नहाने से लेकर बर्तन और कपड़े धोने तक, पानी गर्म करने के लिए बड़ी संख्या में लोग Immersion rod का इस्तेमाल करते हैं।
सर्दियों की शुरुआत के साथ ही घरों में हल्के गर्म पानी की जरूरत बढ़ जाती है। नहाने से लेकर बर्तन और कपड़े धोने तक, पानी गर्म करने के लिए बड़ी संख्या में लोग Immersion rod का इस्तेमाल करते हैं। यह गीजर की तुलना में सस्ता और आसान विकल्प है, लेकिन इसके इस्तेमाल में जरा-सी लापरवाही भी गंभीर हादसे को जन्म दे सकती है।
3 साल की बच्ची की इमर्शन रॉड से करंट लगने से मौत
हाल ही में उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई। नगला चौबे गांव में 3 साल की बच्ची की Immersion rod से करंट लगने की वजह से मौत हो गई। बच्ची खेलते समय रॉड के तारों को खींच बैठी थी, जिससे तेज झटका लग गया। इससे पहले देवरिया में भी पानी गर्म करते समय करंट लगने से एक महिला की मौत हुई थी। हर साल सर्दियों में इस तरह के हादसे बढ़ जाते हैं।
Immersion rod से जुड़ी बढ़ती घटनाओं के बीच विशेषज्ञ इसकी वजहों और सुरक्षा उपायों पर जोर दे रहे हैं। अहमदाबाद के पावर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर शशिकांत उपाध्याय बताते हैं कि सही सावधानी बरतकर ऐसे हादसों को आसानी से रोका जा सकता है।
Immersion rod क्या है और कैसे काम करता है?
इमर्शन रॉड एक पोर्टेबल इलेक्ट्रिक वाटर हीटर है जो स्टेनलेस स्टील या कॉपर की हीटिंग कॉइल से बनाया जाता है। इसकी संरचना लंबी छड़ जैसी होती है, जिसमें एक सिरा प्लग से जुड़ा होता है और दूसरा पानी में डुबोया जाता है।
जब रॉड को 220V सॉकेट में लगाया जाता है, तो कॉइल में करंट बहने लगता है और तापमान बढ़ जाता है। 1000–1500 वॉट की पावर वाला यह रॉड 5–10 मिनट में पानी गर्म कर देता है। लेकिन यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि रॉड केवल पानी में ही काम करता है। हवा में छोड़ने पर यह ओवरहीट होकर खतरा बढ़ा सकता है।
Immersion rod के इस्तेमाल से क्या खतरे हो सकते हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार इसका सबसे बड़ा खतरा इलेक्ट्रिक शॉक है। यदि रॉड पुराना हो, कॉइल खराब हो, वायर ढीला हो या इसे गीली जगह पर इस्तेमाल किया जाए, तो करंट लगने की संभावना बढ़ जाती है। इससे गंभीर चोट, हार्ट अटैक या मौत तक हो सकती है।
अन्य प्रमुख खतरे
ओवरहीटिंग से जलने की संभावना
पानी कम होने पर कॉइल का जल जाना
मेटल बाल्टी में इस्तेमाल करने पर करंट का प्रवाह
तार कटने या खुले तारों से करंट लगना।
Immersion rod का सुरक्षित इस्तेमाल कैसे करें?
इंजीनियर शशिकांत उपाध्याय के मुताबिक कुछ सरल सावधानियों का पालन करके इस उपकरण को सुरक्षित बनाया जा सकता है।
हमेशा प्लास्टिक बाल्टी का उपयोग करें।
पानी में रॉड डालने के बाद ही स्विच ऑन करें।
रॉड को कभी भी चलने के दौरान छुएं नहीं।
गीले हाथों से तार या प्लग को न पकड़ें।
रॉड को पानी से निकालते समय पहले प्लग निकालें।
बच्चों को रॉड से दूर रखें।
उपयोग के दौरान रॉड को अकेला न छोड़ें—इमर्शन रॉड ऑटो-कट नहीं होता।
करंट लगने पर तुरंत क्या करें?
अगर किसी को करंट लग जाए तो ये कदम तुरंत उठाएं:
मेन स्विच बंद करें
कभी भी व्यक्ति को सीधे हाथ से न छुएं।
लकड़ी की छड़ी या प्लास्टिक पाइप से अलग करें।
बेहोशी की स्थिति में CPR दें।
तुरंत एम्बुलेंस बुलाएं।
करंट लगते ही दिल की धड़कन रुक सकती है, इसलिए तुरंत कार्रवाई बेहद जरूरी है।
Immersion rod खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें?
ISI मार्क या BIS सर्टिफिकेशन देखें।
वायर मजबूत और मोटा होना चाहिए।
1000–1500W का रॉड घरेलू उपयोग के लिए बेहतर है।
स्टेनलेस स्टील या कॉपर का रॉड चुनें।
थ्री-पिन प्लग और वाटरप्रूफ हैंडल हो।
1–2 साल वारंटी वाले विश्वसनीय ब्रांड से खरीदें।
ऑनलाइन रिव्यू देखकर निर्णय लें।
Immersion rod की सफाई और मेंटेनेंस
लगातार उपयोग से कॉइल पर सफेद परत (स्केल) जम जाती है, जिससे हीटिंग कम हो जाती है। इसे साफ करने के लिए:
रॉड को 20 मिनट तक विनेगर या नींबू के रस में भिगोकर रखें।
ब्रश से धीरे-धीरे साफ करें।
रॉड को हमेशा सूखा स्टोर करें।
वायर और प्लग की नियमित जांच करें।
