विक्की कौशल, रश्मिका मंदाना और अक्षय खन्ना अभिनीत फिल्म ‘Chhaawa‘ ने बॉक्स ऑफिस पर अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी है। फिल्म ने 14 फरवरी 2025 को रिलीज़ होने के बाद से लगातार उच्च कमाई की है, लेकिन 21वें दिन इसकी कमाई में गिरावट देखी गई है।
21वें दिन की Chhaawa की कमाई
21वें दिन, ‘छावा’ की कमाई में गिरावट दर्ज की गई, जो दर्शाता है कि फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन धीरे-धीरे कम हो रहा है। हालांकि, इस गिरावट के बावजूद, फिल्म ने अब तक कुल ₹484 करोड़ की कमाई कर ली है।
Chhaawa का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
सनी देओल की ‘गदर 2’ ने अपने प्रदर्शन के दौरान ₹525 करोड़ का लाइफटाइम कलेक्शन किया था। ‘छावा’ वर्तमान में इस आंकड़े से मात्र ₹41 करोड़ पीछे है। यदि फिल्म आने वाले दिनों में इस अंतर को पाट लेती है, तो ‘छावा’ ‘गदर 2’ का रिकॉर्ड तोड़ने में सफल होगी।
फिल्म की अब तक की कमाई।
‘Chhaawa’ ने अपनी रिलीज़ के बाद से ही बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार प्रदर्शन किया है। फिल्म ने पहले दिन ₹33 करोड़ से अधिक की कमाई की, जो विक्की कौशल के करियर की सबसे बड़ी ओपनिंग फिल्म साबित हुई। दूसरे दिन भी फिल्म ने अपनी रफ्तार बरकरार रखते हुए उच्च कमाई की। इस फिल्म ने कई दिनों तक काफी ज्यादा कमाई की।
दूसरे वीकेंड में, ‘Chhaawa’ ने ₹100 करोड़ से अधिक की कमाई की, जो हिंदी सिनेमा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस मामले में, फिल्म ने ‘पुष्पा 2’ की बराबरी की और ‘गदर 2’ तथा ‘स्त्री 2’ जैसी फिल्मों को पीछे छोड़ दिया। लेकिन फिल्म की कमाई अभी भी ग़दर 2 से कम है। छावा ने तीसरे हफ्ते में 79.43 करोड रुपए की कमाई की । वहीं तीसरे हफ्ते का आज आखिरी दिन है और अभी तक की छाव मूवी की कमाई 1.91 करोड़ रुपये हो चुकी है
Chhaawa फिल्म की सफलता के कारण
बता दे रहे फिल्म की कहानी छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है, जो दर्शकों को आकर्षित करने में सफल रही है। लक्ष्मण उतेकर का निर्देशन भी प्रशंसनीय है। वही विक्की कौशल, रश्मिका मंदाना और अक्षय खन्ना ने अपने-अपने किरदारों में जान डाल दी है, जिससे दर्शकों का फिल्म से जुड़ाव बढ़ा है। और फिल्म को बहुत ज्यादा प्यार दिया। इतना ही नहीं बल्कि फिल्म का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर कहानी के साथ मेल खाता है, जो दर्शकों को काफी पसंद आया और इससे दर्शक जुड़े।
Chhaawa मूवी की कहानी
बता दे की कहानी में छत्रपति शिवाजी महाराज का निधन हो चुका है और मुगल साम्राज्य के शहंशाह औरंगजेब को लगता है कि अब दक्खन में उसे मार देने वाला कोई नहीं बचा वह अब मराठों पर एक छत्र राज कर सकता है मगर वह इस बात से बिल्कुल भी वाकिफ नहीं था कि छत्रपति शिवाजी महाराज का 24 व साल का निर्भय और जांबाज बेटा शिवाजी और छावा अपने पिता के साम्राज्य के सपने को आगे बढ़ाने के लिए कंट्री बुद्ध है संभाजी की पत्नी भी अपने बहादुर राजा के इस सपने को पूरा करने के लिए उसका साथ देती है।
वही संभाजी अपनी सेनापति लश्कर और बहादुर सिपाहियों के साथ औरंगजेब की सल्तनत के महत्वपूर्ण गढ़ बुरहानपुर पर आक्रमण करते है। मुगल सल्तनत को मराठा वीरों की सेना छठी का दूध याद दिला देती है। इसके बाद ही औरंगजेब, उसकी बेटी (डायना पेंटी) और मुगलों की विशालकाय सेना को संभाजी के पराक्रम का पता चलता है। इस पहली जीत के बाद संभाजी और उसकी महा पराक्रमी सेना पूरे नौ साल तक औरंगजेब की सल्तनत के विभिन्न गढ़ों पर हमले करके उसकी रणनीति को नेस्तानाबूत करती जाती है।
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