में हुए हमले के बाद दी गई है। इस हमले में हनुक्का पर्व मना रही भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां चलाई गई थीं, जिसमें एक दर्जन से ज्यादा लोगों की जान चली गई। जांच में सामने आया है कि फायरिंग करने वाले दोनों हमलावर पाकिस्तान के रहने वाले थे, जिनका संबंध लाहौर से बताया जा रहा है।
दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में खास सतर्कता
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने खास तौर पर दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। इन शहरों में यहूदी और इजरायली नागरिकों की मौजूदगी अपेक्षाकृत ज्यादा है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, संभावित आतंकी गतिविधियों को लेकर इनपुट पहले ही मिल चुके थे, जिसके बाद यह अलर्ट जारी किया गया था और अब इसे और सख्ती से लागू किया जा रहा है।
दिल्ली में इजरायल का दूतावास स्थित है, जबकि मुंबई और बेंगलुरु में इजरायल के वाणिज्य दूतावास हैं। इन सभी जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दूतावासों के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और आने-जाने वालों की कड़ी जांच की जा रही है।
Jewish community in India
सुरक्षा एजेंसियों ने यहूदी धर्मस्थलों, सिनेगॉग, स्कूलों और रिहायशी इलाकों पर विशेष निगरानी शुरू कर दी है। जहां-जहां यहूदी और इजरायली नागरिक रहते हैं, वहां पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में रह रहे इजरायली नागरिकों और उनके बच्चों को भी आतंकी संगठन निशाना बना सकते हैं, इसी वजह से कोई भी ढिलाई नहीं बरती जा रही है।
भारत में यहूदी समुदाय की मौजूदगी
भारत में करीब 4,000 यहूदी नागरिक रहते हैं। इनमें भारतीय मूल के यहूदी और अन्य देशों से आकर बसे लोग शामिल हैं। यहूदी समुदाय का सबसे बड़ा केंद्र मुंबई माना जाता है। यहां सिनेगॉग, यहूदी स्कूल और कोषेर भोजन की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
इसके अलावा काउंसिल ऑफ इंडियन ज्यूरी, बी’नाई ब्रिथ, बिकुर चोलिम, विमेन्स इंटरनेशनल ज़ायोनिस्ट ऑर्गनाइजेशन और हदासा जैसी संस्थाएं यहूदी समुदाय के सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यों में सक्रिय हैं। हर साल करीब 50,000 इजरायली पर्यटक भी भारत आते हैं, जिनकी सुरक्षा को लेकर भी एजेंसियां सतर्क हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में हुए इस आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि भारत इस दुख की घड़ी में ऑस्ट्रेलिया के लोगों के साथ खड़ा है। पीएम मोदी ने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलता है।
उन्होंने साफ कहा कि आतंकवाद के किसी भी रूप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भारत वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करता रहेगा।
स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं एजेंसियां
फिलहाल भारत की सभी खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं। किसी भी संदिग्ध गतिविधि को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि आम लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है।
सिडनी हमले के बाद भारत में यह अलर्ट एक एहतियाती कदम है, ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते रोका जा सके।
यह भी पढ़े
Australia terror attack में मृतकों की संख्या बढ़कर 16 हुई, 45 बुरी तरह घायल
Omani Rial vs Indian Rupee: दुनिया की सबसे मजबूत Currency क्यों है ओमान की मुद्रा?





