
Hanuman Jayanti 2025: इस शुभ मुहूर्त में करें पूजन, जानें पूजा विधि और मंत्र
Hanuman Jayanti 2025: हनुमान जयंती का पर्व हिंदू धर्म में अत्यंत श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। यह दिन भगवान श्री हनुमान के प्राकट्य का प्रतीक है, जिनकी पूजा कलियुग में सबसे प्रभावशाली मानी जाती है। 2025 में यह पर्व 12 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा के दिन मनाया जा रहा है। इस दिन भक्त विशेष मुहूर्त में पूजा कर भगवान हनुमान का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
आइए जानें हनुमान जयंती 2025 की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र और धार्मिक महत्त्व।
Hanuman Jayanti 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
चैत्र मास की पूर्णिमा को मनाई जाने वाली हनुमान जयंती का यह दिन भक्तों के लिए विशेष रूप से शुभ होता है। इस दिन पूजा-अर्चना के लिए नीचे दिए गए चौघड़िया मुहूर्त अत्यंत लाभकारी माने जाते हैं:
मुहूर्त | समय |
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शुभ चौघड़िया | सुबह 7:34 बजे से 9:10 बजे तक |
लाभ चौघड़िया | दोपहर 1:57 बजे से 3:33 बजे तक |
अमृत चौघड़िया | दोपहर 3:33 बजे से 5:09 बजे तक |
👉 विशेष सलाह: दोपहर का समय पूजा के लिए सबसे शुभ माना गया है।
हनुमान जयंती पूजा विधि (Step-by-Step Puja Vidhi)
हनुमान जयंती के दिन विधिवत पूजन करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और भय समाप्त होता है। आइए जानते हैं पूजा करने का सही तरीका:
1. प्रातःकाल की तैयारी:
- ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
2. हनुमान जी की स्थापना:
- हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- मूर्ति का मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
- यदि संभव हो तो सिंदूर से सुशोभित मूर्ति का चयन करें।
3. संकल्प लें:
- हाथ में जल, चावल और फूल लेकर व्रत और पूजन का संकल्प करें।
4. दीप प्रज्ज्वलन और ध्यान:
- दीपक व अगरबत्ती जलाएं।
- “ॐ हनुमते नमः” मंत्र का जप करते हुए भगवान हनुमान का ध्यान करें।
5. अभिषेक:
- मूर्ति का अभिषेक करें – दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से।
- स्वच्छ जल से अंत में मूर्ति को शुद्ध करें।
6. अर्पण सामग्री:
- लाल वस्त्र, सिंदूर, चंदन, फूल, बेलपत्र अर्पित करें।
- हनुमान जी को लाल रंग अत्यंत प्रिय है।
7. भोग अर्पण करें:
- गुड़, चना, नारियल, बूंदी, लड्डू आदि का भोग लगाएं।
8. पाठ और आरती:
- हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें।
- अंत में “आरती कीजै हनुमान लला की” आरती गाएं।
9. प्रसाद वितरण:
- पूजा के पश्चात अधिक से अधिक लोगों को प्रसाद बांटे।
हनुमान जी का धार्मिक महत्त्व
- हनुमान जी को भगवान शिव का 11वां रुद्र अवतार माना जाता है।
- वे माता अंजनी और पवन देव के पुत्र हैं।
- ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी आज भी जीवित हैं और जो सच्चे भाव से उनकी भक्ति करता है, उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
- भूत-प्रेत बाधाओं, शनि के दोष, और जीवन की हर प्रकार की विघ्न-बाधाओं से बचने के लिए हनुमान जी की उपासना अत्यंत प्रभावशाली मानी जाती है।
हनुमान जयंती से जुड़े रोचक तथ्य
- कई राज्यों में हनुमान जयंती कार्तिक मास में भी मनाई जाती है।
- महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में इसे अलग तारीखों पर मनाया जाता है।
- इस दिन हनुमान मंदिरों में विशेष भंडारे और शोभायात्राएं भी आयोजित की जाती हैं।
Hanuman Jayanti 2025 एक अत्यंत शुभ अवसर है, जब हम भगवान हनुमान से बल, बुद्धि और भक्ति की प्राप्ति के लिए प्रार्थना कर सकते हैं। यदि आप उपरोक्त शुभ मुहूर्त में विधिवत पूजा करते हैं तो निश्चित रूप से हनुमान जी की कृपा आप पर बनी रहेगी।
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