
Corruption Index 2024: दुनिया के सबसे भ्रष्ट देशों की सूची जारी: टॉप पर यह देश, भारत और पाकिस्तान की रैंकिंग जानें
Corruption Index 2024: अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने मंगलवार को वैश्विक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (Corruption Perceptions Index – CPI) 2024 की रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में दुनिया के 180 देशों की लोक प्रशासन में भ्रष्टाचार के आधार पर रैंकिंग की गई है।
इस सूची में डेनमार्क (Denmark) को लगातार सातवें वर्ष दुनिया के सबसे कम भ्रष्ट देश का दर्जा मिला है। वहीं, भारत और पाकिस्तान दोनों की रैंकिंग में गिरावट दर्ज की गई है। दक्षिण सूडान (South Sudan) सबसे भ्रष्ट देश घोषित किया गया है।
CPI रिपोर्ट: 148 देशों की स्थिति बिगड़ी या जस की तस
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में भ्रष्टाचार की समस्या लगातार बनी हुई है। 2012 से अब तक केवल 32 देशों में ही भ्रष्टाचार के स्तर में सुधार देखा गया है, जबकि 148 देशों में या तो स्थिति जस की तस बनी हुई है या और बिगड़ गई है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की दो-तिहाई से अधिक आबादी (लगभग 6.8 अरब लोग) ऐसे देशों में रह रही है, जहां भ्रष्टाचार का स्तर 50 अंकों से कम है। यह दर्शाता है कि दुनिया के 85% लोग भ्रष्टाचार से प्रभावित देशों में रह रहे हैं।
दुनिया के सबसे कम भ्रष्ट 10 देश
(अंक जितने अधिक, देश उतना ही साफ-सुथरा)
रैंक | देश | स्कोर |
---|---|---|
1 | डेनमार्क | 90 |
2 | फिनलैंड | 88 |
3 | सिंगापुर | 84 |
4 | न्यूजीलैंड | 83 |
5 | लक्ज़मबर्ग | 81 |
5 | नॉर्वे | 81 |
5 | स्विट्जरलैंड | 81 |
8 | स्वीडन | 80 |
9 | नीदरलैंड | 78 |
10 | ऑस्ट्रेलिया | 77 |
डेनमार्क 90 अंकों के साथ सबसे कम भ्रष्ट देश बना हुआ है, जबकि फिनलैंड, सिंगापुर और न्यूजीलैंड जैसे देश भी इस सूची में टॉप 5 में शामिल हैं।
दुनिया के सबसे भ्रष्ट 10 देश
(अंक जितने कम, देश उतना ही भ्रष्ट)
रैंक | देश | स्कोर |
---|---|---|
170 | सूडान | 15 |
172 | निकारागुआ | 14 |
173 | इक्वेटोरियल गिनी | 13 |
173 | लीबिया | 13 |
173 | यमन | 13 |
177 | सीरिया | 12 |
178 | वेनेजुएला | 10 |
179 | सोमालिया | 9 |
180 | दक्षिण सूडान | 8 |
दुनिया का सबसे भ्रष्ट देश दक्षिण सूडान (South Sudan) है, जिसे 8 अंकों के साथ 180वां स्थान मिला है। उसके बाद सोमालिया (9 अंक) और वेनेजुएला (10 अंक) सबसे भ्रष्ट देशों में शामिल हैं।
Corruption Index 2024: भारत और पाकिस्तान की स्थिति क्या है?
भारत की रैंकिंग
- भारत इस सूची में 96वें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि 2023 में यह 93वें स्थान पर था।
- इस बार भारत को 38 अंक मिले हैं, जो कि पिछले साल के मुकाबले 1 अंक कम है।
- भारत की यह गिरावट दर्शाती है कि देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सुधार की जरूरत है।
पाकिस्तान की स्थिति और खराब
- पाकिस्तान की रैंकिंग में भी गिरावट आई है, और अब यह 135वें स्थान पर पहुंच गया है।
- पाकिस्तान को 27 अंक मिले हैं, जो कि पिछले साल के मुकाबले 2 पायदान नीचे है।
- यह रैंकिंग पाकिस्तान की गंभीर आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता को दर्शाती है।
दक्षिण एशियाई देशों की रैंकिंग:
देश | रैंक | स्कोर |
---|---|---|
भारत | 96 | 38 |
चीन | 76 | 42 |
पाकिस्तान | 135 | 27 |
बांग्लादेश | 151 | 23 |
श्रीलंका | 121 | 32 |
अफगानिस्तान | 165 | 17 |
चीन (42 अंक) और श्रीलंका (32 अंक) की स्थिति भारत और पाकिस्तान से बेहतर है, जबकि बांग्लादेश और अफगानिस्तान की हालत सबसे खराब है।
भारत की गिरती रैंकिंग के पीछे क्या कारण हैं?
- सरकारी विभागों में बढ़ती लालफीताशाही:
- भारत में सरकारी प्रक्रियाओं में देरी और रिश्वतखोरी के मामलों की संख्या बढ़ रही है।
- नीतियों का धीमा कार्यान्वयन:
- भ्रष्टाचार के खिलाफ कई कानून तो बनाए गए हैं, लेकिन इनका प्रभावी रूप से पालन नहीं हो रहा।
- निगरानी में कमी:
- सरकारी एजेंसियों में पारदर्शिता और जवाबदेही का अभाव है।
- घूसखोरी और चुनावी भ्रष्टाचार:
- चुनावों में पैसे और ताकत का इस्तेमाल आम हो गया है, जिससे राजनीतिक स्तर पर भ्रष्टाचार बढ़ रहा है।
- जांच एजेंसियों पर दबाव:
- कई बार भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की जांच में राजनीतिक हस्तक्षेप देखा जाता है।
भारत के लिए आगे की राह
भारत को अपनी भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों को और प्रभावी बनाना होगा। इसके लिए कुछ सुझाव:
- डिजिटलीकरण को बढ़ावा दें, ताकि घूसखोरी की गुंजाइश कम हो।
- विजिलेंस और लोकपाल जैसी एजेंसियों को स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जाए।
- भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों और नेताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो।
- ट्रांसपेरेंसी और पब्लिक सेक्टर में जवाबदेही बढ़ाई जाए।
भारत सरकार को चाहिए कि वह भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन को प्राथमिकता दे, जिससे अगले वर्षों में भारत की वैश्विक रैंकिंग बेहतर हो सके।
“आरंभ न्यूज” पर पढ़ते रहें दुनिया और भारत से जुड़ी ताजा और बेबाक खबरें। अपडेट्स के लिए हमें फॉलो करें!