आम बजट 2025 की घोषणा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों, मध्यम वर्ग और महिलाओं के लिए नई योजनाओं का संकेत दिया है। यह बयान बजट सत्र की शुरुआत से पहले दिया गया, जिसमें उन्होंने टैक्स स्लैब में बदलाव की संभावना व्यक्त की। इसके साथ ही, उन्होंने महिलाओं के अधिकारों और उनकी गरिमा की रक्षा के लिए कई फैसले लेने का भरोसा भी जताया है।
पीएम मोदी का बड़ा बयान: बजट में गरीबों, मध्यम वर्ग और महिलाओं को मिलेगी राहत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बजट सत्र के पहले दिन अपने पारंपरिक संबोधन में कहा, “आगामी बजट के मद्देनजर हम चाहते हैं कि देश के हर गरीब और मध्यम वर्ग पर देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा रहे।” यह बयान खासतौर पर मिडिल क्लास के लिए टैक्स राहत मिलने की उम्मीद को बढ़ावा दे रहा है, जो कई दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है।
मोदी के इस बयान से साफ संकेत मिल रहे हैं कि इस बार सरकार टैक्स स्लैब में बदलाव या फिर स्टैंडर्ड डिडक्शन में वृद्धि कर सकती है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि सरकार महिलाओं को उनके अधिकार देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने जा रही है, जो महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देंगे।
महिलाओं के लिए नए कदम: समान अधिकार और सम्मान की दिशा में महत्वपूर्ण फैसले
पीएम मोदी ने महिलाओं के अधिकारों पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सम्मानपूर्ण जीवन मिले, इसके लिए पंथ संप्रदाय के भेद से मुक्त होकर हर महिला को समान अधिकार मिलना चाहिए। इस दिशा में सरकार बजट सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लेगी। इससे यह स्पष्ट होता है कि इस बार के बजट में महिलाओं के लिए कई सशक्तिकरण कदम उठाए जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, नारी शक्ति के गौरव को पुनः स्थापित करना और महिलाओं के लिए समान अवसर सुनिश्चित करना सरकार के कल्याणकारी उपायों का हिस्सा होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन: गरीबों और मध्यम वर्ग की प्राथमिकता
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी संसद के संयुक्त सत्र में अपने संबोधन के दौरान गरीबों और मध्यम वर्ग पर सरकार के ध्यान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “आज, राष्ट्र गरीबों, मध्यम वर्ग, युवाओं, महिलाओं और किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए असाधारण गति से लागू किए जा रहे प्रमुख निर्णयों और नीतियों का गवाह बन रहा है।”
यह बयान यह दर्शाता है कि सरकार गरीबों और मध्यम वर्ग को मजबूत करने के लिए योजनाओं पर काम कर रही है।
निर्मला सीतारमण का 8वां बजट: क्या होगा खास?
यह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आठवां बजट होगा, जिसमें देश की अर्थव्यवस्था को लेकर कई अहम निर्णय लिए जाएंगे। अब तक, निर्मला सीतारमण ने सात बजट पेश किए हैं, जिनमें से एक अंतरिम बजट भी था जो 2024 के चुनावों से पहले प्रस्तुत किया गया था।
बजट सरकार की आर्थिक स्थिति का दस्तावेज होता है, जिसमें पिछले साल के खर्च और आय का विवरण होता है। इसके अलावा, विभिन्न योजनाओं और प्रोग्राम्स के लिए फंड आवंटित किए जाते हैं, जो आम जनता को फायदा पहुंचाते हैं।
आर्थिक सर्वे और बजट सत्र: इन्नोवेशन, इन्वेस्टमेंट और इनक्लूजन पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने बजट सत्र में तीन प्रमुख शब्दों – इन्नोवेशन, इन्वेस्टमेंट और इनक्लूजन – पर जोर दिया। उनका कहना था कि ये तीनों शब्द देश की आर्थिक गतिविधियों को दिशा देने में मदद करेंगे। उनका मानना है कि इन तीनों पहलुओं पर जोर देने से भारत की आर्थिक स्थिति और ताकत में मजबूती आएगी।
इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि इस बजट में कई ऐतिहासिक विधेयकों पर चर्चा होगी और उनका उद्देश्य राष्ट्र की ताकत को बढ़ाना होगा।
मिडिल क्लास के लिए राहत की उम्मीद: क्या मिलेगी टैक्स में छूट?
मध्यम वर्ग के लोग लंबे समय से टैक्स में राहत की उम्मीद कर रहे हैं। पीएम मोदी के बयान ने इस संभावना को और मजबूत किया है कि सरकार इस बार टैक्स स्लैब या फिर स्टैंडर्ड डिडक्शन में कोई बदलाव कर सकती है। यदि ऐसा होता है, तो इससे लाखों भारतीयों को राहत मिल सकती है, जिनकी आय मध्यम स्तर पर है।
बजट 2025 से जुड़े अटकलों और उम्मीदों के बीच पीएम मोदी का यह बयान मिडिल क्लास, गरीबों और महिलाओं के लिए राहत की उम्मीदों को बढ़ाता है। आने वाले दिनों में जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी, तब यह स्पष्ट होगा कि सरकार इन वर्गों के लिए क्या खास कदम उठाने जा रही है।
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