कल यानी 30 जनवरी से माघ मास की गुप्त नवरात्रि प्रारंभ होने वाली है। 7 फरवरी को इसका समापन होगा। गुप्त नवरात्रि के दौरान मां सती से उत्पन्न हुई महाविद्याओं की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है। यह कुल 10 महाविद्या होती हैं। इनकी पूजा विधिवत करने से विशेष प्रकार की सिद्धिया हासिल होती है। आइये जानेंगे कि गुप्त नवरात्रि पर क्या कुछ करने से मां दुर्गा सहित 10 महाविद्या की कृपा प्राप्त होगी।
गुप्त नवरात्रि का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के मुताबिक माघ शुक्ल प्रतिपदा तिथि 23 जनवरी को शाम 6:05 बजे से प्रारंभ हो रही है। जबकि प्रतिपदा तिथि का समापन 30 जनवरी को शाम 4:10 बजे पर होगा। इस दिन घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 9:26 बजे से 10:45 बजे तक रहेगा। वहीं घटस्थापना के लिए अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:14 बजे से लेकर 12:57 बजे तक रहेगा।
गुप्त नवरात्रि के पहले दिन करें ये काम
गुप्त नवरात्रि के पहले दिन हनुमान जी के मंदिर में उन्हें पान का बीड़ा चढ़ाए। यह करना अत्यंत फलदाई होता है। इस उपाय को करने से मनोकामना पूरी हो जाती है। पान का बीड़ा अर्पित करने के बाद अपनी आंखों को बंद करके हनुमान जी का ध्यान करें और अपनी मनोकामना उनके सामने रखें।
केले के पौधे की पूजाविधि
गुप्त नवरात्रि के पहले दिन अपने घर में अकेले का पौधा लगाना बहुत शुभ माना जाता है। जैसा की हिंदू शास्त्रों में बताया गया है कि केले का पौधा भगवान विष्णु को बहुत प्रिय होता है इसलिए माता रानी को भी बहुत पसंद है। नवरात्र में केले का पौधा लगाना और उसकी पूजा करना अत्यंत फल दायक माना गया है। इससे सुख और समृद्धि आती है।
यह चीज करें मां दुर्गा को अर्पण
गुप्त नवरात्रि के पहले दिन माता रानी को एक लाल चुनरी में पांच तरह के सूखे मेवे रखकर चढ़ाये और इसके बाद इस भोग को खुद प्रसाद के रूप में ग्रहण करें। ऐसा करने से धन की प्राप्ति होती है। नवरात्रि के पहले दिन सोने या चांदी की वस्तुएं खरीदना भी बेहद शुभ माना गया है। इससे घर में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा आती हैं।
यह है 10 महाविद्याएं
काली: समय और मृत्यु की देवी।
तारा: ज्ञान और करुणा की माता।
त्रिपुर सुंदरी: प्रेम, सौंदर्य और अध्यात्म की देवी।
भुवनेश्वरी: अधिष्ठात्री देवी।
छिन्नमस्ता: आत्महत्या और बलिदान की देवी।
भैरवी: तपस्या और साधना का प्रतीक।
धूमावती: त्याग और वैराग्य का प्रतीक।
बगलामुखी: देवी का यह रूप शत्रुओं और नकारात्मक शक्तियों का नाश करता है।
मातंगी: विद्या संगीत और कला की देवी।
कमला: धन वैभव और समृद्धि की माता।
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