
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ (Delhi Railway Station Stampede) के पीड़ितों के परिवारों को भारतीय रेलवे द्वारा 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि (ex-gratia) नकद में दी गई। इस घटना में 18 लोगों की मौत हो गई थी और 15 अन्य लोग घायल हुए थे। मुआवजे की राशि मिलने के बाद पीड़ित परिवारों ने इसे तत्काल राहत बताया, लेकिन बड़ी मात्रा में नकद मिलने से वे चिंतित भी हैं।
Delhi Railway Station Stampede: मुआवजा मिला, लेकिन दर्द कम नहीं हुआ
इस भगदड़ में अपनी बहन पिंकी देवी को खोने वाले संजय कुमार ने कहा, “मुझे समझ नहीं आ रहा कि इस पैसे को बैंक में जमा कर पाऊंगा या नहीं। घर में इतनी बड़ी रकम रखना सुरक्षित नहीं लगता।”संजय की बहन पिंकी देवी प्रयागराज जाने वाली थीं, लेकिन शनिवार की रात हुई इस भगदड़ ने उनकी जिंदगी छीन ली। संजय ने बताया कि भगदड़ के दौरान उन्होंने अपने परिवार के अन्य सदस्यों को किसी तरह बचा लिया, लेकिन पिंकी को आधे घंटे तक ढूंढते रहे।
Delhi Railway Station Stampede: परिवारों की पीड़ा और अनसुलझे सवाल
पिंकी देवी की मौत के बाद उनका परिवार शारीरिक और मानसिक पीड़ा से गुजर रहा है। संजय ने कहा, “मेरी पत्नी को सीने में दर्द की शिकायत थी, लेकिन हम अपनी बहन के इलाज में व्यस्त थे। पिंकी की बेटी को भी कमर और छाती में दर्द हो रहा है।”
इसी तरह, अंशुमान सहाय की मां आशा देवी की मौत भी इस भगदड़ में हो गई। उन्होंने कहा, “जब मैं अपनी मां का शव लेने गया, तो उन्होंने मुझे मुआवजा लेने पर जोर दिया। मैं सिर्फ यह पूछना चाहता हूं कि किसी की जान की कीमत कैसे तय की जाती है?”
Delhi Railway Station Stampede: रेलवे ने दी मुआवजा राशि की जानकारी
भारतीय रेलवे ने एक बयान में कहा कि मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी गई है।हालांकि, 2023 में रेल मंत्रालय द्वारा जारी एक दिशानिर्देश के अनुसार, “50,000 रुपये तक की राशि तत्काल राहत के रूप में नकद दी जा सकती है। शेष राशि बैंक ट्रांसफर या चेक के माध्यम से दी जानी चाहिए।”
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “यह एक असाधारण स्थिति थी, इसलिए तत्काल राहत के लिए नकद मुआवजा दिया गया।”
Delhi Railway Station Stampede: परिजनों की चिंताएं और असमंजस
मुआवजा लेने वाले पीड़ित परिवार इस बात से हैरान हैं कि इतनी बड़ी राशि नकद में क्यों दी गई। मृतका ममता देवी के पति विपिन झा ने कहा, “मैंने नकद राशि बैंक में जमा कर दी, लेकिन यह सब बहुत अजीब लगा।”संजय कुमार ने कहा, “मुझसे आधार कार्ड मांगा गया और फिर नकद दे दिया गया। उस समय मैंने कोई सवाल नहीं किया क्योंकि मैं सिर्फ अपनी बहन का शव लेकर जाना चाहता था।”
Delhi Railway Station Stampede: असाधारण स्थिति में लिया गया फैसला
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इतनी बड़ी राशि नकद में देने का निर्णय इस त्रासदी की गंभीरता को देखते हुए लिया गया। उन्होंने कहा, “आमतौर पर मुआवजा बैंक ट्रांसफर से दिया जाता है, लेकिन यहां तत्काल राहत आवश्यक थी।”
रेलवे ने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी से बचने के लिए नकद मुआवजा देना अनिवार्य हो गया था।
Delhi Railway Station Stampede: भगदड़ का कारण और जांच जारी
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यह भगदड़ शनिवार रात उस समय हुई जब हजारों यात्री प्रयागराज कुंभ मेले में शामिल होने के लिए रवाना हो रहे थे।पुलिस जांच में यह सामने आया है कि स्टेशन पर प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा के कारण भारी भीड़ एक साथ दोनों ओर से आ गई, जिससे भगदड़ मच गई।
Delhi Railway Station Stampede: पीड़ित परिवारों की मांग “जवाबदेही तय हो’
पीड़ित परिवारों ने इस घटना की विस्तृत जांच और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।संजय कुमार ने कहा, “हमने अपनों को खो दिया है। पैसा उनकी कमी को पूरा नहीं कर सकता। हम चाहते हैं कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों।”
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