
पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी का भारतीय सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब, पुंछ सेक्टर में भारी तनाव
जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर (Poonch Sector) में रविवार सुबह लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर पाकिस्तानी सेना (Pakistani troops) द्वारा की गई सीमा पार गोलीबारी (cross-border firing) के जवाब में भारतीय सेना ने कड़ा प्रतिरोध करते हुए जवाबी कार्रवाई की। भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में भारत की ओर से किसी प्रकार का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है।
क्या है पूरी घटना?
रक्षा सूत्रों के अनुसार, रविवार सुबह 11 बजे पाकिस्तान की सेना ने पुंछ सेक्टर में भारतीय चौकियों को निशाना बनाते हुए छोटी हथियारों (small arms) से गोलीबारी की। इसके बाद भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान की गोलीबारी का करारा जवाब दिया।
भारतीय सेना ने कहा,
“आज सुबह करीब 11 बजे पाकिस्तान की ओर से पुंछ सेक्टर में हमारी पोस्ट पर गोलीबारी की गई। भारतीय सेना ने इसका उचित जवाब दिया। हमारी तरफ से कोई हताहत नहीं हुआ है।”
हाल ही में बढ़ी हैं सीमा पर घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने संवेदनशील पुंछ और राजौरी सेक्टर में संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। इससे पहले 8 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के केरी सेक्टर (Keri Sector) में नियंत्रण रेखा के पार से आतंकियों ने एक भारतीय सैन्य गश्ती दल पर हमला किया था।
इसके अलावा, 4 और 5 फरवरी की दरम्यानी रात को पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर (Krishna Ghati Sector) में एक लैंडमाइन विस्फोट (landmine explosion) हुआ था। इस विस्फोट में कई आतंकी मारे गए थे, हालांकि, आधिकारिक तौर पर मौतों की पुष्टि नहीं की गई।
आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी, सेना की सख्त निगरानी
जम्मू-कश्मीर में मई से दिसंबर 2024 के बीच आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी गई। इस दौरान भारतीय सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ कई सर्च ऑपरेशन चलाए और बड़ी संख्या में आतंकियों को ढेर किया।
- 30 से अधिक आतंकियों का खात्मा: भारतीय सेना ने कठोर सर्दियों से पहले 30 से अधिक आतंकियों को मार गिराया।
- 25 सुरक्षाकर्मी शहीद: इस दौरान 25 भारतीय जवान भी शहीद हुए, जिनमें से 19 जम्मू और 6 कश्मीर में थे।
70 से 80 पाकिस्तानी आतंकी सक्रिय
रक्षा सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में 70 से 80 पाकिस्तानी आतंकी सक्रिय हैं, जिनमें से 55 से 60 आतंकी जम्मू क्षेत्र में हैं। ये विशेष रूप से प्रशिक्षित आतंकवादी छोटे-छोटे समूहों (3-4 आतंकियों के समूह) में काम करते हैं और अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं।
इन आतंकियों के पास मौजूद तकनीकी उपकरण:
- M4 कार्बाइन जैसे आधुनिक हथियार।
- इरिडियम सैटेलाइट फोन (Iridium Satellite Phones)।
- थर्मल इमेजिंग उपकरण का उपयोग।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 3 सरकारी कर्मचारियों को हटाया
पाकिस्तान समर्थित आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को तीन सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया।
हटाए गए सरकारी कर्मचारियों में शामिल हैं:
- एक पुलिस कांस्टेबल
- एक शिक्षक
- वन विभाग में कार्यरत कर्मचारी
इन कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने:
- आतंकियों के लिए हथियार उपलब्ध कराए।
- आतंकी हमलों के लिए टारगेट मुहैया कराया।
- घाटी में हिंसक प्रदर्शन भड़काने में भूमिका निभाई।
सरकार ने स्पष्ट किया कि इन कर्मचारियों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में स्थित हैंडलरों के निर्देशों पर काम किया।
भारतीय सेना की रणनीति: सीमा पर बढ़ेगी चौकसी
भारतीय सेना ने इस घटना के बाद पुंछ और राजौरी सेक्टर में अपनी सतर्कता बढ़ा दी है। सुरक्षा बलों ने सीमाई इलाकों में गश्त (patrolling) तेज कर दी है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार,
“पाकिस्तान की ओर से की जा रही ये हरकतें भारत की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए खतरा हैं। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई ने एक बार फिर स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है।”
भारत की कड़ी चेतावनी: कोई भी हरकत बर्दाश्त नहीं
भारतीय सेना ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि यदि उसने संघर्षविराम का उल्लंघन किया तो उसे इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,
“हमारी सेना हमेशा तैयार है। यदि पाकिस्तान ने किसी भी प्रकार की उकसाने वाली कार्रवाई की, तो उसे करारा जवाब मिलेगा।”