भारतीय क्रिकेट के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का एक डीपफेक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में विराट के पुराने इंटरव्यू को एडिट किया है। 33 सेकेंड के इस वीडियो में कोहली इंडियन ओपनर शुभमन गिल की आलोचना करते दिख रहे हैं। वह वीडियो में खुद को लीजेंड बता रहे हैं।
बता दें कि, इसी साल फरवरी में भी उनका डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था। उस वीडियो में विराट कोहली एक सट्टेबाजी ऐप का ऐड करते नजर आए थे। तब भारतीय क्रिकेटर ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सफाई दी थी।
कहा- एक ही विराट कोहली है
इस वीडियो में कोहली कह रहे हैं, ‘मैं गिल को करीब से देख रहा हूं। वे प्रतिभाशाली हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है, लेकिन प्रतिभा दिखाने और स्टार बनने के बीच एक बड़ा अंतर है। गिल की टेक्नीक शानदार है, लेकिन हमें खुद से आगे नहीं बढ़ना चाहिए। लोग उसे अगले विराट कोहली के तौर पर देखते हैं, लेकिन मैं क्लियर कर दूं कि केवल एक ही विराट कोहली है। मैंने जितने खतरनाक गेंदबाजों का सामना किया है और जिन परिस्थितियों में रन बनाए हैं, उसे आप गिल की एक पारी से नहीं आंक सकते हैं। उसे ऐसा करने में टाइम लगेगा।’
AI is Dangerous pic.twitter.com/njUvwiwc4t
— Cricketopia (@CricketopiaCom) August 27, 2024
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बता दें विराट कोहली इन दिनों लंदन में परिवार संग समय बिता रहे हैं. वह टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद से ही यहां रह रहे हैं. श्रीलंका के खिलाफ खेली गई वनडे सीरीज के लिए विराट भारत आए थे और फिर यहीं से श्रीलंका रवाना हुए थे. सीरीज खत्म कर वह एक बार फिर पत्नी अनुष्का शर्मा और अपने बच्चो के पास लंदन लौट गए. अटकलें हैं कि विराट अब लंदन को ही अपना दूसरा घर बनाना चाहते हैं और तभी वह अपना ज्यादातर समय लंदन में बिता रहे हैं.
सचिन तेंदुलकर भी हुए थे शिकार
पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी डीपफेक का शिकार हो चुके हैं। उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे ‘स्काईवर्ड एविएटर क्वेस्ट’ गेमिंग ऐप को प्रमोट करते नजर आए थे।
खुद सचिन ने इसे पोस्ट करके लिखा कि ये वीडियो नकली है और आपको धोखा देने के लिए बनाया गया है। टेक्नोलॉजी का इस प्रकार का दुरुपयोग पूरी तरह से गलत है। उन्होंने इस मैसेज के साथ भारत सरकार, सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर और महाराष्ट्र साइबर पुलिस को टैग किया था।
इस फेक वीडियो में वे ये कहते दिखे थे कि उनकी बेटी सारा इस गेम से रोजाना बहुत पैसा निकालती हैं। वे लोगों को बताते हैं कि मुझे आश्चर्य होता है कि अब अच्छा पैसा कमाना कितना आसान हो गया है।
डीपफेक होता क्या है और कैसे बनाया जाता है?
डीपफेक शब्द पहली बार 2017 में यूज किया गया था। तब अमेरिका के सोशल न्यूज एग्रीगेटर Reddit पर डीपफेक ID से कई सेलिब्रिटीज के वीडियो पोस्ट किए गए थे। इसमें एक्ट्रेस एमा वॉटसन, गैल गैडोट, स्कारलेट जॉन्सन के कई पोर्न वीडियो थे।
किसी रियल वीडियो, फोटो या ऑडियो में दूसरे के चेहरे, आवाज और एक्सप्रेशन को फिट कर देने को डीपफेक नाम दिया गया है। ये इतनी सफाई से होता है कि कोई भी यकीन कर ले। इसमें फेक भी असली जैसा लगता है।
इसमें मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लिया जाता है। इसमें वीडियो और ऑडियो को टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया जाता है।
AI और साइबर एक्सपर्ट पुनीत पांडे बताते हैं कि अब रेडी टु यूज टेक्नोलॉजी और पैकेज उपलब्ध हैं। अब इसे कोई भी उपयोग कर सकता है। वर्तमान टेक्नोलॉजी में अब आवाज भी इम्प्रूव हो गई है। इसमें वॉयस क्लोनिंग बेहद खतरनाक हो गई है।
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