Badlapur Rape Accused Akhshya Shinde: महाराष्ट्र के बदलापुर में एक स्कूल की दो नाबालिग लड़कियों से बलात्कार के आरोपी 23 वर्षीय अक्षय शिंदे को सोमवार को पुलिस ने गोली मार दी। पुलिस का आरोप है कि उसने कथित तौर पर एक अधिकारी का हथियार छीन लिया और पुलिस पर गोलीबारी कर दी।
यह घटना तब हुई जब पुलिस Badlapur Rape Accused Akhshya Shinde को तलोजा जेल से बदलापुर आगे की जांच के लिए ले जाया जा रही थी। मुठभेड़ के दौरान दो पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी गोलीबारी की, जिसमें शिंदे गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
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पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना शाम लगभग 5:30 बजे हुई, जब Badlapur Rape Accused Akhshya Shinde ने पुलिस वाहन के अंदर एक अधिकारी से हथियार छीन लिया और फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान कई राउंड फायरिंग हुई, जिसमें सहायक पुलिस निरीक्षक निलेश मोरे और निरीक्षक संजय शिंदे घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में, बदलापुर बलात्कार मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) के सदस्य निरीक्षक संजय शिंदे ने आरोपी पर गोली चलाई।
Badlapur Rape Accused Akhshya Shinde गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस उसे बदलापुर में आगे की जांच के लिए ले जा रही थी। शिंदे पर स्कूल के शौचालय में चार और पांच साल की दो बच्चियों से बलात्कार करने का आरोप था।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं: एनकाउंटर या सोची समझी प्लानिंग?
Badlapur Rape Accused Akhshya Shinde की मौत ने महाराष्ट्र में राजनीतिक बहस छेड़ दी है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुलिस की कार्रवाई का बचाव किया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने आत्मरक्षा में कार्रवाई की। “शिंदे ने जब पुलिस पर गोली चलाई, तो पुलिस के पास कोई विकल्प नहीं था सिवाय जवाबी फायरिंग के। इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देना सही नहीं है, जब अधिकारियों की जान खतरे में थी,” फडणवीस ने विपक्षी आलोचना के जवाब में कहा।
हालांकि, विपक्षी दलों ने Badlapur Rape Accused Akhshya Shinde की मौत के समय और परिस्थितियों पर सवाल उठाए हैं। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार पर “शूट-एंड-स्कूट” रणनीति अपनाने का आरोप लगाया, जिससे मामले को दबाने की कोशिश की गई है। उन्होंने इस बात पर की तरफ भी ध्यान खींचा कि मामले में शामिल अन्य आरोपी, जिनमें स्कूल के कुछ अधिकारी भी शामिल हैं, अब भी फरार हैं। “आरोपी मर चुका है, और जिन लोगों को स्कूल की लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है, उनमें से कुछ का राजनीतिक संबंध भी है, वे अभी तक पकड़े नहीं गए हैं,” चतुर्वेदी ने ट्वीट किया है। उन्होंने जांच की निष्पक्षता पर संदेह व्यक्त किया।
Badlapur Rape Accused Akhshya Shinde पर आरोप
अक्षय शिंदे को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था, स्कूल के शौचालय में दो नाबालिग लड़कियों से कथित बलात्कार की घटना के पांच दिन बाद। शिंदे, जो स्कूल में सफाईकर्मी के रूप में काम करता था, पर इन मासूम बच्चियों के साथ घिनौना अपराध करने का आरोप था। इस घटना के बाद बदलापुर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और जनाक्रोश हुआ, जिसके बाद ही तेज न्याय की मांग उठी।
शुरुआत में, इस मामले की जांच स्थानीय पुलिस कर रही थी, लेकिन सार्वजनिक आक्रोश के बाद, महाराष्ट्र सरकार ने एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया ताकि मामले की पूरी और निष्पक्ष जांच हो सके। एसआईटी की सदस्यता में शामिल निरीक्षक संजय शिंदे, जो सोमवार की मुठभेड़ में शामिल थे, ने अक्षय शिंदे के खिलाफ ठोस सबूत इकट्ठे किए थे। यह मामला जनता और अदालत की निगरानी में था, और बॉम्बे हाई कोर्ट ने जांच के कुछ हिस्सों को गलत तरीके से संभालने के लिए पुलिस की कड़ी आलोचना की थी।
Badlapur Rape Accused Akhshya Shinde की मां का बयान
Badlapur Rape Accused Akhshya Shinde की मां, अलका शिंदे ने पुलिस द्वारा बताई गई घटना के विवरण को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका बेटा ऐसी घटना में शामिल नहीं हो सकता था। “मेरा बेटा दीवाली के पटाखों से भी डरता था। यह विश्वास करना मुश्किल है कि वह पुलिस अधिकारियों से बंदूक छीन सकता था और उन पर गोलियां चला सकता था,” उन्होंने एक इंटरव्यू में आज ये बात कही है।
अलका शिंदे ने सोमवार को तलोजा जेल में अपने बेटे से आखिरी बार मुलाकात की थी। उनके अनुसार, अक्षय ने उन्हें बताया था कि पुलिस अधिकारियों ने उसे मारा था और उसे इस मामले को लेकर काफी चिंता थी। “उसने मुझे बताया कि आरोप पत्र दाखिल हो गया है, और पूछा कि क्या मैं उसे जेल से बाहर निकालने की कोशिश कर रही हूं,” अलका शिंदे ने कहा।
बेहरहाल Badlapur Rape Accused Akhshya Shinde की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हो चुकी है और अब इस केस से जुड़े किसी सवाल का जवाब अब मिल पाना मुश्किल है।
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