Priyanka Gandhi Wayanad bypoll campaign: वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान में रविवार को कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने भाई और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ दो दिवसीय दौरे पर वायनाड का दौरा किया। इस दौरान प्रियंका ने वायनाड के स्थानीय मुद्दों पर गहरी चर्चा की और लोगों से अपने समर्थन में मतदान करने की अपील की। प्रियंका का यह दौरा कांग्रेस पार्टी के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि यह चुनाव उनके लिए अपने पार्टी के आधार को मजबूत करने और क्षेत्रीय मुद्दों को प्रमुखता देने का एक अवसर था। प्रियंका ने वायनाड की स्थानीय समस्याओं को गंभीरता से लिया और इन समस्याओं के समाधान के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।
प्रियंका गांधी का स्थानीय मुद्दों पर जोर
प्रियंका गांधी ने मनंतवाडी के गांधी पार्क में एक जनसभा को संबोधित करते हुए वायनाड की समस्याओं पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वायनाड में जो कुछ भी समस्याएं हैं, उनका समाधान सिर्फ कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में ही संभव है। प्रियंका ने विशेष रूप से वायनाड मेडिकल कॉलेज का मुद्दा उठाया, जिसे राहुल गांधी ने लंबे समय से राज्य सरकार से लेकर पूरा करने की कोशिश की थी। प्रियंका ने कहा, “हम वायनाड मेडिकल कॉलेज को हकीकत बनाने की पूरी कोशिश करेंगे। मेरे भाई राहुल गांधी ने इसके लिए कड़ी मेहनत की है, लेकिन राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज का बोर्ड तो लगा दिया है, लेकिन उसमें कोई वास्तविक सुविधा नहीं दी है।” यह बयान वायनाड के विकास की दिशा में राज्य सरकार की निष्क्रियता को उजागर करता है, और प्रियंका ने इसके प्रति अपना आक्रोश व्यक्त किया।
प्रियंका ने जिले के पर्यटन क्षेत्र को मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि वायनाड के पास पर्यटन का बहुत अधिक संभावनाएं हैं, लेकिन इसके लिए सरकार की ओर से और ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। इसके अलावा, प्रियंका ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की ओर भी इशारा किया और इसे वायनाड के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बताया। वायनाड में खाद्य प्रसंस्करण से रोजगार के अवसर बढ़ाए जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए उचित नीति और संसाधनों की आवश्यकता है।
वायनाड की सुरक्षा और यातायात समस्याएं
प्रियंका गांधी ने वायनाड की यातायात और सुरक्षा समस्याओं पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वायनाड के कुछ हिस्सों में रात के समय यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिससे आपातकालीन स्थितियों में सीमा पार करना असंभव हो जाता है। उन्होंने इसे एक गंभीर समस्या बताया और इसके समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रियंका ने पश्चिमी घाट रोड और अन्य स्थानों पर यातायात जाम की समस्या का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस समस्या का कोई स्थायी समाधान निकालना आवश्यक है ताकि स्थानीय लोग और पर्यटक दोनों को सुविधाजनक यात्रा मिल सके।
इसके अलावा, प्रियंका ने वायनाड में मानव-वन्यजीव संघर्ष को एक बड़ी समस्या बताया। आदिवासियों की भूमि और वन्यजीवों के संघर्ष के कारण इस क्षेत्र में कई सामाजिक और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। प्रियंका ने आदिवासियों के लिए घर बनाने के लिए अधिक धन की आवश्यकता की बात कही और साथ ही यह भी कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में अधिक रोजगार सृजन की आवश्यकता है। उनका यह बयान वायनाड के आदिवासी समुदाय की स्थिति को सुधारने के लिए सरकार से और अधिक ध्यान देने की मांग कर रहा था।
राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में कटौती
प्रियंका ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र ने राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA) के हिस्से में कटौती की है। उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना के तहत राज्य सरकारों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता में कमी आई है, जिससे गांवों और छोटे शहरों में बेरोजगारी की समस्या बढ़ गई है। प्रियंका ने वायनाड की जनता से वादा किया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह संसद में इस योजना के लिए अधिक वित्तीय सहायता प्राप्त करने की कोशिश करेंगी। यह बयान विशेष रूप से उन परिवारों के लिए महत्वपूर्ण था जो इस योजना पर निर्भर हैं और जिन्हें रोजगार के लिए राज्य या केंद्र सरकार से सहायता की आवश्यकता है।
राहुल गांधी का प्रियंका गांधी के लिए समर्थन
प्रियंका गांधी के प्रचार अभियान में उनके भाई राहुल गांधी भी शामिल हुए। राहुल ने अपने भाषण में प्रियंका को वायनाड का सबसे उपयुक्त उम्मीदवार बताया। उन्होंने कहा, “प्रियंका वह व्यक्ति हैं, जिन्होंने मेरे पिता की हत्या में शामिल लड़की को गले लगाया। यही उनके जीवन का प्रशिक्षण था। प्रियंका को सिर्फ एक राजनीति के रूप में नहीं, बल्कि एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के रूप में भी देखा जाता है। वह एक किसान को सिर्फ एक व्यवसाय से अधिक मानती हैं।” राहुल के इस बयान ने प्रियंका के व्यक्तित्व और उनके सामाजिक कार्यों को भी रेखांकित किया और उनके समर्थन में जनता को एक मजबूत संदेश दिया।
राहुल गांधी ने राज्य और केंद्र सरकार दोनों की आलोचना करते हुए कहा कि वायनाड में जो समस्याएं हैं, उनकी जिम्मेदारी सरकारों की है। उन्होंने जनता से अपील की कि वह इस उपचुनाव में कांग्रेस को अपना समर्थन दें ताकि वायनाड के विकास के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।