यह ज्वालामुखी देश के केंद्रशासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में स्थित Barren Island पर है और यह भारत का एकमात्र एक्टिव ज्वालामुखी माना जाता है
Active volcano in India: जब भी दुनिया में ज्वालामुखी फटने की खबर आती है, तो अधिकतर लोगों के दिमाग में इंडोनेशिया, जापान या आइसलैंड जैसे देशों का नाम आता है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि भारत में भी एक सक्रिय ज्वालामुखी मौजूद है। यह ज्वालामुखी देश के केंद्रशासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में स्थित Barren Island पर है और यह भारत का एकमात्र एक्टिव ज्वालामुखी माना जाता है।
अब इस प्राकृतिक अजूबे को करीब से देखने का सपना जल्द ही आम लोगों के लिए साकार होने जा रहा है। अंडमान और निकोबार प्रशासन ने नए साल के मौके पर एक विशेष क्रूज यात्रा की योजना तैयार की है, जिसके जरिए पर्यटक समुद्र के रास्ते बैरन द्वीप के ज्वालामुखी की झलक देख सकेंगे।
कब होगी क्रूज यात्रा
अधिकारियों के मुताबिक, यह क्रूज यात्रा 31 दिसंबर की रात को शुरू होगी। क्रूज श्री विजयपुरम (पूर्व में पोर्ट ब्लेयर) स्थित हद्दो घाट से रात 9 बजे रवाना होगी और अगले दिन यानी 1 जनवरी को दोपहर करीब 2 बजे वापस लौटेगी। इस दौरान यात्रियों को समुद्र के बीच से Barren Island और उसके सक्रिय ज्वालामुखी को देखने का मौका मिलेगा।
प्रशासन का कहना है कि यह यात्रा केवल एक ट्रिप नहीं, बल्कि रोमांच, प्राकृतिक सौंदर्य और नए साल के जश्न का अनोखा संगम होगी। समुद्र के खुले वातावरण में ज्वालामुखी को देखना पर्यटकों के लिए एक यादगार अनुभव साबित हो सकता है।
क्रूज में जश्न और सुविधाएं
नए साल के स्वागत को खास बनाने के लिए क्रूज में मनोरंजन की भी पूरी व्यवस्था की जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, एमवी स्वराज द्वीप पर यात्रियों के लिए स्वादिष्ट भोजन, म्यूजिक और अन्य मनोरंजक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसका उद्देश्य यह है कि पर्यटकों को यात्रा के साथ-साथ उत्सव का भी पूरा आनंद मिल सके।
पूरी यात्रा के दौरान खाने-पीने की सुविधा उपलब्ध रहेगी, ताकि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो। प्रशासन का दावा है कि सुरक्षा मानकों का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।
टिकट की कीमत और बुकिंग की जानकारी
इस विशेष क्रूज यात्रा के लिए अलग-अलग कैटेगरी में टिकट उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि लोग अपनी सुविधा और बजट के अनुसार विकल्प चुन सकें। अधिकारियों के मुताबिक, टिकट की कीमत 3,180 रुपये प्रति व्यक्ति से शुरू होकर 8,310 रुपये तक रखी गई है।
क्रूज का संचालन पोत परिवहन सेवा निदेशालय (Directorate of Shipping Services – DSS) द्वारा किया जाएगा। टिकटों की बुकिंग DSS की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से की जा सकेगी। प्रशासन का कहना है कि सीमित सीटों के कारण इच्छुक पर्यटकों को समय रहते बुकिंग करानी चाहिए।
भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी
बैरन द्वीप अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह का एक छोटा लेकिन बेहद महत्वपूर्ण द्वीप है। यह श्री विजयपुरम से समुद्री मार्ग के जरिए लगभग 140 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस द्वीप का कुल क्षेत्रफल करीब 8.34 वर्ग किलोमीटर है।
भौगोलिक दृष्टि से Barren Island भारतीय और बर्मी टेक्टोनिक प्लेटों के संगम क्षेत्र में स्थित है, जिस कारण यहां ज्वालामुखीय गतिविधियां देखने को मिलती रहती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यही कारण है कि यह द्वीप वैज्ञानिकों के लिए भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।
कब-कब हुआ ज्वालामुखी विस्फोट
सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, बैरन द्वीप पर पहला ज्वालामुखी विस्फोट वर्ष 1787 में दर्ज किया गया था। इसके बाद लंबे अंतराल के बाद 1991 में यहां फिर से गतिविधि देखी गई। हाल के वर्षों में भी यह ज्वालामुखी समय-समय पर सक्रिय होता रहा है।
जानकारी के मुताबिक, 2005, 2017, 2022 और 2025 के सितंबर और नवंबर महीनों में यहां हल्के ज्वालामुखी विस्फोट दर्ज किए गए हैं। हालांकि, इन गतिविधियों से किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
पर्यटन और विज्ञान दोनों के लिए अहम
Barren Island का ज्वालामुखी न केवल पर्यटन के लिहाज से खास है, बल्कि वैज्ञानिक अध्ययन के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि नियंत्रित और सुरक्षित तरीके से ऐसे स्थलों को पर्यटन से जोड़ने से लोगों में प्राकृतिक विज्ञान के प्रति जागरूकता भी बढ़ती है।
प्रशासन को उम्मीद है कि इस तरह की क्रूज यात्राओं से अंडमान और निकोबार में पर्यटन को नया बढ़ावा मिलेगा और लोग भारत के इस अनोखे प्राकृतिक चमत्कार को करीब से देख पाएंगे।
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