
Bihar Bandh News: पीएम मोदी की मां पर अपशब्द को लेकर सड़क पर भाजपा, कई जगह हंगामा और जाम
Bihar Bandh News: आज बिहार में आम जनजीवन आंशिक रूप से थम गया। सुबह से ही सड़कें जाम, बाजार बंद और भाजपा कार्यकर्ताओं का गुस्सा दिखाई दिया। वजह है—प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को लेकर विपक्षी नेताओं द्वारा कथित अभद्र टिप्पणी। इस बयान ने सियासत को गरमा दिया है और अब इसका असर सड़कों पर साफ दिख रहा है।
क्यों बुलाया गया बिहार बंद?
दरअसल, दरभंगा में हुई एक रैली के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर आरोप है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। भाजपा और एनडीए का कहना है कि यह सिर्फ प्रधानमंत्री का नहीं बल्कि पूरे देश की माताओं का अपमान है। इसी विरोध में भाजपा ने 4 सितंबर को सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक बिहार बंद का आह्वान किया।
सुबह से ही बाजार बंद और जाम
पटना, गया, कटिहार, मुंगेर, बांका, वैशाली और मुजफ्फरपुर जैसे जिलों में भाजपा और एनडीए कार्यकर्ता सुबह से ही सड़क पर उतर आए। जगह-जगह जुलूस निकाला गया और दुकानों को बंद कराया गया।
पटना जिले के बिहटा और मनेर में भाजपा नेताओं ने सड़क जाम कर दिया। पूर्व विधायक श्रीकांत निराला खुद सड़क पर उतरे और लोगों से बंद का समर्थन करने की अपील की। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर भी जाम की स्थिति बनी। भाजपा नेताओं का कहना था—“मां को गाली देना देश कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।”
कटिहार में महिला मोर्चा की अगुवाई
कटिहार में भाजपा महिला मोर्चा और एनडीए कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग चौक-चौराहों पर प्रदर्शन किया। पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा—“भारत की परंपरा मातृ देवो भवः की रही है, ऐसे में किसी मां का अपमान पूरे देश का अपमान है।” कटिहार में दुकानों के साथ-साथ यातायात भी पूरी तरह प्रभावित रहा।
गया में विरोध मार्च
गया शहर में एनडीए कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकालकर कांग्रेस और आरजेडी नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की। दुकानों को बंद कराया गया और सड़कों पर विरोध जताया गया। एनडीए नेताओं का कहना था—“प्रधानमंत्री की मां पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल पूरे देश की गरिमा को ठेस पहुंचाने जैसा है।”
बांका और मुंगेर में भी दिखा असर
बांका जिले में एनडीए कार्यकर्ताओं ने बस स्टैंड चौक और कई अन्य जगहों पर सड़क जाम किया। सभी दुकानें बंद रहीं और बाजार पूरी तरह शांत दिखाई दिया। वहीं मुंगेर में भाजपा महिला मोर्चा की अगुवाई में शिवाजी चौक से ही बंद की शुरुआत हुई। विधायक प्रणव कुमार यादव ने खुद दुकानों को बंद कराया और जनता से अपील की कि इस आंदोलन को समर्थन दें।
मुजफ्फरपुर में सन्नाटा, लेकिन जरूरी सेवाएं जारी
मुजफ्फरपुर में बंद का असर और भी गहरा रहा। बाजार पूरी तरह बंद रहे और सड़कें सूनी दिखाई दीं। हालांकि, एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका गया। भाजपा नेता देवांशु किशोर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जाम लगाया। महिला मोर्चा की कार्यकर्ता गीता देवी ने कहा—“आज हर महिला अपने घर से निकलकर विरोध प्रदर्शन कर रही है। यह सिर्फ प्रधानमंत्री का नहीं, बल्कि देश की हर मां का अपमान है।”
वैशाली में भीड़, लेकिन व्यवस्था बनी रही
वैशाली के हाजीपुर और राघोपुर में भी एनडीए कार्यकर्ताओं ने सड़कों को जाम कर दिया। गांधी चौक पर धरना दिया गया। यहां भी भाजपा महिला मोर्चा ने मोर्चा संभाला। हालांकि, आवश्यक सेवाओं को खुला रखा गया ताकि लोगों को परेशानी न हो।
राजनीति और गर्माएगी
बिहार बंद ने साफ कर दिया है कि यह मामला अब आसानी से थमने वाला नहीं है। भाजपा इसे “जनभावना का मुद्दा” बता रही है और महागठबंधन पर सीधा हमला बोल रही है। वहीं, विपक्ष सफाई देने में जुटा है। लेकिन लोगों में गुस्सा साफ नजर आ रहा है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री की मां के खिलाफ अपशब्द कहकर महागठबंधन ने मर्यादा की सारी सीमाएँ तोड़ दी हैं। वहीं, विपक्ष का कहना है कि बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
जनता का क्या कहना है?
आज आम लोग भी इस सियासी जंग में शामिल दिखे। दुकानदारों ने खुद ही दुकानें बंद रखीं। कई जगह यात्रियों को दिक्कत हुई, लेकिन ज़्यादातर लोगों ने कहा कि “किसी भी मां का अपमान हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
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