
Children born during eclipses हिंदू धर्म और ज्योतिष में ग्रहण को एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना जाता है, जिसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ सकता है। यदि कोई बच्चा सूर्य या चंद्र ग्रहण के दिन जन्म लेता है, तो उसकी कुंडली पर इस घटना का विशेष प्रभाव देखा जाता है। आइए जानते हैं ऐसे बच्चों के स्वभाव, गुण, दोष और भविष्य के बारे में विस्तार से।
Children born during eclipses: सूर्य ग्रहण के दिन जन्मे बच्चों का स्वभाव और भविष्य
स्वभाव- सूर्य ग्रहण के दिन जन्मे बच्चे स्वभाव से बहुत आत्मविश्वासी और महत्वाकांक्षी होते हैं।इनका अहंकार थोड़ा अधिक हो सकता है और ये खुद को श्रेष्ठ मान सकते हैं। वही इन बच्चों का स्वभाव थोड़ा जिद्दी भी होता है। भविष्य-ये लोग उच्च पदों पर पहुंच सकते हैं, जैसे – सरकारी अधिकारी, राजनेता, बिजनेसमैन या सेना में उच्च पद पर।सूर्य ग्रहण के प्रभाव के कारण इन्हें शुरुआती जीवन में संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन बाद में सफलता मिलती है। सूर्य ग्रहण वाले दिन बच्चों का स्वास्थ्य थोड़ा कमजोर हो सकता है खासकर पर हृदय और आंखों से जुड़ी समस्या ज्यादा होती हैं।
Children born during eclipses: चंद्र ग्रहण के दिन जन्मे बच्चों का स्वभाव और भविष्य
स्वभाव-चंद्र ग्रहण के दिन जन्मे बच्चे भावुक, संवेदनशील और कल्पनाशील होते हैं। चंद्र ग्रहण वाले दिन जन्मे बच्चे दूसरों की भावनाओं को जल्दी समझते हैं और उनकी मदद भी करते हैं। कभी-कभी ज्यादा सोचने के कारण यह बच्चे चिंता और तनाव का शिकार भी हो जाते हैं। भविष्य- ये लोग मानसिक रूप से बहुत मजबूत होते हैं और जीवन में कठिनाइयों का डटकर सामना कर सकते हैं।ज्योतिष के अनुसार, चंद्र ग्रहण के प्रभाव से इन्हें जीवन में मानसिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। चंद्रमा के कमजोर होने पर इनका मन भटक सकता है। इससे इन्हें निर्णय लेने में कठिनाइयां आ सकती है।
Children born during eclipses: ग्रहण काल में जन्मे बच्चों के लिए विशेष उपाय
यदि कोई बच्चा ग्रहण के समय जन्म लेता है, तो उसे ग्रहण दोष माना जाता है। इसके नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं।
1. ग्रहण दोष निवारण पूजा
2. सूर्य या चंद्र मंत्र जाप
3. दान करना
4. शिव पूजा
5. गाय को भोजन कराना
6.सोमवार के दिन अन्न का दान करें।
7.सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
Children born during eclipses: ग्रहण का अशुभ असर जरूरी नहीं
हालांकि इस बात को लेकर दावा नहीं किया जा सकता है कि ग्रहण के दौरान जन्म लेने वाले बच्चे के जीवन में हमेशा परेशानियां ही आती है। दरअसल, सभी ग्रहण दुर्भाग्यपूर्ण फल देने वाले नहीं होते हैं। कुछ मान्यताओं के अनुसार, जिन बच्चों का जन्म ग्रहण के दौरान होता है, उनके अंदर नेतृत्व क्षमता बहुत अधिक होती है। ऐसे बच्चे न सिर्फ कुशाग्र बुद्धि के होते हैं, बल्कि यह हर क्षेत्र में अपना परचम भी लहराने की क्षमता रखते हैं। हालांकि फिर भी इसके दोष को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं।
Children born during eclipses: पंडितों की माने तो
हालांकि पंडित बताते हैं कि जिसका जन्म ग्रहणकाल में होता है उसे ग्रहण नक्षत्र के स्वामी तथा सूर्यग्रहण में सूर्य की तथा चंद्रग्रहण में चंद्रमा की मूर्ति बनाएं। सूर्य की प्रतिमा सोने की, चंद्रमा की प्रतिमा चांदी तथा राहु की प्रतिमा सीसे की बनाएं। इन ग्रहों के प्रिय वस्तु्ओं का दान करना चाहिए। फिर हवन किया जाता है परंतु नक्षत्र स्वामी के लिए पीपल की समिधा का इस्तेमाल करें। कलश के जल से जातक का अभिषेक करें और किसी योग्य ब्रह्मण को भोजन कराएं। इससे ग्रहणकाल में जन्म दोष दूर हो जाता है।
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