आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (ICC Champions Trophy 2025) का काउंटडाउन शुरू हो चुका है, और इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के सबसे बड़े मुकाबले भारत बनाम पाकिस्तान (IND vs PAK) को लेकर माहौल गर्म हो गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने अपने खिलाड़ियों को भारत के खिलाफ जीतने की चुनौती दी है।
शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान की टीम हाल के दिनों में शानदार प्रदर्शन कर रही है, लेकिन भारत को हराना उनके लिए एक वास्तविक चुनौती होगी। उन्होंने पूरे देश से टीम को समर्थन देने की अपील करते हुए विश्वास जताया कि उनकी टीम चैंपियंस ट्रॉफी में बेहतरीन प्रदर्शन करेगी।
भारत-पाकिस्तान महामुकाबले की तारीख तय, 23 फरवरी को भिड़ेंगी टीमें
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन 19 फरवरी से होने जा रहा है, जिसमें भारत और पाकिस्तान की टीमें 23 फरवरी को एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में उतरेंगी। यह महामुकाबला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा, जो कि इस टूर्नामेंट का सबसे चर्चित और रोमांचक मुकाबला होगा।
पाकिस्तान इस टूर्नामेंट का सह-मेज़बान है और उनके कुछ मैच अपने देश में खेले जाएंगे, जबकि भारत के सभी मुकाबले दुबई में ही होंगे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का बयान
शहबाज शरीफ ने पीटीआई (PTI) को दिए एक इंटरव्यू में कहा:
“हमारी टीम काफी अच्छी है और हाल के समय में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है, लेकिन असली चुनौती अब यह है कि हम सिर्फ चैंपियंस ट्रॉफी ही नहीं बल्कि अपने चिर-प्रतिद्वंदी भारत को भी हराएं। पूरे देश को अपने खिलाड़ियों पर भरोसा है और हम उनके साथ खड़े हैं।”
शरीफ ने यह भी कहा कि 29 साल बाद पाकिस्तान में आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी होना बहुत बड़ी बात है। पाकिस्तान ने आखिरी बार 1996 में भारत और श्रीलंका के साथ मिलकर वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी की थी।
“हमारे लिए यह गर्व की बात है कि हम इतने लंबे समय बाद आईसीसी का कोई बड़ा टूर्नामेंट आयोजित कर रहे हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि हमारी टीम इस मौके को भुनाएगी और देश को गौरव दिलाएगी।”
पाकिस्तान के पास चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के खिलाफ बढ़त
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास की बात करें तो पाकिस्तान का भारत के खिलाफ रिकॉर्ड बेहतर रहा है। दोनों टीमें इस टूर्नामेंट में अब तक पांच बार भिड़ी हैं, जिसमें से पाकिस्तान ने तीन बार जीत दर्ज की है, जबकि भारत को सिर्फ दो बार जीत मिली है।
सबसे खास मुकाबला 2017 के फाइनल में हुआ था, जहां पाकिस्तान ने भारत को 180 रनों के विशाल अंतर से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। उस मुकाबले में पाकिस्तान के फखर ज़मान (Fakhar Zaman) ने शानदार शतक जड़ा था और उनके गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को धराशायी कर दिया था।
हालांकि, 2017 के बाद से भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ दबदबा बनाए रखा है। दोनों टीमों के बीच खेले गए पिछले छह वनडे मुकाबलों में से भारत ने पांच में जीत दर्ज की है, जबकि एक मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था।
भारत बनाम पाकिस्तान: क्या कहते हैं पिछले रिकॉर्ड?
अगर वनडे इतिहास पर नजर डालें तो भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए कुल 134 वनडे मुकाबलों में:
- भारत ने 56 मैच जीते हैं।
- पाकिस्तान ने 73 मुकाबले अपने नाम किए हैं।
- पांच मैच बेनतीजा रहे हैं।
हालांकि, पिछले एक दशक में भारतीय टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया है और 2019 वनडे वर्ल्ड कप, 2023 वनडे वर्ल्ड कप और 2018 एशिया कप में पाकिस्तान को हराया था।
क्या भारत दोबारा पाकिस्तान को पटखनी देगा?
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम काफी संतुलित नजर आ रही है। टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का शानदार मिश्रण है। भारत के पास:
- शुभमन गिल, विराट कोहली और श्रेयस अय्यर जैसे दमदार बल्लेबाज
- जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव जैसे घातक गेंदबाज
- हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा जैसे ऑलराउंडर
इसके अलावा, भारत का हालिया प्रदर्शन भी शानदार रहा है। टीम ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में शानदार जीत दर्ज की थी।
दूसरी ओर, पाकिस्तान के पास भी बाबर आज़म, शाहीन अफरीदी और मोहम्मद रिज़वान जैसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं, जो किसी भी दिन मैच का रुख बदल सकते हैं।
कैसा रहेगा भारत-पाकिस्तान महामुकाबले का माहौल?
भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी क्रिकेट मैच सिर्फ खेल नहीं, बल्कि जुनून और जज्बात का संगम होता है। दुबई में होने वाला यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए बहुत अहम रहेगा।
- भारतीय फैंस को उम्मीद है कि उनकी टीम 2017 की हार का बदला लेगी।
- पाकिस्तानी फैंस को भरोसा है कि उनकी टीम एक बार फिर भारत को चैंपियंस ट्रॉफी में मात देगी।
इस महामुकाबले को देखने के लिए दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और स्टेडियम में भी हजारों दर्शकों के पहुंचने की उम्मीद है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या पाकिस्तान अपने प्रधानमंत्री की चुनौती को पूरा कर पाएगा, या फिर भारत अपने वर्चस्व को कायम रखेगा? इसका जवाब मिलेगा 23 फरवरी को!