
ज्ञानेश कुमार
केंद्र सरकार ने 17 फरवरी को वरिष्ठ चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को भारत का नया मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की। वह 18 फरवरी को मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के सेवानिवृत्त होने के बाद पदभार ग्रहण करेंगे। उनका कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक रहेगा।
प्रशासनिक अनुभव और करियर
ज्ञानेश कुमार केरल कैडर के 1988 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं। उन्होंने अपने करियर में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वह मार्च 2024 से चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय, संसदीय कार्य मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय में भी विभिन्न जिम्मेदारियां संभाली हैं। गृह मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाने संबंधी विधेयक तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी। उस समय वह गृह मंत्रालय में कश्मीर डिविजन के संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत थे।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि
ज्ञानेश कुमार ने कानपुर के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया है। इसके अलावा, उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट्स ऑफ इंडिया से बिजनेस फाइनेंस में पढ़ाई की है। वह अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पर्यावरण अर्थशास्त्र की पढ़ाई भी कर चुके हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में बड़ी जिम्मेदारी
मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में ज्ञानेश कुमार के सामने कई अहम चुनावी चुनौतियां होंगी। इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव और 2025 में पश्चिम बंगाल, असम और तमिलनाडु के विधानसभा चुनाव उनके कार्यकाल की प्रमुख जिम्मेदारियां होंगी।
चयन प्रक्रिया और राजनीतिक विवाद
ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 17 फरवरी को हुई एक उच्चस्तरीय चयन समिति की बैठक में की गई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे।
हालांकि, इस नियुक्ति को लेकर कांग्रेस पार्टी ने आपत्ति जताई है। कांग्रेस का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट 19 फरवरी को इस मामले पर सुनवाई करने वाला था, ऐसे में यह बैठक टाल दी जानी चाहिए थी।
ज्ञानेश कुमार का प्रशासनिक अनुभव और नेतृत्व क्षमता चुनाव आयोग के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। अब, उनकी अगुवाई में चुनाव आयोग पर लोकसभा और विधानसभा चुनावों को स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से कराने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।
PM Awas Yojana 2.0: शहरी गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए आवेदन शुरू, जानिए पूरी जानकारी यहाँ