
भारतीय सेना के रोबोटिक कुत्ते
भारतीय सेना के रोबोटिक कुत्ते
भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर कोलकाता में आयोजित परेड में भारतीय सेना के खास रोबोटिक कुत्तों ने सबका ध्यान खींचा। इन कुत्तों को “म्यूल” (MULE – Multi Utility Legged Equipment) नाम दिया गया है। ये रोबोट कठिन हालात में सैनिकों का साथ देने और उनका काम आसान करने के लिए बनाए गए हैं। आइए जानते हैं, ये रोबोटिक कुत्ते कितने खास हैं और किस तरह सेना के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।
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Toggleरोबोटिक कुत्तों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये ऐसी जगहों पर काम कर सकते हैं, जहां इंसान या जानवरों के लिए जाना मुश्किल हो। इनके काम इस प्रकार हैं:
पहले सेना में सामान ढोने के लिए खच्चरों का इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन खराब मौसम और दुर्गम जगहों पर खच्चरों की सीमाएं थीं। रोबोटिक म्यूल इन दिक्कतों का हल है। ये रोबोट छोटे दिखते हैं लेकिन बड़े काम कर सकते हैं।
चीन और अमेरिका जैसे देशों ने पहले ही अपनी सेनाओं में रोबोटिक कुत्तों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। इन कुत्तों का उपयोग निगरानी और दुश्मनों पर नजर रखने के लिए किया जाता है।
रोबोटिक कुत्ते भारतीय सेना के लिए एक बड़ी सफलता हैं। ये न केवल सैनिकों की मदद करेंगे बल्कि मुश्किल और खतरनाक इलाकों में उनकी जान भी बचाएंगे। यह तकनीक भविष्य में भारत को सैन्य क्षेत्र में और भी मजबूत बनाएगी। भारतीय सेना के रोबोटिक कुत्ते आत्मनिर्भर भारत की एक झलक दिखाते हैं।
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