Divorce Temple :दुनिया भर मे हर तरह के मंदिर है। वही हर मंदिर अपनी अलग अलग खासियत के लिए जाना जाता है। और लोगो की हर मंदिर को लेकर अपनी अलग मान्यता है। पर क्या आप को पता है की दुनिया ,मे एक ऐसा भी मंदिर है जो अपनी एक अलग ही बात के लिया जाना जाता है। नॉर्मली लोग मंदिर मे अपनी मनोकामना पूरा करने के लिए जाते है। लकिन जापान मे एक अनोखा मंदिर है जो की Divorce Temple के नाम सा जाना जाता है। बताया जाता है की ये मंदिर उन महिलाओ के लिए एक वरदान है जो की घरेलू हिंसा से दुखी रहती थी।
Divorce Temple :कब की गई मंदिर की स्थापना
Divorce Temple :बताया जाता है की सालो पहले इस मंदिर की स्थापना की गए थी। इस की स्थापना जब हुई जब जापान मे महिलाओं का अधिकार बहुत कम था। बताया जाता है की महिला इस मंदिर मे आकर शारीरिक और मानसिक रूप से ठीक होती थी। जब महिलाओं के पास कोई अधिकार नहीं था और पुरुष महिलाओं को किस भी बात पर तलाक दे देता था। तब महिला इस मंदिर मे जाती थी। यह मंदिर महिला को हर तरह से शांति देने के लिए मन जाता है ,इस मंदिर मे आकर महिला अपना सारा दुख भूल जाती है।
Divorce Temple :कितना पुराना है मंदिर
ये मंदिर कम से कम 700 साल पुराना है। इस मंदिर को तलाक मंदिर का नाम से जाना जाता है। इस मंदिर को नन काकुसन ने अपने पति होजो टोकीमून के साथ मिलकर बनयावा था। उस समय महिलाओं के पास बहुत कम अधिकार थे। टोकीमून खुद एक ऐसे रिस्ता मे फसे हुए थी। जिसके चलते उहोने ऐसे फैसला लिया और मंदिर की स्थापना की।
कितने साल रह सकते है इस मंदिर मे
अपने पति से तलाक लेकर महिला इस मंदिर मे 3 साल तक रह सकती है। उसके बाद महिला मंदिर से जाती है जब वो पूरा तरह से अपने आप को संभाल लेती है। लेकिन अब ये साल घटाकर 2 वर्ष कर दिया गया है।
क्यों नहीं जाने देते पुरुष को मंदिर में।
इतना ही नहीं बल्कि पुरुष को इस मंदिर मे जाने नहीं दिया जाता था .माना जाता था की पुरुष के जाने से इस मंदिर मे अशांति होती थी। लकिन 1902 मंदिर के अंदर पुरुष गया। और फिर उस पुरुष ने काफी टाइम तक मंदिर की देख रेख की। बताया जाता है की खूब सूरत बागो के बीच मे यह मंदिर बना है।
यह मंदिर महिलाओं के लिए जितना खास है उतना ही सुंदर भी। जो कि हमेशा दुखी महिलाओं के लिए खुला रहता है। हालांकि 1923 में भूकंप के दौरान इस मंदिर में काफी ज्यादा नुकसान हुआ था। लेकिन बाद में मंदिर को फिर से वैसा ही कराया गया जिसमें की 10 साल लगे थे। आज इस मंदिर को महिलाओं की शक्ति के महत्व के लिए जाना जाता है।