Ananya Panday fitness: फिटनेस के नाम पर खुद से जंग नहीं, खुद को अपनाने की सीख दे रहीं अनन्या पांडे
Ananya Panday fitness: आज की दुनिया में फिट दिखना जैसे एक दबाव बन गया है। खासकर लड़कियों के लिए—पतली दिखो, परफेक्ट दिखो, हर एंगल से फिट दिखो। ऐसे माहौल में जब कोई बॉलीवुड एक्ट्रेस खुलकर कहे कि “जो भी बॉडी शेप और साइज है, उसे कबूल करना सीखो”, तो वो बात सिर्फ इंटरव्यू नहीं रहती, बल्कि कई दिलों तक पहुंचने वाली आवाज़ बन जाती है। यही किया है अनन्या पांडे ने।
अनन्या पांडे सिर्फ अपनी फिल्मों या फैशन के लिए नहीं, बल्कि अपनी ईमानदार सोच के लिए भी जानी जाती हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने फिटनेस, बॉडी कॉन्फिडेंस और लड़कियों की बॉडी में आने वाले नेचुरल बदलावों पर खुलकर बात की। उनकी बातें सुनकर ऐसा लगा जैसे कोई दोस्त सामने बैठकर दिल की बात कह रहा हो।
“कॉन्फिडेंस सबसे ज़रूरी है”
अनन्या का साफ कहना है कि हमें अपनी बॉडी के साथ लड़ाई नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक लड़की की बॉडी हर महीने बदलती है। पीरियड्स आते हैं, पेट फूलता है, थकान होती है—ये सब बिल्कुल नॉर्मल है। लेकिन सोशल मीडिया और समाज हमें सिखाता है कि हमें हर दिन एक जैसा दिखना चाहिए। अनन्या इस सोच को गलत मानती हैं।
उनका कहना है, “हम चाहे जिस भी शेप या साइज में हों, कॉन्फिडेंस के साथ रहना चाहिए।” ये बात आज की हर लड़की को सुनने की ज़रूरत है।
पीरियड्स पर खुलकर बात करना भी हिम्मत है
अनन्या ने पीरियड्स को लेकर भी बेहद ईमानदारी से बात की। उन्होंने बताया कि ऐसे दिनों में वो खुद को कंफर्टेबल रखना पसंद करती हैं। टाइट कपड़े पहनने के बजाय ढीले कपड़े, जींस या कुछ ऐसा जो आराम दे। उनका मानना है कि हमें अपने शरीर की बात सुननी चाहिए, ना कि उसे जबरदस्ती किसी फ्रेम में ढालने की कोशिश करनी चाहिए।
उन्होंने ये भी कहा कि वो अपनी तस्वीरों को ज़्यादा एडिट नहीं करतीं, क्योंकि उन्हें अपनी असली फीलिंग्स और असली लुक से कोई शर्म नहीं है।
Ananya Panday strict diet
अनन्या ने ये भी स्वीकार किया कि अपनी अपकमिंग फिल्म ‘Tu Meri Main Tera Main Tera Tu Meri’ के लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी। स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करनी पड़ी, रोज़ वर्कआउट करना पड़ा। उन्होंने साफ कहा कि उनका स्लिम फिगर अपने आप नहीं आया, उसके पीछे डिसिप्लिन और मेहनत थी।
लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी जोड़ा कि अब जब किसी रोल के लिए खास शेप में दिखने की ज़रूरत नहीं है, तो वो अपने खाने को एंजॉय कर रही हैं। यह बात बताती है कि फिटनेस का मतलब खुद को सज़ा देना नहीं, बल्कि बैलेंस बनाना है।
Women body confidence
अनन्या पांडे की सबसे बड़ी खूबी यही है कि वो परफेक्शन का दिखावा नहीं करतीं। वो ये नहीं कहतीं कि हर दिन खुद से प्यार करना आसान है, लेकिन वो ये ज़रूर कहती हैं कि कोशिश करनी चाहिए।
आज जब सोशल मीडिया पर हर तस्वीर फिल्टर से भरी होती है, हर बॉडी “आइडियल” दिखती है, तब अनन्या जैसी आवाज़ें याद दिलाती हैं कि असली ज़िंदगी अलग होती है। थकान होती है, उतार-चढ़ाव होते हैं और वही इंसान होने की पहचान है।
आखिर में…
अनन्या पांडे की ये बातें सिर्फ फिटनेस या डाइट तक सीमित नहीं हैं। ये आत्म-सम्मान, आत्म-स्वीकृति और खुद के साथ ईमानदार होने की सीख हैं। शायद यही वजह है कि उनकी बातों से इतनी लड़कियां खुद को जुड़ा हुआ महसूस कर रही हैं।
फिट रहना ज़रूरी है, लेकिन खुद से प्यार करना उससे भी ज़्यादा ज़रूरी। और यही संदेश अनन्या पांडे ने बेहद सादगी और सच्चाई के साथ दिया है।
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