Harbhajan Singh: भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में घर पर ऐतिहासिक क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक शर्मनाक पल था, क्योंकि भारत ने पहली बार अपने घर में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में हार का सामना किया। रोहित शर्मा और उनकी टीम ने पूरी सीरीज में बेहद खराब प्रदर्शन किया, जहां न्यूजीलैंड के स्पिन गेंदबाज एजाज पटेल ने भारतीय बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया। इस हार पर हरभजन सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी, जहां उन्होंने पिच के मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए और भारतीय बल्लेबाजों के संघर्ष को लेकर अपनी चिंता जाहिर की।
भारत की हार और Harbhajan Singh की प्रतिक्रिया
भारत को न्यूजीलैंड से 0-3 की हार मिली, जो न केवल भारतीय क्रिकेट के लिए एक कड़ा झटका था, बल्कि कई सवाल भी खड़े कर गए। तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन, भारत 147 रनों का पीछा कर रहा था, लेकिन पूरी टीम केवल 121 रन पर सिमट गई। इस दौरान ऋषभ पंत ने 64 रन की शानदार पारी खेली, लेकिन अन्य बल्लेबाजों में से कोई भी 15 रन का आंकड़ा भी नहीं पार कर सका।
फिलहाल, इस हार के बाद सोशल मीडिया पर भारतीय क्रिकेट पर गुस्से और निराशा के साथ कई प्रतिक्रियाएं आ रही थीं। एक फैन ने इस बात का दावा किया कि पहले के बल्लेबाजों को मु़रली और शेन वॉर्न जैसे दिग्गज स्पिनरों का सामना करना पड़ता था, जबकि आज की पिचों पर बल्लेबाजों को ज्यादा कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता। इस पर भारतीय क्रिकेट के पूर्व स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा, “पहले के बल्लेबाजों को ऐसी पिचों पर नहीं खेलना पड़ा। ये पिचें सिर्फ 2-3 दिन के टेस्ट मैचों के लिए तैयार की जाती हैं। आपको मुरली, वॉर्न या साकी की जरूरत नहीं है, कोई भी किसी को भी आउट कर सकता है।”
हरभजन ने स्पष्ट रूप से कहा कि वर्तमान पिचों का निर्माण विशेष रूप से स्पिनरों के लिए किया जाता है और यह पिचें टेस्ट मैचों को महज 2-3 दिन तक सीमित करने के उद्देश्य से तैयार की जाती हैं। यह बयान भारतीय क्रिकेट को लेकर नए दृष्टिकोण को सामने लाता है, जिसमें पिचों के मापदंडों पर चर्चा हो रही है।
रोहित शर्मा का बयान: “यह मेरे करियर का निचला बिंदु है”
न्यूजीलैंड से 0-3 की हार के बाद, कप्तान रोहित शर्मा ने पूरी जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि यह उनके करियर का सबसे कड़ा अनुभव था। उन्होंने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ऐसा होना मेरे करियर का बहुत ही निचला बिंदु होगा और मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।” उन्होंने इस हार के कारणों का विश्लेषण करते हुए कहा, “हमने अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेली। न्यूजीलैंड ने सीरीज के दौरान बेहतर क्रिकेट खेली। हमसे बहुत सारी गलतियां हुईं।”
रोहित ने यह भी स्वीकार किया कि टीम के प्रदर्शन को लेकर बहुत सुधार की आवश्यकता है और इस हार से टीम को सीखने का अवसर मिलेगा। उनका यह बयान भारतीय क्रिकेट टीम के आत्ममूल्यांकन को दर्शाता है, जहां टीम इस हार से सबक लेकर भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार है।
WTC 2025 फाइनल की रेस में भारत का स्थान
हालांकि भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज 0-3 से हारकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2023-25 पॉइंट्स टेबल में दूसरा स्थान हासिल किया है, लेकिन भारतीय टीम WTC 2025 फाइनल की रेस में अब भी बनी हुई है। भारत के लिए अगला बड़ा चैलेंज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज होगी।
भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए इस सीरीज में पांच में से चार टेस्ट मैच जीतने होंगे। अगर भारत ऐसा करने में नाकाम रहता है, तो उसे अन्य टीमों के परिणामों पर निर्भर रहना होगा। इन टीमों में ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं, जो WTC फाइनल के लिए दावेदार हैं।
WTC 2025 फाइनल के लिए भारत को क्या करना होगा?
भारत को फाइनल में जगह बनाने के लिए अगली पांच टेस्ट सीरीज में से चार टेस्ट मैच जीतने होंगे। यदि भारतीय टीम इससे कम टेस्ट मैच जीतती है, तो उसे WTC 2025 फाइनल में पहुंचने के लिए अन्य टीमों के परिणामों पर निर्भर रहना होगा। यह स्थिति भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि आगामी टेस्ट सीरीज में उन्हें अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट दिखानी होगी।
WTC 2025 का फाइनल जून 2025 में इंग्लैंड के लॉर्ड्स में खेला जाएगा, और भारत के पास अभी भी फाइनल में जगह बनाने का एक मौका है। इसके लिए उन्हें आगामी मैचों में अपनी रणनीतियों को और मजबूत करना होगा।
भारतीय टीम के लिए सुधार की आवश्यकता
भारत की न्यूजीलैंड से 0-3 से हार ने इस बात को और स्पष्ट किया है कि भारतीय क्रिकेट को सुधार की जरूरत है। इस हार ने टीम को आत्ममूल्यांकन करने का एक अवसर प्रदान किया है। भारतीय बल्लेबाजों को अपनी तकनीकी और मानसिक मजबूती पर काम करने की आवश्यकता है, खासकर उन परिस्थितियों में, जहां पिचें स्पिनरों के लिए मददगार होती हैं।
इसके अलावा, गेंदबाजों को भी अपनी रणनीतियों में बदलाव लाने की जरूरत होगी, ताकि वे टेस्ट क्रिकेट के बड़े दावेदारों के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन कर सकें। आने वाले दिनों में भारत को अपनी मजबूत टीम बनाने की दिशा में लगातार प्रयास करना होगा, ताकि WTC 2025 फाइनल में जगह पक्की हो सके।
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