Almora bus accident: भिकियासैंण के सैलापानी में खाई में गिरी यात्री बस, 7 लोगों की मौत
Almora bus accident: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले से सोमवार सुबह एक बेहद दुखद खबर सामने आई। भिकियासैंण तहसील क्षेत्र में सैलापानी (शिलापनी) के पास एक यात्री बस गहरी खाई में गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में 7 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल बताए जा रहे हैं। हादसे की खबर मिलते ही पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और हर आंख नम हो गई।
यह दुर्घटना उस वक्त हुई, जब बस रामनगर की ओर जा रही थी। पहाड़ी सड़क पर अचानक बस अनियंत्रित हो गई और देखते ही देखते खाई में समा गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के गांवों में लोग घबरा गए और तुरंत मदद के लिए दौड़ पड़े।
कैसे हुआ हादसा?
प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त बस कुमाऊं मोटर ऑनर्स यूनियन (KMOU) की थी, जिसका नंबर UK 07 PA 4025 बताया गया है। यह बस सुबह करीब साढ़े छह बजे नौबाड़ा से चली थी और रामनगर की ओर जा रही थी। लगभग आठ बजे सैलापानी बैंड के पास बस चालक का नियंत्रण अचानक खो गया और बस गहरी खाई में गिर गई।
प्रारंभिक जांच में सड़क की स्थिति और तीखे मोड़ को हादसे की संभावित वजह माना जा रहा है। हालांकि, वास्तविक कारणों की जांच अभी जारी है।
राहत और बचाव कार्य में आई मुश्किलें
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें मौके पर पहुंच गईं। खाई काफी गहरी और दुर्गम होने के कारण राहत-बचाव कार्य में काफी परेशानी आई। इसके बावजूद स्थानीय लोगों ने साहस दिखाया और प्रशासन के साथ मिलकर घायलों को बाहर निकालने में मदद की।
घायलों को पहले सीएचसी भिकियासैंण ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल यात्रियों को उच्च चिकित्सा केंद्रों के लिए रेफर किया गया।
मृतकों की पहचान
इस हादसे में जिन 7 लोगों की जान गई है, उनकी पहचान इस प्रकार बताई गई है:
- गोविंद बल्लभ (80) – जमोली
- पार्वती देवी (75) – जमोली
- सूबेदार नंदन सिंह अधिकारी (65) – जमोली
- तारा देवी (50) – बाली
- गणेश (25)
- उमेश (25)
- एक अज्ञात युवक – पहचान की प्रक्रिया जारी
इनमें पांच पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। प्रशासन मृतकों के परिजनों से संपर्क कर रहा है और आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
घायलों की स्थिति
हादसे में घायल हुए यात्रियों में महिलाएं, बुजुर्ग और किशोर भी शामिल हैं। फिलहाल सभी घायलों का इलाज चल रहा है और डॉक्टरों की टीम उनकी हालत पर नजर बनाए हुए है। कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोकाकुल परिवारों को धैर्य देने की कामना की। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि घायलों को हरसंभव और बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाए।
उन्होंने कहा कि सरकार इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है और जरूरत पड़ने पर हर तरह की सहायता दी जाएगी।
पहाड़ों में बार-बार क्यों हो रहे ऐसे हादसे?
यह हादसा एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है। संकरी सड़कें, तीखे मोड़, मौसम की मार और कई बार तेज रफ्तार—ये सभी कारण मिलकर ऐसे दर्दनाक हादसों को जन्म देते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर सड़क सुरक्षा पर और ध्यान दिया जाए, तो ऐसी घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है।
निष्कर्ष
अल्मोड़ा का यह बस हादसा सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि कई परिवारों की जिंदगी उजाड़ देने वाली त्रासदी है। जो लोग सुबह घर से निकले थे, उन्हें क्या पता था कि रास्ते में यह सफर आखिरी बन जाएगा। जरूरत है कि प्रशासन, परिवहन विभाग और हम सभी मिलकर पहाड़ी सड़कों को ज्यादा सुरक्षित बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाएं, ताकि भविष्य में कोई और परिवार ऐसा दर्द न झेले।
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