मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक मंदिर में शिवलिंग के ऊपर जलपात्र में मटन की ग्रेवी डाले जाने की घटना सामने आने के बाद क्षेत्र में आक्रोश का माहौल बन गया है।
Balaghat Temple Incident: मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक मंदिर में शिवलिंग के ऊपर जलपात्र में मटन की ग्रेवी डाले जाने की घटना सामने आने के बाद क्षेत्र में आक्रोश का माहौल बन गया है। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है।
क्या है Balaghat Temple Incident?
यह घटना कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत गर्रा शंकरघाट स्थित एक शिव मंदिर की बताई जा रही है। रोजाना की तरह स्थानीय निवासी गजानंद पटले अपने साथियों के साथ मंदिर पहुंचे थे और पूजा-अर्चना कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि शिवलिंग पर जल चढ़ने के बजाय किसी गाढ़े पदार्थ की धार गिर रही है। पहले तो उन्हें अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब उन्होंने ध्यान से जलपात्र को देखा तो उसमें पानी की जगह मटन की ग्रेवी भरी हुई पाई गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, जल चढ़ाने के लिए रखी गई मटकी में भी मटन का मिश्रण मिला हुआ था। जांच करने पर यह भी सामने आया कि ग्रेवी को प्लास्टिक की बोतल में लाकर जलपात्र में डाला गया था, जिससे वह लगातार शिवलिंग पर गिर रही थी।
वायरल हुआ Balaghat Temple Incident का वीडियो
घटना का वीडियो किसी श्रद्धालु ने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो सामने आने के बाद मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। श्रद्धालुओं ने इसे हिंदुओं की धार्मिक आस्था से खिलवाड़ बताते हुए कड़ी नाराजगी जताई और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
मंदिर परिसर में कुछ समय के लिए तनाव की स्थिति भी बनी, हालांकि पुलिस की मौजूदगी और समझाइश के बाद हालात को नियंत्रित कर लिया गया।
कब हुई थी घटना?
जानकारी के अनुसार, यह घटना एक दिन पहले की बताई जा रही है। शुरुआत में आशंका जताई गई कि पिकनिक मनाने आए किसी असामाजिक तत्व द्वारा जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से यह कृत्य किया गया है। घटना की सूचना मिलने के बाद कोतवाली थाना पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस ने मंदिर परिसर और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। इसके अलावा स्थानीय लोगों से पूछताछ भी की गई। जांच के दौरान संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर एक युवक की पहचान की गई।
आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस ने जांच के बाद आरोपी युवक योगेश नागवंशी, निवासी स्नेह नगर, बालाघाट को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया कि वह बॉटनिकल गार्डन में एक बर्थडे पार्टी में शामिल हुआ था। पार्टी के बाद उसने बर्तन साफ करने का काम किया, जिसमें मटन की ग्रेवी बची हुई थी।
आरोपी के अनुसार, इसके बाद उसने शराब का सेवन किया और नशे की हालत में ग्रेवी को एक प्लास्टिक की बोतल में भर लिया। इसी अवस्था में वह मंदिर पहुंचा और शिवलिंग के जलपात्र में मटन की ग्रेवी डाल दी, जो नीचे शिवलिंग पर गिरने लगी।
पुलिस की कार्रवाई और कानूनी पहलू
कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी ने यह कृत्य अकेले किया या इसके पीछे कोई और भी शामिल था। साथ ही यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि घटना पूरी तरह नशे की हालत में की गई शरारत थी या इसके पीछे कोई सुनियोजित मंशा थी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में गहरा रोष है। लोगों का कहना है कि धार्मिक स्थलों पर इस तरह की घटनाएं समाज में तनाव पैदा करती हैं और आस्था को ठेस पहुंचाती हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि दोषी को कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई इस तरह का कृत्य करने का साहस न कर सके।
फिलहाल पुलिस की तत्परता से क्षेत्र में शांति बनी हुई है, लेकिन यह घटना धार्मिक सौहार्द और संवेदनशीलता को लेकर कई सवाल खड़े कर रही है।







