Zero Discrimination Day हर वर्ष 1 मार्च को मनाया जाता है इस दिन का उद्देश्य समाज में मौजूद सभी प्रकार के भेदभाव जैसे जाति, धर्म, लिंग ,विकलांगता, एचआईवी, एड्स की स्थिति लैंगिक पहचान आदि के आधार पर होने वाले भेदभाव को समाप्त करने के लिए और लोगों मैं जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है।
Zero Discrimination Day क्या है ?
इस दिवस को संयुक्त राष्ट्र (UN) और UNAIDS (संयुक्त राष्ट्र एड्स कार्यक्रम) द्वारा शुरू किया गया था यह दिन हमें यह सिखाता है कि प्रत्येक व्यक्ति को सामान्य अवसर मिलने चाहिए और किसी के साथ भी किसी भी कारण से भेदभाव नहीं होना चाहिए। इस दिन की शुरुआत 1 मार्च 2014 को की गई थी । बता दे की संयुक्त राष्ट्र ने यह महसूस किया था कि सिर्फ एक पीड़ित ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लाखों लोग विभिन्न प्रकार के भेदभाव का शिकार हो रहे हैं इसलिए इस दिवस को सिर्फ एचआईवी एड्स तक सीमित न रखते हुए इसे सभी प्रकार के भेदभाव के खिलाफ एक वैश्विक अभियान के रूप मनाने का निर्णय लिया गया।
Zero Discrimination Day मनाने का उद्देश्य
•यह दिवस सभी को सम्मान अधिकार और जागरूकता करने के लिए मनाया जाता है।
•वही यह समाज को बताता है कि भेदभाव किसी भी रूप में गलत है और इसे रोकना आवश्यक है।
•इस दिन को खासकर उन लोगों के लिए समर्पित किया गया। जो एचआईवी एड्स से प्रभावित है और सामाजिक भेदभाव का सामना कर रहे हैं।
•हर व्यक्ति को उसके मूलभूत अधिकार मिले चाहिए वह किसी भी जाति ,धर्म ,समुदाय या देश से संबंधित हो।
•वही है दिवस समाज को यह बताता है कि भेदभाव के खिलाफ कानून मौजूद है और इन्हें सख़्ती से लागू किया जाना चाहिए।
Zero Discrimination Day के प्रकार
•दुनिया में भेदभाव कई प्रकार के होते हैं जैसे की।
•जाति भेदभाव
•लिंग भेदभाव
•लैंगिक पहचान पर आधारित भेदभाव
• विकलांगता पर आधारित भेदभाव
•आर्थिक भेदभाव
•धर्म आधारित भेदभाव
•एचआईवी एड्स पीड़ितों के प्रति भेदभाव
Zero Discrimination Day कैसे मनाया जाता है
इस दिन को मनाने के लिए दुनिया भर में कई प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाती है । सोशल मीडिया पर अभियान किए जाते हैं। वही स्कूल और कॉलेज में संगठन में भेदभाव के खिलाफ जागरूकता के लिए सेमिनार आयोजित किए जाते हैं। वही इस दिन स्वास्थ्य संगठन द्वारा एचआईवी एड्स के बारे में जानकारी दी जाती है । ताकि इससे जुड़े मरीज को जागरूक किया जा सके।
शून्य भेदभाव दिवस से जुड़ी प्रमुख संस्थाएं
1. UNAIDS (United Nations Programme on HIV/AIDS)
2. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC)
3. यूनिसेफ (UNICEF)
4. डब्ल्यूएचओ (WHO)
5. गैर-सरकारी संगठन (NGOs) l
शून्य भेदभाव दिवस हमें यह सिखाता है कि सभी मनुष्य सम्मान है और सभी को समान अधिकार मिलने चाहिए।