भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और उसके प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने केजरीवाल को झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए AAP को ‘अवैध आमदानी वाली पार्टी’ करार दिया। शाह का यह बयान दिल्ली के नरेला में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान आया, जहां उन्होंने दिल्ली सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों पर सवाल उठाए और केजरीवाल के नेतृत्व को आलोचना का शिकार बनाया।
AAP पर हमला: ‘झूठ बोलकर वोट बटोरने की कोशिश’
अमित शाह ने अरविंद केजरीवाल को निशाना बनाते हुए कहा, “केजरीवाल केवल झूठ बोलकर वोट जुटाने की कोशिश करते हैं। AAP का मतलब है ‘अवैध आमदानी वाली पार्टी’। वह लोगों से वोट पाने के लिए झूठ बोलते हैं और दिल्ली की जनता को धोखा देते हैं।” इसके बाद शाह ने दिल्ली के मौजूदा हालात का जिक्र किया और कहा कि केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली की स्थिति केवल बदतर हुई है।
दिल्ली की समस्याएं: शाह ने उठाए सवाल
शाह ने केजरीवाल सरकार की नाकामी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “केजरीवाल जी के शासन में दिल्ली की हालत सिर्फ 10 साल में खराब हो गई है। लोगों को गंदा पानी मिल रहा है, नालियां सड़ चुकी हैं, कुएं और झीलें सूख चुकी हैं, और बाग-बगिचे भी neglected हैं। स्कूलों की हालत खस्ता हो चुकी है, अस्पतालों में बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। क्या केजरीवाल इस पर ध्यान दे रहे हैं? क्या वह दिल्ली की जनता को साफ पानी और बेहतर सेवाएं दे रहे हैं?”
अमित शाह ने दावा किया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में 5 फरवरी को लोग AAP को उखाड़ फेंकेंगे और इस “आपदा पार्टी” से दिल्ली को मुक्ति मिलेगी।
लोकतंत्र की ताकत का जिक्र
इस दौरान शाह ने भारतीय लोकतंत्र और संविधान की ताकत का जिक्र करते हुए कहा, “आज गणतंत्र दिवस है और हमारा संविधान 75 साल पूरे कर चुका है। इस लोकतंत्र की ताकत से ही नरेंद्र मोदी जैसे एक गरीब चायवाले के बेटे को प्रधानमंत्री और द्रौपदी मुर्मू जैसे एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने का अवसर मिला। यह लोकतंत्र की ताकत है और हम आशा करते हैं कि इस संविधान के तहत 5 फरवरी को चुनाव होंगे, लोग मतदान करेंगे और 8 फरवरी को दिल्ली की मतगणना में भाजपा की जीत होगी।”
केजरीवाल का पलटवार: भाजपा के मॉडल पर सवाल
वहीं दूसरी ओर, अरविंद केजरीवाल ने भाजपा के शासन के खिलाफ अपना हमला जारी रखा। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी लोगों का पैसा अमीर कारोबारियों को ऋण के रूप में देती है और फिर उसे माफ कर देती है। केजरीवाल ने कहा, “बीजेपी का मॉडल है कि आपका पैसा बिलियनेयर दोस्तों को उधार दिया जाता है और फिर 2-3 साल में उसे माफ कर दिया जाता है। वहीं, आम आदमी पार्टी का मॉडल है, जिसमें 24 घंटे बिजली, गरीबों को मुफ्त बिजली, 24 घंटे पानी, और बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं मिलती हैं। यह है AAP का कल्याणकारी मॉडल।”
उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर उनकी सरकार बनती है, तो दिल्ली में दी जा रही ये सारी सुविधाएं बंद कर दी जाएंगी, क्योंकि ये उनकी नीति के खिलाफ हैं।”
दिल्ली चुनाव: एक और संघर्ष
दिल्ली विधानसभा चुनाव अब बेहद दिलचस्प मोड़ पर पहुंच चुका है, जहां दोनों ही प्रमुख दल, भाजपा और AAP, अपनी-अपनी नीतियों और विकास कार्यों को लेकर जनता को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। एक तरफ भाजपा ने केजरीवाल सरकार को दिल्ली की बुनियादी समस्याओं के लिए जिम्मेदार ठहराया है, वहीं AAP ने भाजपा पर अमीरों के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को मतगणना होगी। इस चुनाव में दिल्ली की जनता के लिए न केवल सरकार का चुनाव महत्वपूर्ण है, बल्कि दोनों पार्टियों के बीच का यह चुनावी संघर्ष देश की राजनीति को भी प्रभावित कर सकता है।
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