
Himachal Cloud Burst ब्यास नदी में उफान, सुजानपुर के खैरी में 40 लोग रेस्क्यू, 15 प्रवासी शामिल
Himachal Cloud Burst: ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से सुजानपुर के खैरी गांव में 5 से 7 घर पानी की चपेट में आ गए। सूचना मिलते ही पंडोह डैम से पानी बंद करवाया गया। जंगल बेरी बटालियन की मदद से 40 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया, जिनमें 15 प्रवासी और बाकी स्थानीय निवासी हैं।
Himachal Cloud Burst:हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से भारी तबाही
हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर बादल फटने से भारी तबाही मची है। बीती रात से लगातार हो रही तेज बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। मंडी जिले के गोहर, करसोग और धर्मपुर क्षेत्रों में बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। करसोग में एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
अब तक कुल 18 लोग लापता बताए जा रहे हैं, जबकि 39 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। गोहर के स्यांज इलाके में 9 लोग लापता हैं और करसोग में 4 लापता लोगों की तलाश जारी है।
Himachal Cloud Burst: हिमाचल प्रदेश के सराज क्षेत्र में हालात और भी गंभीर
हिमाचल प्रदेश के सराज क्षेत्र में हालात और भी गंभीर हो गए हैं। यहाँ के बाड़ा में दो और तलवाड़ा में तीन लोग लापता हैं। हालांकि बाड़ा से चार और तलवाड़ा से एक बच्ची को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। मंडी शहर के अलग-अलग हिस्सों से 11 लोगों को बचा लिया गया है। धर्मपुर के त्रियांबला इलाके में दो घर और पांच गोशालाएं तबाह हो गई हैं, जिससे 26 मवेशियों की मौत हो गई है। वहीं भदराणा गांव में चार घर और तीन गोशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं।
DC मंडी अपूर्व देवगन मौके पर पहुंचकर बाड़ा और तलवाड़ा समेत प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
Himachal Cloud Burst: सात लोग पानी के तेज बहाव में बह गए
मंडी जिले के गोहर उपमंडल के स्यांज नाले में तेज बाढ़ से एक घर बह गया। घर में मौजूद मां-बेटी को बचा लिया गया, लेकिन सात लोग पानी के तेज बहाव में बह गए। इनमें शामिल लोग हैं:
- पदम सिंह (75)
- देवकू देवी (70)
- झाबे राम (50)
- पार्वती देवी (47)
- सुरमि देवी (70)
- इंद्र देव (29)
- उमावती (27)
- कनिका (9)
- गौतम (7)
इन सभी की तलाश जारी है।
Himachal Cloud Burst: लगातार बारिश से मंडी में हालात बेहद खराब
बीती रात से हो रही मूसलधार बारिश के कारण मंडी जिले में सभी नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे लोगों में डर का माहौल है। बाखलीखड्ड पर स्थित 16 मेगावाट का पटिकरी पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह तबाह हो गया है। फिलहाल वहां किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। हालांकि, तेज पानी के बहाव के कारण प्रशासन की रेस्क्यू टीम भी कुछ नहीं कर पा रही है।
सराज क्षेत्र के कुकलाह के पास एक और पावर प्रोजेक्ट बह गया है। साथ ही एक पुल और कुछ गाड़ियां भी तेज बहाव में बह गईं। उधर, पंडोह डैम से 1.57 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि डैम में पीछे से 1.65 लाख क्यूसेक पानी आ रहा है। डैम के सभी पांच गेट खोल दिए गए हैं, जिससे ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है।
पंडोह बाजार जलमग्न हो गया है, और अफरा-तफरी के बीच लोगों ने अपने घर खाली कर दिए हैं। SDRF की टीम राहत कार्य में जुटी है। मंडी शहर में कई खड्ड और नाले उफान पर हैं। घर और दुकानों में मलबा और पानी घुस गया है, जिससे भारी नुकसान हुआ है।
Himachal Cloud Burst: हिमाचल प्रदेश बादल फटने और बारिश से मंडी सबसे ज्यादा प्रभावित
- करसोग, गोहर और धर्मपुर में बादल फटने से भारी तबाही
- 1 व्यक्ति की मौत, 18 लोग लापता, 39 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया
- मंडी जिले के स्यांज नाले में फ्लैश फ्लड, एक घर बह गया, 7 लोग लापता
- बाड़ा में दो और तलवाड़ा में तीन लोग लापता, कुछ को रेस्क्यू किया गया
- बाखलीखड्ड में पटिकरी पावर प्रोजेक्ट तबाह, पुल और गाड़ियां भी बहीं
- पंडोह डैम से 1.57 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, ब्यास नदी में बाढ़, बाजार जलमग्न
- खड्ड-नालों के उफान पर आने से मंडी शहर में मलबा और पानी घुसा, भारी नुकसान
- धर्मपुर में बस अड्डा और घरों में पानी भरा, लोग सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट
- मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर जिलों में सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान 1 जुलाई को बंद
Himachal Cloud Burst: मूसलधार बारिश ने मंडी जिले में तबाही मचा दी
हिमाचल प्रदेश में बीती रात से हो रही लगातार मूसलधार बारिश ने मंडी जिले में तबाही मचा दी है। मंडी के करसोग, गोहर, धर्मपुर और सराज क्षेत्र में बादल फटने से हालात बहुत खराब हो गए हैं। एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है और 18 लोग लापता हैं। वहीं प्रशासन की राहत टीमें अब तक 39 लोगों को बचाने में कामयाब रही हैं।
उधर, पंडोह डैम से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है और पंडोह बाजार डूबने की कगार पर है। धर्मपुर और मंडी के कई इलाकों में घरों और दुकानों में मलबा और पानी घुस चुका है। मंडी में बिजली प्रोजेक्ट बह गया, पुल और गाड़ियाँ भी तेज बहाव में बह गईं।
सुरक्षा के लिहाज से मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर में सभी स्कूल और कॉलेज आज बंद कर दिए गए हैं। प्रशासन और एनडीआरएफ/एसडीआरएफ टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में लगी हैं| IMD ने रेड अलर्ट जारी किया है। लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
Himachal Cloud Burst:सुजानपुर के खैरी में ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ा, 40 लोगों का रेस्क्यू
हिमाचल प्रदेश के सुजानपुर क्षेत्र के खैरी गांव में ब्यास नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से 5 से 7 घर पानी की चपेट में आ गए। सुबह करीब 4:30 बजे स्थानीय लोगों ने पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद पंडोह डैम से पानी का बहाव बंद कराया गया। हालांकि, सड़क बंद होने के कारण सुजानपुर पुलिस मौके पर नहीं पहुंच पाई, लेकिन जंगल बेरी बटालियन की पुलिस टीम ने वहां पहुंचकर स्थिति को संभाला।
पानी का बहाव बहुत तेज था, इसलिए जैसे ही जलस्तर थोड़ा कम हुआ, सुबह करीब 8 बजे पुलिस और प्रशासन की टीम ने 35 से 40 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया। इनमें से करीब 15 लोग प्रवासी मजदूर हैं जो किराए के मकानों में रह रहे थे, जबकि बाकी स्थानीय निवासी हैं |
सुजानपुर थाना प्रभारी राकेश ने जानकारी दी कि डैम से पानी रुकवाकर सभी लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है।
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