![ब्रिस्बेन टेस्ट में भारत के लिए मुश्किलें बढ़ी, ऑस्ट्रेलिया का दबदबा कायम 1 ब्रिस्बेन टेस्ट में भारत के लिए मुश्किलें बढ़ी, ऑस्ट्रेलिया का दबदबा कायम](https://aarambhnews.com/wp-content/uploads/2025/01/kk-32-1-1024x614.png)
ब्रिस्बेन टेस्ट में भारत के लिए मुश्किलें बढ़ी, ऑस्ट्रेलिया का दबदबा कायम
ब्रिस्बेन में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारत के लिए स्थितियां काफी मुश्किल हो गईं। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 445 रनों का विशाल लक्ष्य रखा, जिसके बाद भारतीय बल्लेबाजों की हालत पतली हो गई। दिन के अंत तक भारत का स्कोर 51/4 था और वे अभी भी ऑस्ट्रेलिया से 394 रनों से पीछे थे। फॉलो-ऑन से बचने के लिए भारत को 194 रन और जोड़ने होंगे। इस हालत में भारतीय टीम के बल्लेबाजों के लिए यह बहुत बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
ऑस्ट्रेलिया का दबदबा और भारतीय टीम की मुश्किलें
ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने तीसरे दिन की समाप्ति तक भारतीय बल्लेबाजों को पूरी तरह से दबोच लिया था। बारिश के कारण दिन का खेल बाधित रहा, लेकिन फिर भी ऑस्ट्रेलिया ने महज 17 ओवरों में भारत के चार प्रमुख बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और कप्तान पैट कमिंस ने भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ को तोड़ दिया।
यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और विराट कोहली को सस्ते में पवेलियन लौटते देखा गया, जबकि रिषभ पंत को भी कमिंस ने आउट किया। तीसरे दिन के अंत तक केवल रोहित शर्मा और केएल राहुल बिना आउट हुए क्रीज पर मौजूद थे, लेकिन उन पर भारी दबाव था। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच को अपनी मर्जी से चलाने के लिए सभी विकल्प खुले रखे हैं, और अब भारत के बल्लेबाजों को बचने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
क्या ऑस्ट्रेलिया फॉलो-ऑन लागू करेगा?
इस मैच की स्थिति को देखते हुए मिचेल स्टार्क ने कहा कि अगर भारत के और विकेट गिरते हैं तो ऑस्ट्रेलिया फॉलो-ऑन का विकल्प अपनाने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने एसीबी रेडियो से बात करते हुए कहा, “हमारे पास कई विकल्प हैं, भारत के पास उतने नहीं हैं।”
हालांकि, पैट कमिंस की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने केवल एक बार फॉलो-ऑन लागू किया था, जब 2019-20 के एडिलेड टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ यह कदम उठाया गया था। कमिंस का यह मानना है कि फॉलो-ऑन लागू करने से गेंदबाजों पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है, लेकिन इस टेस्ट में परिस्थितियां कुछ अलग हैं। बारिश के चलते खेल के पहले सत्र में ही नतीजा आने की संभावना है, और ऑस्ट्रेलिया इस बार फॉलो-ऑन का विकल्प अपनाने पर विचार कर सकता है।
भारत के बल्लेबाजों के लिए संकट
भारत के लिए स्थिति बेहद कठिन होती जा रही है। अगर ऑस्ट्रेलिया भारतीय बल्लेबाजों को जल्दी आउट कर देता है तो उन्हें फॉलो-ऑन से बचने के लिए 194 रन और जोड़ने होंगे। बारिश की संभावना को देखते हुए अगले दिन के पहले सत्र में खेल का परिणाम आ सकता है।
भारत की टीम को उम्मीद होगी कि उनके बल्लेबाज रोहित शर्मा और केएल राहुल कुछ ठोस साझेदारियां निभाकर स्कोर को आगे बढ़ाएंगे और फॉलो-ऑन से बचने के लिए संघर्ष करेंगे। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया का गेंदबाजी आक्रमण इस समय बहुत मजबूत नजर आ रहा है, और अगर वे सही क्षेत्रों में गेंदबाजी करते हैं, तो भारत के लिए यह आसान नहीं होगा।
ऑस्ट्रेलिया की विशाल पारी और बल्लेबाजों की उत्कृष्टता
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 445 रन बनाकर भारत के खिलाफ मजबूती से पैर जमा लिया। ट्रैविस हेड और स्टीव स्मिथ के बीच 241 रनों की साझेदारी ने भारतीय गेंदबाजों को पूरी तरह से परेशान कर दिया। इसके बाद, एलेक्स कैरी ने तेज 70 रनों की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया के स्कोर को और मजबूत किया। इस पारी के बाद ऑस्ट्रेलिया का आत्मविश्वास काफी बढ़ चुका है, और अब उन्हें यह स्थिति भारत पर दबाव डालने के लिए एक बेहतरीन अवसर के रूप में दिखाई दे रही है।
ऑस्ट्रेलिया का गेंदबाजी आक्रमण अब पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरपूर है, और उन्होंने यह साबित किया है कि उनकी टीम इस समय दुनिया की सबसे खतरनाक गेंदबाजी लाइन-अप में से एक है। पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड ने भारतीय बल्लेबाजों को किसी भी प्रकार की राहत नहीं दी, और उनके लिए शेष मैच में वापसी करना बेहद कठिन हो सकता है।
आखिरी सत्र में क्या होगा?
ऑस्ट्रेलिया अब बारिश की स्थिति को ध्यान में रखते हुए एक और आक्रामक रणनीति अपनाएगा। अगर बारिश ने खेल को ज्यादा प्रभावित नहीं किया तो दिन के पहले सत्र में ही ऑस्ट्रेलिया भारतीय बल्लेबाजों को आउट करने का प्रयास करेगा। इस बीच, भारत के लिए यह स्थिति किसी भी प्रकार के मुकाबले से बचने के लिए बड़ी चुनौती होगी।
अगर ऑस्ट्रेलिया जल्दी विकेट निकालता है और फॉलो-ऑन लागू करने का विकल्प चुनता है, तो भारत के लिए मैच में वापसी करना बेहद मुश्किल हो जाएगा। अब भारत के बल्लेबाजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि वे ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों का मुकाबला कैसे करेंगे और क्या वे फॉलो-ऑन से बचने में सफल होंगे या नहीं।
यह भी पढ़े: vijay diwas 16 december: भारत और बांग्लादेश के 1971 युद्ध के वीरों का आदान-प्रदान दौरा