हाथरस भगदड़ जांच रिपोर्ट: जुलाई 2024 को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मच गई थी जिसमें 121 लोगों की मृत्यु हो गई थी वहीं न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट ने भोले बाबा को क्लीन चिट दे दी है .रिपोर्ट में भगदड़ के लिए मुख्य रूप से आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया गया है।
हाथरस भगदड़ जांच रिपोर्ट: भोले बाबा को मिली क्लीन चिट
वही इस घटना की जांच के लिए राज्य सरकार ने उच्च न्यायालय से सेवानिवृत्त न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग का गठन किया था। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कथा वाचक भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि को इस हादसे के लिए दोष मुक्त ठहराया है। बता दे की रिपोर्ट में मुख्य रूप से आयोजकों की लापरवाही और प्रशासन तथा पुलिस की गंभीर चूक को हादसे का प्रमुख कारण बताया है। कहां गया है कि आयोग ने भविष्य में ऐसी योजना के लिए कड़े प्रावधान लागू करने और सुरक्षा मनको का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने की सिफारिश दी है।
हाथरस भगदड़ जांच रिपोर्ट: आ योजन करते समय सुरक्षा की नहीं थी व्यवस्था
वही आपको बता दे की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि आयोजकों ने सुरक्षा का सही से इंतजाम नहीं किया था और कार्यक्रम स्थल पर भीड़ की संख्या अनुमानों से कई अधिक थी जिस कारण वह लोगो में भगदड़ मच गई। आयोग ने सुझाव दिया है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए स्पष्ट दिशा बनाई जाए।
हाथरस भगदड़ जांच रिपोर्ट: जानते हैं क्या था पूरा मामला
बता दे की 2 जुलाई 2024 को हाथरस जिले में एक सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी । इस कार्यक्रम में भगदड़ के दौरान 121 श्रद्धालुओं की जान चली गई थी और काफी लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए थे। इसके बाद इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया था।
बाबा का आया था बयान सामने
इस घटना के बाद भोले बाबा ने बयान भी दिया था। उन्होंने कहा था होनी को कौन टाल सकता है .जो आया है उसे एक दिन जाना ही है। इस वजह से पीड़ित परिवारों में गुस्सा बढ़ गया और उन्होंने जांच की मांग की। इसके बाद रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया कि बाबा का इस हादसे से कोई लेना-देना नहीं है। यह सब खराब सुरक्षा और व्यवस्था न होने की वजह से हुआ।