
Article 370 anniversary: 5 अगस्त को लेकर कश्मीर में सतर्कता, संवेदनशील इलाके सील!
Article 370 anniversary: 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा समाप्त कर दिया गया था। उस ऐतिहासिक फैसले को आज छह वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सुरक्षा दृष्टिकोण से केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, खासकर उन जिलों में जो अति संवेदनशील माने जाते हैं।
चिनाब घाटी और पीर पंजाल में सीलिंग
सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय पुलिस ने चिनाब घाटी (डोडा, किश्तवाड़, रामबन) और पीर पंजाल क्षेत्र (राजोरी, पुंछ, शोपियां) के संवेदनशील इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया है। इन स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। मंगलवार को इन जिलों में तमाम नाकों पर आने-जाने वालों से सख्ती से पूछताछ की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, इन इलाकों को लेकर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है कि कुछ असामाजिक तत्व माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं। इसी को देखते हुए सीआईडी और अन्य सुरक्षा एजेंसियां समन्वय के साथ काम कर रही हैं।
सादे लिबास में तैनात जवान
जम्मू संभाग के प्रमुख इलाकों जैसे बठिंडी, चौआदी, खटीकां तालाब आदि में सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इनका उद्देश्य संभावित शरारती तत्वों की पहचान करना और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करना है।
जम्मू रेंज के आईजीP भीमसेन टूटी ने बताया कि वर्तमान में किसी तरह की अप्रिय सूचना या खतरे का इनपुट नहीं है, लेकिन एहतियातन सभी उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षाबल पूरी तरह मुस्तैद हैं।
श्रीनगर में सन्नाटा, बाजार जल्द बंद
अनुच्छेद 370 की वर्षगांठ से एक दिन पहले, श्रीनगर शहर में अलग सा माहौल देखने को मिला। सोमवार की रात को शहर के बाजार जल्दी बंद हो गए। आम तौर पर रात तक गुलजार रहने वाला लाल चौक क्षेत्र भी सुनसान नजर आया। यह स्पष्ट संकेत है कि प्रशासन की तैयारी और जनता की सतर्कता दोनों मिलकर शांति बनाए रखने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
हिस्ट्रीशीटर और राजनीतिक दलों पर नजर
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अति संवेदनशील इलाकों में पूर्व हिस्ट्रीशीटर और कुछ राजनीतिक दलों पर भी नजर रखी जा रही है। जानकारी के मुताबिक, इनमें से कुछ ने अतीत में भी 5 अगस्त के मौके पर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की थी। इस बार प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को समय रहते रोका जा सके।
सोशल मीडिया पर निगरानी
इस वर्ष खास तौर पर सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ाई गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की साइबर सेल हर गतिविधि पर नजर रख रही है ताकि अफवाहें न फैल सकें और कोई भड़काऊ सामग्री वायरल न हो। प्रशासन की प्राथमिकता है कि जम्मू-कश्मीर की शांति और सद्भाव को बरकरार रखा जाए।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी में काफी बदलाव आए हैं। कई लोग जहां इसे विकास के नए द्वार खुलने की दिशा में मानते हैं, वहीं कुछ वर्गों में आज भी इसके विरोध की भावनाएं हैं। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में घाटी में हिंसा की घटनाएं कम हुई हैं और निवेश तथा पर्यटन की दिशा में प्रगति हुई है।
आयोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम
अनुच्छेद 370 की समाप्ति की वर्षगांठ को लेकर सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में कई सकारात्मक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसमें युवाओं के लिए खेलकूद, सांस्कृतिक उत्सव, तिरंगा यात्रा और विकास कार्यों की प्रदर्शनी शामिल है। इन आयोजनों के ज़रिए सरकार स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित करना चाहती है।
अनुच्छेद 370 की समाप्ति का यह छठा वर्ष सरकार और प्रशासन के लिए संवेदनशील भी है और महत्वपूर्ण भी। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए साफ है कि प्रशासन किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है। जम्मू-कश्मीर अब विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है, लेकिन चुनौतियां अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुईं। ऐसे में हर वर्ष यह दिन प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों दृष्टिकोणों से अहम बना रहेगा।
यह भी पढ़े
72 Hours Rain Alert: देशभर में अगले 72 घंटे भारी बारिश की चेतावनी, IMD ने जारी किया अलर्ट!
1 thought on “Article 370 anniversary: 5 अगस्त को लेकर कश्मीर में सतर्कता, संवेदनशील इलाके सील!”