भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर कोलकाता में आयोजित परेड में भारतीय सेना के खास रोबोटिक कुत्तों ने सबका ध्यान खींचा। इन कुत्तों को “म्यूल” (MULE – Multi Utility Legged Equipment) नाम दिया गया है। ये रोबोट कठिन हालात में सैनिकों का साथ देने और उनका काम आसान करने के लिए बनाए गए हैं। आइए जानते हैं, ये रोबोटिक कुत्ते कितने खास हैं और किस तरह सेना के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।
रोबोटिक कुत्तों का काम और फायदा
रोबोटिक कुत्तों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये ऐसी जगहों पर काम कर सकते हैं, जहां इंसान या जानवरों के लिए जाना मुश्किल हो। इनके काम इस प्रकार हैं:
- भूखे-प्यासे सैनिकों की मदद: दुर्गम पहाड़ी इलाकों में राशन, दवाइयां और जरूरी सामान पहुंचाना।
- सीमा की सुरक्षा: सीमा की निगरानी और खतरे की पहचान करना।
- खतरनाक इलाकों में मदद: बम या खदानों का पता लगाना और उन्हें सुरक्षित करना।
- कठिन हालात में काम: -40°C से 55°C जैसे मुश्किल मौसम में भी यह आराम से काम कर सकते हैं।
खच्चरों की जगह अब म्यूल
पहले सेना में सामान ढोने के लिए खच्चरों का इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन खराब मौसम और दुर्गम जगहों पर खच्चरों की सीमाएं थीं। रोबोटिक म्यूल इन दिक्कतों का हल है। ये रोबोट छोटे दिखते हैं लेकिन बड़े काम कर सकते हैं।
म्यूल की खासियत
- वजन और ताकत:
- म्यूल का वजन 51 किलो है।
- ये अपने साथ 15 किलो तक सामान ढो सकता है।
- लंबा समय काम करने की क्षमता:
- एक बार चार्ज होने के बाद यह 20 घंटे तक लगातार काम कर सकता है।
- कठिन जगहों पर भी आसान काम:
- म्यूल आसानी से सीढ़ियों पर चढ़ सकता है।
- खड़ी चढ़ाई और पत्थरों वाले इलाके में भी ये बिना रुके चल सकता है।
- उन्नत तकनीक:
- इसमें NVIDIA का ग्राफिक कार्ड लगाया गया है, जो इसे स्मार्ट बनाता है।
- इसे रिमोट से ऑपरेट किया जा सकता है और यह अपने आप भी काम कर सकता है।
अन्य देशों में भी उपयोग
चीन और अमेरिका जैसे देशों ने पहले ही अपनी सेनाओं में रोबोटिक कुत्तों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। इन कुत्तों का उपयोग निगरानी और दुश्मनों पर नजर रखने के लिए किया जाता है।
सेना के लिए क्यों खास हैं ये रोबोटिक कुत्ते?
- ये कुत्ते इंसानों या जानवरों की तरह बीमार नहीं होते और चोट भी नहीं लगती।
- ये हर मौसम में लगातार काम कर सकते हैं।
- भारत की सेना ने अब तक ऐसे 100 म्यूल को तैनात किया है।
- इनका निर्माण दिल्ली की एरोआर्क कंपनी ने किया है।
रोबोटिक कुत्ते भारतीय सेना के लिए एक बड़ी सफलता हैं। ये न केवल सैनिकों की मदद करेंगे बल्कि मुश्किल और खतरनाक इलाकों में उनकी जान भी बचाएंगे। यह तकनीक भविष्य में भारत को सैन्य क्षेत्र में और भी मजबूत बनाएगी। भारतीय सेना के रोबोटिक कुत्ते आत्मनिर्भर भारत की एक झलक दिखाते हैं।
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