PM Modi podcast : जेरोधा के फाउंडर निखिल कामथ के पॉडकास्ट शो में प्रधानमंत्री मोदी ने कई मुद्दों पर खुल के बातचीत की। साथ ही उन्होंने अपने निजी जीवन से संबंधित भी कई मुद्दों पर वार्ता की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 2025 में पहली बार ये पॉडकास्ट इंटरव्यू हुआ है। इस इंटरव्यू के दौरान मोदी ने अपने जीवन के कई अनछुए पहलुओं पर भी बात की। उन्होंने विचारधारा से बड़ा आदर्शवाद को बताया। साथ ही उन्होंने अपने निजी जीवन के और बचपन के कुछ पन्नों को उल्टा।
PM Modi podcast: मेरा विचार ‘ नेशन फर्स्ट ‘
मोदी ने पॉडकास्ट के दौरान कहां की “मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो सपनों के लिए कुछ भी कर सकता हूं। इसका उद्देश्य होता है कि उससे कुछ अच्छा आउटपुट निकले। उन्होंने कहा मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो सुविधा के अनुसार बदल जाता हूं। मैं ऐसे विचार से पला बड़ा हूं जिसे कम शब्दों में कहूं तो वह है ‘नेशन फर्स्ट’। अगर यह मेरी टैगलाइन है तो इसमें जो भी कोई फिट बैठता है तो मैं विचारधारा में नहीं बंधता हूं। इससे मुझे हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। मैं हमेशा बदलाव को स्वीकार करता हूं और नई चीजों के लिए हमेशा तैयार रहता हूं। मैं पुरानी चीजों को छोड़कर नई चीजों को अपनाने के लिए तैयार रहता हूं हालांकि शर्त हमेशा रहती है ‘नेशन फर्स्ट’।
PM Modi podcast: अपने टीचर्स को दिया सार्वजनिक सम्मान
पीएम मोदी में अपने बचपन की बात बताते हुए कहा कि “जब मैं छोटा था तो मेरे एक टीचर थे। जिनको मुझसे बहुत लगाव था। वह मुझे बहुत पसंद करते थे। एक बार उन्होंने मेरे पिताजी से कहा कि आपके बेटे में कुछ तो अलग है। कुछ तो अलग टैलेंट है। यह सभी चीजों को बहुत ही जल्दी समझ जाता है और ग्रैब करता है। जब मैं प्रधानमंत्री बना तो मेरी इच्छा हुई कि मैं उनको सार्वजनिक रूप से सम्मान दूं। इसलिए मैंने लगभग अपने जीवन के सभी 30 से 32 टीचर्स को ढूंढा और उन्हें सार्वजनिक रूप से सम्मान देने का फैसला लिया। क्योंकि मैं आज जो कुछ भी हूं उनका बहुत बड़ा योगदान है। इस सार्वजनिक सम्मान सभा में मैंने राज्यपाल जी को भी बुलाया था। वह मेरे जीवन के बहुत अच्छे पल थे।”
PM Modi podcast: कोई तू कहने वाला नहीं ….
जब पीएम मोदी से निखिल कामथ ने दोस्तों के मुद्दे पर बातचीत की तो उन्होंने कहा “मैंने बहुत ही छोटी उम्र में अपना घर भर छोड़ दिया था या यू कहूं कि सभी छोड़ दिया था। किसी से मेरा संपर्क नहीं था। लेकिन जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मेरे मन में इच्छा उत्पन्न हुई कि मैं अपने क्लास के सभी दोस्तों को सीएम हाउस बुलाऊं मैं नहीं चाहता था कि वह समझे कि मैं तीस मार खान हूं। मेरे में कोई बदलाव नहीं आया है। उस पल को मैंने जीना चाहा। जब मैं उनको बुलाया हम सभी ने बहुत खुशी से एक दूसरे के साथ खाना पीना खाया गपशप की लेकिन मुझे कुछ खास आनंद नहीं आया। क्योकि वह मुझ में एक दोस्त नहीं मुख्यमंत्री को देख रहे थे। आज मेरे जीवन में कोई ऐसा नहीं बचा जो मुझे तू कहे। संपर्क में सब अभी भी है लेकिन वह मुझे बहुत ही इज्जत देते हैं।
PM Modi podcast: आदर्शवाद विचारधारा से ज्यादा महत्वपूर्ण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आदर्शवाद विचारधारा से ज्यादा जरूरी है। देश की आजादी से पहले सभी की विचारधारा अलग थी लेकिन सबका मकसद एक ही था वह थी ‘आजादी’। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके लिए गांधी और सावरकर का उदाहरण भी दिया। दोनों की विचारधारा अलग थी लेकिन उद्देश्य एक था ‘आजादी’। और पीएम मोदी ने कहा कि आरोप प्रत्यारोप को लोगों को स्वीकार करना चाहिए यदि आप सही हैं यदि आपने गलत नहीं किया तो आपको कोई परेशानी नहीं होती। निखिल कामथ ने जब उनसे यह पूछा कि जब आपको गालियां पड़ती हैं तो आपको कैसा लगता है उस पर उन्होंने कहा कि लोग वही दे रहे हैं जो उनके पास है उन्होंने कहा कि आपको सत्य के धरातल पर होने चाहिए।